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Railway Junction : ये है देश का सबसे बड़ा जंक्शन, भारत के हर कोने की पकड़ सकते हैं ट्रेन

Largest Railway Junction: आज हम आपको अपनी इस खबर में  देश के सबसे बड़े रेलवे जंक्शन के बारे में बताने जा रहे है। यह ऐसा रेलवे जंक्शन है, जहां पर ट्रेनों की आवाजाही 24 घंटे जारी रहती है। आइए नीचे खबर में विस्तार से जाने इस जंक्शन के बारे में....

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Railway Junction : ये है देश का सबसे बड़ा जंक्शन, भारत के हर कोने की पकड़ सकते हैं ट्रेन

HR Breaking News, Digital Desk- इंडियन रेलवे दुनिया के 5 सबसे बड़े रेलवे नेटवर्कों में से एक है. यह अपने अंदर कई ऐसी खासियत समेटे हुए हैं, जिनके बारे में आप जितना जानेंगे, उतना ही गर्व कर उठेंगे. आज हम आपको भारत के सबसे बड़े रेलवे जंक्शन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कभी भी खाली नहीं रहता.

यहां पर 24 घंटे हर वक्त ट्रेनों की आवाजाही लगी रहती है. आप इस जंक्शन से भारत के किसी भी कोने में जाने के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं. आइए जानते हैं कि यह जंक्शन कहां है और इसकी विशेषताएं क्या हैं. 


देश का सबसे बड़ा मथुरा रेलवे जंक्शन-


देश का यह सबसे बड़ा रेलवे (Indian Railways) जंक्शन यूपी के मथुरा जिले में बना मथुरा जंक्शन (Mathura Railway Junction) है. यह जंक्शन उत्तर मध्य रेलवे के अंतर्गत आता है. इस जंक्शन के जरिए पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण दिशा के लिए 7 अलग-अलग रूट की ट्रेनें गुजरती हैं. इस स्टेशन पर कुल 10 प्लेटफार्म हैं, जिन पर हर वक्त ट्रेनों की आवाजाही लगी रहती है. 

हर वक्त गुजरती रहती हैं ट्रेनें- 


रात-दिन आप कभी भी इस जंक्शन (Mathura Railway Junction) पर आइए. आपको यहां से हर वक्त सैकड़ों ट्रेनें गुजरती दिखाई देंगी. आप यहां से देश के किसी भी कोने में जाने के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं. इस जंक्शन पर पहली बार ट्रेन 1875 में चलाई गई थी. जब यहां 47 तक ट्रेन दौड़ी थी. इसके बाद वर्ष 1889 में मथुरा-वृंदावन के बीच 11 किमी लंबी मीटर गेज लाइन चालू की गई थी.

 

सफाई बढ़ाने के लिए हो रहा काम-


रेलवे सूत्रों के मुताबिक यह जंक्शन (Mathura Railway Junction) सबसे ज्यादा बुकिंग पाने वाले देश के 100 रेलवे स्टेशनों में से एक है. इतनी उपलब्धि होने के बावजूद जंक्शन पर स्वच्छता की कमी रेलवे के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है. क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI) की 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वे में शामिल 75 प्रमुख स्टेशनों में से इस स्टेशन को सबसे कम स्वच्छ घोषित किया गया था. जिसके बाद से वहां पर सफाई के लिए लगातार काम किया जा रहा है.