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UP में ओवरब्रिज, सर्विस लेन व ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर के साथ 45000 करोड़ में तैयार होगा नया एक्सप्रेसवे

UP News -  उत्तर प्रदेश सरकार ने एक नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की घोषणा करके राज्य के लोगों को खुशखबरी दी है. इस नए एक्सप्रेस-वे से गति, सुविधा और कनेक्टिविटी तीनों में जबरदस्त बदलाव आएगा... एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि सर्विस लेन व ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर के साथ 45000 करोड़ में तैयार होगा ये नया एक्सप्रेसवे-

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UP में ओवरब्रिज, सर्विस लेन व ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर के साथ 45000 करोड़ में तैयार होगा नया एक्सप्रेसवे

HR Breaking News, Digital Desk- (Noida Lucknow Expressway Update) उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा और लखनऊ के बीच एक नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की घोषणा करके राज्य के लोगों को खुशखबरी दी है. यह एक्सप्रेस-वे इन दो महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर देगा.

वर्तमान में, इस दूरी को तय करने में लगभग 6 घंटे लगते हैं, लेकिन यह नया मार्ग यात्रा को तेज और अधिक सुविधाजनक बना देगा. इससे न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा, बल्कि यूपी के निवासियों के लिए भी आवागमन आसान हो जाएगा.

नोएडा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (Noida-Lucknow Expressway) से गति, सुविधा और कनेक्टिविटी तीनों में जबरदस्त बदलाव आएगा. ये नया एक्सप्रेस-वे नोएडा के पास के क्षेत्र से शुरू होकर लखनऊ के आउटर तक पहुंचेगा. इसकी डिजाइन पूरी तरह से एक्सेस-कंट्रोल्ड होगी. यानि रास्ते में कोई रुकावट या सिग्नल नहीं आएगा. सड़क के दोनों ओर स्मार्ट टोलिंग सिस्टम, ओवरब्रिज, सर्विस लेन और ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर भी तैयार किए जाएंगे.

 

दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) और लखनऊ (Lucknow) के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेसवे से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी. यह प्रोजेक्ट व्यापार, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन को बढ़ावा देगा. एक्सप्रेसवे से औद्योगिक क्षेत्रों और नई हाउसिंग स्कीमों (new housing schemes) को सीधा फायदा होगा. रियल एस्टेट विशेषज्ञों के अनुसार, इस सड़क के आसपास के इलाकों में जमीन की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी.

यूपी वासियों को कैसे मिलेगा इससे लाभ?

इस ग्रीनफील्ड रोड प्रोजेक्ट (Greenfield Road Project) में मल्टीपल एंट्री-एग्जिट पॉइंट होंगे, जिससे आसपास के ग्रामीण इलाकों को बाजारों और शहरों से बेहतर कनेक्शन मिलेगा. इससे कृषि उत्पादों को ट्रांसपोर्ट (transport agricultural products) करना भी आसान हो जाएगा और लोकल मंडियों से सीधा व्यापार बढ़ेगा. गांवों में भी सड़क के किनारे छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा.

कब तक बनकर तैयार होगा ये एक्सप्रेस-वे?

सरकारी सूत्रों के अनुसार, लगभग ₹45,000 करोड़ की लागत से बनने वाले इस एक्सप्रेस-वे का लक्ष्य 2026 तक पूरा होना है. इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम तेज़ी से चल रहा है, और जल्द ही इसका निर्माण शुरू हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट को नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) और यूपी एक्सप्रेस-वे डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) मिलकर संभाल रहे हैं.