NCR में बसाई जाएगी नई मिनी स्मार्ट सिटी, पहले चरण में 39 हेक्टेयर भूमि पर होगा विकास
new mini smart city : एनसीआर तेजी से डेवलप हो रहा है। यहां कई नए शहर बसाए जा रहे हैं। इसी के साथ आबादी भी तेजी से बढ़ रही है बढ़ती हुई आबादी को मध्य नजर रखते हुए। सरकार ने यहां पर नई मिनी स्मार्ट सिटी बसाने का प्लान तैयार किया है। पहले चरण में 39 हेक्टेयर भूमि पर शहर को विकसित किया जाएगा। चलिए जानते हैं कब शुरू होगा कार्य -
HR Breaking News - (Mini Smart City)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। यहां पर देश की कई बड़ी कंपनियों ने अपना उद्योग स्थापित किया हुआ है। इसी के साथ एनसीआर में सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए सरकार नए-नए रोड बना रही है और नए शहर भी डेवलप किया जा रहे हैं। अब सरकार ने एनसीआर में नई मिनी स्मार्ट सिटी (New Mini Smart City) बसाने का प्लान तैयार किया है।
यहां बढ़ेगी प्रॉपर्टी की कीमत -
अगर आप नोएडा और गाजियाबाद प्रॉपर्टी में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए सुनहरा मौका है। दरअसल, इंदिरापुरम के पास प्रॉपर्टी में निवेश करने से तगड़ा मुनाफा हो सकता है। जीडीए (GDA) द्वारा इंदिरापुरम एक्सटेंशन नाम की एक महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी नई टाउनशिप विकसित करने जा रही है, जिसके चलते दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) कॉरिडोर के आसपास प्रॉपर्टी की कीमतों (Property Rate) में तगड़ा उछाल आ सकता है।
तीन चरणों में पूरा किया जाएगा नई सिटी का काम -
रिपोर्ट के अनुसार, इंदिरापुरम और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) के बीच एक नई मिनी स्मार्ट सिटी के इस प्रोजेक्ट को कई एकड़ में डेवलप किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को एक्सप्रेसवे गार्डन कहा जा रहा है। बेहतर कनेक्टिविटी और लाइफस्टाइल की वजह से निवेशकों को अपनी और आकर्षित करेगा। अनुमान है कि इस नई मिनी स्मार्ट सिटी (New Mini Smart City) के बनने से आसपास के इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतें सातवें आसमान में जा सकती है।
नई मिनी स्मार्ट सिटी (New Mini Smart City Update) को बचाने के लिए पहले चरण में लगभग 39 हेक्टेयर भूमि पर इसे डेवलप किया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में 12 हेक्टेयर भूमि पर विकसित होगी। स्मार्ट सिटी के निर्माण के लिए भूमि को पहले ही चिन्हित कर लिया गया है। शेष 42 हेक्टेयर भूमि जहां कुछ विवाद बने हुए हैं। सभी दिक्कतें दूर होने के बाद तीसरे चरण में भी भूमिका अधिग्रहण कर लिया जाएगा और निर्माण कार्य शुरू होगा।
रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा
इस बड़े पैमाने के विकास से निर्माण और उससे संबंधित वाणिज्यिक गतिविधियों के माध्यम से भारी संख्या में रोजगार पैदा होने की भी उम्मीद है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस टाउनशिप में अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर होगा, जिसमें आधुनिक ड्रेनेज (जल निकासी) और एक मज़बूत आंतरिक सड़क नेटवर्क शामिल होगा।
दावा किया जा रहा है कि यह टाउनशिप मौजूदा इंदिरापुरम से भी अधिक आधुनिक और सुव्यवस्थित होगी। इसमें चौड़ी सड़कें, हरे-भरे पार्क, 24 घंटे बिजली-पानी, अत्याधुनिक सीवर सिस्टम, स्कूल, अस्पताल, ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स (Group Housing Projects) और ग्रुप हाउसिंग भूखंडों के साथ-साथ आम लोगों के लिए प्लॉट की सुविधा भी होगी।
यह प्रोजेक्ट रणनीतिक रूप से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Eastern Peripheral Expressway) के बीच विकसित किया जा रहा है, इस बेहतरीन कनेक्टिविटी के कारण दिल्ली, नोएडा और मेरठ तक पहुंच बेहद आसान हो जाएगी।
