new expressway : हरियाणा और यूपी के बीच बनेगा नया एक्सप्रेसवे, 135 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
UP- Haryana New Expressway : उत्तर प्रदेश तेजी से विकसित होता हुआ राज्य है। प्रदेश को देश के हर कोने के साथ कनेक्ट करने के लिए सरकार नए-नए एक्सप्रेसवे और हाईवे बना रही है। अब यूपी और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए सरकार ने नया एक्सप्रेसवे (new expressway) बनाने का फैसला लिया है। इस एक्सप्रेसवे के लिए 135 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इससे आसपास के गांव में जमीन के रेट सातवें आसमान पर जा सकते हैं। चलिए जानते हैं किन जिलों और शहरों से गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे -
HR Breaking News - (New Expressway)। दुनिया भर में मजबूत सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर वन राज्य है। सरकार राज्य में लगातार एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे बनवा रही है जिसके चलते आज उत्तर प्रदेश देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है। अब यूपी वालों के लिए एक गुड न्यूज है। दरअसल, सरकार ने हाल ही में यूपी वालों को नए एक्सप्रेसवे की सौगात दी है। यह नया एक्सप्रेसवे यूपी और हरियाणा (UP -Haryana New Expressway) को एक साथ जोड़गा। नये एक्सप्रेसवे के बनने से यात्रा ही आसान नहीं होगी बल्कि दोनों राज्य की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों में भी सुधार होगा। आईये नीचे खबर में जानते हैं कब शुरू होगा एकसप्रेसवे का निर्माण कार्य -
बनेगा 747 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे -
उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे (Panipat Gorakhpur Expressway) का निर्माण किया जाएगा। यह एक बड़ी परियोजना है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को जिम्मेदारी सौंपी है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 747 किलोमीटर होगी। पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए गोरखपुर बस्ती मंडल के 133 गांवों में जमीन का अधिग्रहण (Land acquisition) किया जाएगा। इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया हे। इस एक्सप्रेसवे के बनने से न केवल सड़क और ट्रांसपोर्ट ढांचे को मजबूती मिलेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था, निवेश और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
जमीन अधिग्रहण के लिए अधिकारियों की होगी नियुक्ति -
बता दें कि गोरखपुर मंडल में इस एक्सप्रेसवे की लंबाई (Length of UP New Expressway) 86.24 किलोमीटर होगी। यह सिद्धार्थनगर के बांसी से प्रवेश कर संतकबीरनगर के मेंहदावल, गोरखपुर के सदर और कैंपियरगंज होते हुए कुशीनगर के हाटा तक जाएगा। NHAI ने चारों जिलों के जिलाधिकारियों को भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) संबंधी पत्र भेज दिये हैं और जल्द से जल्द यह कार्य पूरा करने का आदेश दिया गया है। DM दीपक मीणा के मुताबिक, एक्सप्रेसवे का एलाइन्मेंट तय हो चुका है और जल्द ही भूमि अधिग्रहण अधिकारी की नियुक्ति कर दी जाएगी।
नया एक्सप्रेसवे बनने से हरियाणा को होगा यह फायदा -
यह नया एक्सप्रेसवे (New Expressway) हरियाणा के पानीपत से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक इंडस्ट्रीयल, कृषि और व्यापारिक क्षेत्रों को आपस में कनेक्ट करेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से कनेक्टिविटी बेहतर होगी और कृषि उत्पादों को मंडियों और बड़े बाजारों तक पहुंचाना काफी आसान हो जाएगा। लॉजिस्टिक्स (Logistics) लागत में कमी आएगी। उद्योग और वेयरहाउसिंग के लिए नए निवेश के रास्ते खुलेंगे और स्थानीय युवाओं के लिए निर्माण, परिवहन, ढाबा, होटल और सर्विस सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
नए एक्सप्रेसवे के बनने से 133 गांव की बदलेगी तस्वीर -
पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे 133 गांवों से होकर गुजरेगा, वहां जमीन के रेट (Land rate hike) सातवें आसमान पर जा सकते हैं, नई व्यावसायिक गतिविधियों और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार की संभावनाएं बढ़ गई है। कैंपियरगंज, गोरखपुर सदर, बांसी, मेंहदावल और हाटा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों को पहली बार इतनी तेज और आधुनिक सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे छोटे गांव बड़े शहरों के साथ जुड़ेगी। इसके साथ ही इन गांव के विकास में तेजी आएगी और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा -
पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे ( New Expressway News) के बनने से कुशीनगर, गोरखपुर और आसपास के धार्मिक व पर्यटन स्थलों तक पहुंचना काफी आसान हो जाएगा। इससे पर्यटन को भी गति मिलेगी। इससे होटल, ट्रैवल और स्थानीय हस्तशिल्प जैसे सेक्टर को लाभ होगा। साथ ही पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल के बीच आर्थिक संतुलन मजबूत होगा।
पूर्वांचल की रीढ़ बनेगा नया एक्सप्रेसवे -
पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे (Panipat-Gorakhpur Expressway) एक बड़ी सड़क परियोजना ही नहीं है, बल्कि पूर्वांचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाला इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरिडोर भी होगा। एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ने से यह उम्मीद मजबूत हो गई है कि आने वाले सालों में यह एक्सप्रेसवे विकास, निवेश और रोजगार के लिहाज से पूर्वी उत्तर प्रदेश की तस्वीर को बदलकर रख देगा।
इन गांव से खरीदी जाएगी जमीन -
कैंपियरगंज (गोरखपुर), लक्ष्मीपुर (पचवारा), लक्ष्मीपुर (भारीवैसी), मखनहा, ठकुरापार, भरोहिया, गंगापार, रामपुर कैथवलिया, बेलघाट बुजुर्ग, रमवापुर, दोनफा, भइयाराम, जरहद, नयनसर, हिरुआ, बढ़या, चकमाफी, भुइधरपुर, साखी, ताल कोमर, कानापार, नीबा, कंदरखावा, गोरखपुर सदर, बढ़नी, फुलवरिया, सियारामपुर, महराजगंज, ठाकुरपुर नंबर एक, ठाकुरपुर नंबर दो, खुटहन खास, जंगल नाकिन, जंगल डुमरी नंबर एक, रामपुर खुर्द, भिस्वा, इस्मालपुर, रामपुर, बुजुर्ग, मेंहदिया, जमुनिया, पोखर भिंडा उर्फ चकदहा, समस्तपुर उर्फ मुड़िला, कोटवा, खिरिया, आराजी बरवा, रामपुर थवईपार, गंभीरपुर कम्हरिया, परशुरामपुर, सोनराइच उर्फ बड़ा गांव, बांसी (सिद्धार्थनगर), बंजारी, बिमौआ खुर्द तप्पा पचहर, पचमोहनी, कम्हरिया,
बहादुरपुर, डोड़वार शुक्ल, जमोहनी, जमोहना, भावपुर, पिपरा भइया, भटुली, बरनवार, सोनवा माफी, सुहईरनपुरवा, मुड़िला हिर्दन, छपवा, बेलवा लगुनही, पड़िया बुजुर्ग, रोहुआ, महोखवा, बनकटा, कड़जा, बचलाखोर, अकोल्ही, परसा, ढुढ़नी, मझारिया तप्पा मजोरा, मंझरिया तप्पा हाटा, नगवा तप्पा हाटा, नगवा तप्पा कुदारन, सोनखर तप्पा, कुदारन, सोनखर तप्पा चंवर, सोनवलिया तप्पा कुदारन, मिश्रौलिया तौफिर, सिरसिया तप्पा मजोरा, पिपरा शुक्ल, मेंहदावल (संतकबीरनगर), बढ़या, फेउसा, परसा माफी, परसा शुक्ल, महला, पसाई, देवकली, प्रतापपुर, जसवल, रमवापुर, खजुरा खुर्द, नचनी, समोगर, गुदरिहवा, खजुराकला, सिक्टौर माफी, कुंडवा, जमुवरिया खुर्द, जमुवरिया कला, रक्सा, भरवलिया मिश्र, कुसोना कला, जमोहरा, मुड़ली, डुमरिया बाबू, इंदरपुर, कौवाठोर, पिड़ारी कला, चितरुखिया, हाटा, (कुशीनगर), रामपुर, अगया, होलिया, रामपुर माफी, मगडिहा, सिंदुरिया विशुनपुर, घोड़ादेउर, खुरहुरिया, बलुआ, तुर्कडिहा, बिंदुआर, सहजौली, सेंदुआर, मुंडेरा, खोट्ठा, सिहुलिया, टिकर, छपिया,बेलवा खुर्द, महुअवा, अहिरौली इन सभी गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
