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New Delhi Railway Station : दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अब सिर्फ टिकट वाले यात्रियों को एंट्री

Delhi Railway Station : इंडियन रेलवे की ओर से देश के चुनिंदा रेलवे स्टेशनों पर नई नई व्यवस्थाएं लागू की जा रही हैं। इसी के तहत अब दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए नया नियम (indian railway new ticket rules) लागू कर दिया गया है। दिल्ली रेलवे स्टेशन (delhi railway station ticket rules) पर अब केवल टिकटधारी यात्रियों को ही एंट्री मिलेगी। आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण इस खबर में।

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New Delhi Railway Station : दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अब सिर्फ टिकट वाले यात्रियों को एंट्री

HR Breaking News : (Delhi News) लाखों रेलयात्रियों को अब दिल्ली रेलवे स्टेशन पर नई व्यवस्था के तहत बनाए गए नियमों का पालन करना होगा। इंडियन रेलवे ने इस स्टेशन पर अब उन्हीं लोगों की एंट्री मान्य की है, जिनके पास रेल टिकट होगी। रेलवे की इस नई व्यवस्था (indian railway new rules) का असर लाखों रेलयात्रियों पर पड़ेगा। इस दिशा में रेलवे (railway ticket rules 2025) कई और कदम भी उठा सकता है, नई व्यवस्थाएं लागू करने के लिए फिलहाल देश के चुनिंदा स्टेशनों को ही शामिल किया जा रहा है। 

 

 

 

 

यह है रेलवे विभाग का मकसद -


रेल यात्रियों की बेहतर सुविधा के लिए और रेलवे (IRCTC) कार्य प्रणाली में सुधार के लिए भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए दिल्ली रेलवे स्टेशन पर टिकट वाले यात्रियों को ही एंट्री दी जाएगी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (indian railway stations) पर जल्द ही इसे लेकर ट्रायल शुरू किया जाएगा। इस व्यवस्था को लागू करने के पीछे उद्देश्य है कि अनारक्षित कोचों में यात्रियों की भीड़ को कम किया जाए। रेलवे बोर्ड का यह कदम स्टेशन के अंदर खुलापन महसूस कराएगा व टिकट वाले यात्री ही प्रवेश कर सकेंगे।  एक महीने तक यह ट्रायल (railway trail on stations) चलेगा, इसके बाद इस नियमा को देश के अन्य रेलवे स्टेशनों पर भी लागू किया जा सकता है। 

इस कारण बदली जा रही व्यवस्था-


देश के अलग अलग रेलवे स्टेशनों पर कई बार हादसे हो चुके हैं। इसी साल फरवरी में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (delhi railway station) पर बड़ा हादसा हुआ था। इन हादसों में भीड़ के कारण जान माल की काफी हानि होने की आशंका रहती है। ऐसे में अब रेलवे विभाग (railway department) स्टेशनों पर भीड़ कम करने के लिए केवल टिकट वाले यात्रियों की एंट्री ही सुनिश्चित करना चाहता है। कई बार लोग बिना टिकट भी स्टेशन (ticket rules on railway stations) पर घूमते रहते हैं। इससे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ती है।

 

पहले यह बनाई गई थी व्यवस्था-


इस नई व्यवस्था से रेलवे (indian railway rules) को त्योहारी सीजन में होने वाली अधिक भीड़ को कम करने में भी मदद मिलेगी। स्टेशनों पर भीड़ की वजह से होने वाले हादसों में इससे कमी आएगी। रेलवे बोर्ड (railway board) की ओर से स्टेशनों पर भीड़ कम करने के लिए पहले भी एक ट्रायल किया गया था। इस योजना के तहत हरेक अनारक्षित कोच के लिए 150 टिकट जारी किए जाने की व्यवस्था (new ticket system in railway) लागू की थी। यह ट्रायल दो महीने चलने के बाद सफल हुआ था। 


पहले चरण में यहां से किया काम शुरू-


इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए पहले चरण में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (new delhi railway station) से काम शुरू किया गया है। यहां पर सफलता मिलने के बाद इस व्यवस्था को देश के अन्य स्टेशनों पर भी लागू किया जाएगा। अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने परिचितों को छोड़ने व रिसीव करने स्टेशन के अंदर प्लेटफॉर्म (platform ticket rules) तक आते हैं। ऐसे में वहां भीड़ बढ़ जाती है, अब ऐसे लोगों को स्टेशन से बाहर ही अपनों के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।

अधिकारियों की रहेगी यह जिम्मेदारी-


इस नई व्यवस्था को लेकर रेलवे बोर्ड (indian railway board) के कार्यकारी निदेशक शिवेंद्र शुक्ला ने उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र लिख दिया है। इसमें ट्रायल को अगले चरण में ले जाने की बात कही है। नई व्यवस्था के तहत लागू नियमों (indian railway new rules) को सुनिश्चित कराना अधिकारियों की जिम्मेदारी रहेगी। इसके लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर काउंटरों से जारी सीमित टिकटधारकों को ही प्लेटफार्मों (platform tickets) तक जाने दिया जाएगा।


एक कोच में हो जाते हैं अधिक यात्री-


फिलहाल ट्रेनों के अनारक्षित कोचों के लिए टिकट (train ticket new system) जारी करने को लेकर कोई ठोस नियम तय नहीं किया गया है। रेलवे स्टेशन के काउंटर से टिकट लिए जाने के अलावा ऐप के जरिये भी खुद यात्री अनारक्षित टिकट बनाते हैं। इनकी संख्या पर अब लगाम कसी जा सकती है।  अनारक्षित टिकट (Unreserved Ticket system) बिक्री की सीमा न होने के कारण अक्सर 80 सीट वाले एक कोच में 400-400  यात्री भी हो जाते हैं। 

सॉफ्टवेयर की ली जा रही मदद-


अब इंडियन रेलवे (indian railway) की ओर से भीड़ कम करने के लिए व्यवस्था की जा रही है कि रेलवे का सॉफ्टवेयर केवल उन ट्रेन की टिकटों को गिनेगा जो ट्रेन तीन घंटे के भीतर रवाना होने वाली होगी। अब ट्रेन के 16 कोच के लिए अधिकतम 2400 टिकट ही जारी की जाएंगी, इसके बाद एसी व स्लीपर कोच की तरह ही लिमिट (train ticke limit) पूरी होते ही टिकट अपने आप बनना बंद हो जाएंगी। यानी रेलवे अब अनारक्षित टिकटों की बिक्री को घटा सकता र्है। इससे ट्रेनों व स्टेशनों पर भीड़ कम होगी।