UP में 7 नए रेलवे स्टेशन के लिए होगा भूमि अधिग्रहण, बिछाई जाएगी 52 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन
UP News : इस साल बजट में उत्तर प्रदेश को रेलवे विकास मद में 20 हजार करोड़ का बजट आवंटित किया गया था। इससे 157 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा और इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 6 हजार किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन (New Railway Line) बिछाई जाएगी। यूपी में लगातार नई नई रेलवे लाइनों को बिछाया जा रहा है। अब यहां पर एक और नई रेलवे लाइन को बिछाने की तैयारी हो रही है। योगी सरकार 52 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन (new railway line) बिछाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत 7 रेलवे स्टेशन का निर्माण होने वाला है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं यूपी में बनाई जाने वाली इस नई रेलवे लाइन के बारे में।
HR Breaking News- (Rail Line In UP)। लगातार बढ़ रही आबादी को बेहतर यातायात सुविधाएं देने के लिए योगी सरकार तरह तरह के फैसले ले रही है। यहां पर कई तरह के रेलवे लाइनों का निर्माण कराया जा रहा है। अब योगी सरकार (yogi government) यूपी में एक नई रेलवे लाइन को बिछाने जा रही है। ये नई रेलवे लाइन 52 किलोमीटर तक लंबी होगी। इस रेलवे लाइन के तहत 7 रेलवे स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
यहां पर होगा रेल लाइन का निर्माण-
बता दें कि ये रेल लाइन घुघली–आनंदनगर रेल लाइन परियोजना के तहत महराजगंज में बनने वाले 7 रेलवे स्टेशनों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इस परियोजना के तहत 52 किलोमीटर रेल लाइन (New Rail Line) का निर्माण किया जाने वाला है।
एलसी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित गुप्ता व उनकी टीम ने शुक्रवार को मुहवा गांव स्थित प्रस्तावित भूमि पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भूमि पूजन किया गया है। इसके साथ ही रेल लाइन के रूट सर्वे का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
इन सात स्टेशनों का होगा निर्माण-
इस परियोजना के तहत घुघली–आनंदनगर के बीच कुल 7 स्टेशनों का निर्माण किया जाने वाला है। इसमें आनंदनगर, महराजगंज, घुघली क्रॉसिंग, परसिया बुजुर्ग, पकड़ी नौनिया, शिकारपुर और पिपरा मुंडेरी हाल्ट स्टेशन (Pipra Munderi Halt Station) को शामिल किया गया है।
परियोजना में 32 अंडरपास का निर्माण होने वला है। एक अनुमान के अनुसार यह प्रोजेक्ट शुरू हो जाने से इन कस्बों में रहने वाली लगभग दस लाख आबादी को राहत मिलने वाली है।
इस समय मिली मंजूरी-
इस परियोजना को साल 2023 में मंजूरी प्रदान कर दी गई थी। जोकि वर्ष 2027 तक पूरा किये जाने वाला है। इसके लिए कुल 958.27 करोड़ रुपये का बजट को मंजूरी प्रदान कर दी गई है।
इतने गांव की भूमि का किया जाएगा अधिग्रहण-
इस परियोजना के लिए कुल 53 गांवों में भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) को पूरा किया जाने वाला है। इसमें से 29 गांवों में 86 हेक्टेयर का भूमि अधिग्रहण कार्य पूरा किया जा चुका है।
प्रोजेक्ट मैनेजर ने दी जानकारी-
प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि भूमि पूजन के बाद शनिवार से ड्रोन के माध्यम से रेलवे स्टेशनों (UP railway stations) की चौहद्दी मापी जाएगी। इसके बाद प्लेटफॉर्म सहित स्टेशन भवन, ट्रैक व अन्य ढांचागत निर्माण कार्य तेजी से प्रारंभ किया जा रहा है।
जल्द कराई जाएगी भूमि खाली-
प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि परियोजना के लिए रेलवे द्वारा अधिग्रहित भूमि को खाली कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। रेलवे की ओर से अधिग्रहित भूमि (acquired land in UP) वाले स्थानों पर नोटिस बोर्ड को लगाया जजाने वाला है। इसके अलावा ग्राम पंचायत स्तर पर मुनादी को भी कराया जाने वाला है।
इसकी वजह से जिन किसानों की जमीन को अधिग्रहित कर लिया गया है वे अपनी फसल काट लें। निर्माण कार्य के दौरान किसी भी प्रकार की बाधा न हो, इसके लिए रेलवे प्रशासन (Inidan Railway News) ने ग्रामीणों को पहले से ही आगाह किया है।
मिलेंगे रोजगार के नए मौके-
स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां स्टेशन बनाए जाने की वजह से न सिर्फ क्षेत्र का विकास होगा, बल्कि रोजगार के मौके भी बढ़ने वाले हैं। आम जनता के लिए परिवहन व्यवस्था (UP News) अधिक सुलभ होने वाली है। सालों से चली आ रही प्रतीक्षा अब पूरी होती नजर आ रही है। यहां की लाखों की आबादी को इससे राहत मिलेगी।
157 रेलवे स्टेशन होंगे हाईटेक
अमृत भारत योजना के तहत उत्तर प्रदेश (UP) के करीब 157 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास का काम चल रहा है, जिनमें कानपुर, काशी, गाजियाबाद, मेरठ, अयोध्या, गोमती नगर, लखनऊ, गोरखपुर जैसे स्टेशनों के नाम शामिल हैं। प्रदेश के इन रेलवे स्टेशनों को हाईटेक किया जाएगा और इसके लिए 7,695 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
