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UP News : यूपी में बसाया जाएगा नया शहर, 10,500 हेक्टेयर जमीन पर होगा डेवलेप, नोएडा से होगा आधा

UP News : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath government of Uttar Pradesh)  एक नया शहर बनाने की योजना बना रही है। इसे 10,500 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना से क्षेत्र में विकास और निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

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UP News : यूपी में बसाया जाएगा नया शहर, 10,500 हेक्टेयर जमीन पर होगा डेवलेप, नोएडा से होगा आधा

HR Breaking News, Digital Desk- (UP News) उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath government of Uttar Pradesh) आगरा के निकट यमुना एक्सप्रेसवे पर एक नया शहर बनाने की योजना बना रही है। इस शहर को न्यू आगरा अर्बन सेंटर (New Agra Urban Center) के नाम से जाना जाएगा, और इसे 10,500 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा।

यह नया शहर आकार में नोएडा (Noida) का लगभग आधा होगा। इस परियोजना से क्षेत्र में विकास और निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) ने एक मास्टर प्लान तैयार करने के लिए सलाहकारों को आमंत्रित किया है। ये सलाहकार विकास के लिए एक रोडमैप (roadmap), इसे अन्य शहरों से जोड़ने वाले परिवहन के साधन और पर्यावरणीय प्रभाव से जुड़े सुझाव देंगे।

ग्रीन बेल्ट के लिए रिजर्व होगी 15 प्रतिशत जमीन-

आगरा के पास बसाए जाने वाले नए शहर में उद्योगों और ट्रांसपोर्ट हब (transport hub) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 15 प्रतिशत भूमि को ग्रीन बेल्ट के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। इस नए विकास परियोजना से आगरा के निवासियों को रोजगार के लिए अपने घरों से दूर नहीं जाना पड़ेगा, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा और आर्थिक अवसर बढ़ेंगे। यह शहर एक समग्र और स्थायी विकास के लिए महत्वपूर्ण होगा।

बता दें कि ताजमहल की वजह से आगरा के आसपास किसी भी प्रदूषणकारी गतिविधि (polluting activity) की इजाजत नहीं है ताकि स्मारक को नुकसान न पहुंचे। यही वजह है कि नए शहर केवल हरित उद्योगों को बढ़ावा दिया जा सकता है ताकि प्रदूषण के जोखिमों को नियंत्रित किया जा सके।

जेवर एयरपोर्ट की वजह से बढ़ेगा कारोबार-

एक्सपर्ट्स का मानना है कि जेवर एयरपोर्ट (jewar airport) के बनने के बाद नोएडा और आसपास के बड़े शहरों में कारोबार के अवसर बढ़ेंगे जिनमें आगरा भी शामिल है। ऐसे में रोजगार के लिए आकर्षित होने वाली जनसंख्या को अच्छी सुविधाओं वाले एक शहर की आवश्यकता होगी। (Business will increase due to Jewar Airport)

यदि एक्सप्रेसवे (expressway) पर नया शहर नहीं बसाया गया, तो नोएडा और आगरा जैसे शहरों पर अधिक दबाव पड़ेगा, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में एक नए शहर के निर्माण की आवश्यकता है, ताकि विकास संतुलित और समावेशी ढंग से हो सके।

YEIDA ने तैयार किया मास्टर प्लान 2031-

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक डवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) ने आबादी के दबाव को कम करने की दिशा में मास्टर प्लान 2031 लॉन्च किया है। इस नए मास्टर प्लान के तहत, ताज नगरी के पास 10,500 हेक्टेयर भूमि में एक नया शहर बसाया जाएगा। यह शहर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और आगरा जिले के लिए एक नई विकास विधान बनेगा।

मास्टर प्लान-2031 में नए शहर की आबादी लगभग 11 लाख होने का आकलन किया गया है, और इसी को ध्यान में रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure) और अन्य योजनाएं तैयार की जाएंगी। साथ ही शहर के कुल क्षेत्रफल का सात प्रतिशत हिस्सा पर्यटन के लिए आरक्षित किया जाएगा।

नए शहर में किसके लिए कितनी जमीन-

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आगरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे (yamuna expressway) पर बसाए जाने वाले इस शहर की 25 फीसदी जमीन को इंडस्ट्री (Industry) के लिए आरक्षित किया जा सकता है। इसके अलावा आवासीय भूमि 20 प्रतिशत और व्यावसायिक भूमि चार प्रतिशत तक रखी जा सकती है।

ट्रांसपोर्ट (transport) के लिए भी 13 प्रतिशत भूमि को आरक्षित रखे जाने का प्रावधान है। जैसा कि हमने पहले ही बताया, ग्रीन बेल्ट (green belt) के लिए 15 फीसदी और पर्यटन के लिए सात प्रतिशत भूमि आरक्षित रखी जा सकती है। बाकी की जमीन अन्य मदों में इस्तेमाल के लिए रखी जा सकती है।