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Rajasthan Expressway : राजस्थान के 7 जिलों की तस्वीर बदलेगा नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, ये होगा रूट

New Expressway : राजस्थान की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए सरकार लगातार नए एक्सप्रेसवे में बना रही है। ‌अब राजस्थान वालों के लिए एक गुड न्यूज़ है। दरअसल, सरकार नया एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है, जिससे 7 जिलों की तस्वीर बदल जाएगी। चलिए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं

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Rajasthan Expressway : राजस्थान के 7 जिलों की तस्वीर बदलेगा नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, ये होगा रूट 

HR Breaking News - (New Expressway in Rajasthan)। राजस्थान को देश के अन्य राज्यों से जोड़ने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। राजस्थान की कनेक्टिविटी और मजबूत होने वाली है। क्योंकि यहां सरकार ने एक नया एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान किया है। ‌बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) को बालोतरा से गुजर रहे जामनगर अमृतसर एक्सप्रेसवे (Jamnagar Amritsar Expressway) से कनेक्ट करने के लिए एक नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।

बता दें कि यह नया एक्सप्रेसवे (New Expressway) जयपुर शहर के पास से गुजरेगा, जिससे पिंक सिटी के दक्षिणी इलाकों में विकास को रफ्तार मिलेगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से पचपदरा रिफाइनरी तक की दूरी लगभग 100 किलोमीटर कम हो जाएगी इससे यात्रा का समय 2 से 3 घंटे बचेगा।


यहां से शुरू होगा नया एक्सप्रेसवे - 


नया एक्सप्रेसवे (New Expressway) दौसा-लालसोट एक्सप्रेसवे के इंटरचेंज पॉइंट अरण्य कलां से शुरू होगा। यहां से यह ग्रीन कॉरिडोर के रूप में जयपुर के दक्षिणी हिस्से से होकर गुजरेगा। वर्तमान में तय अलाइनमेंट के अनुसार, जयपुर रिंग रोड (Jaipur Ring Road) से इसकी दूरी टोंक रोड पर मात्र 9-10 किलोमीटर रहेगी।

यह एक्सप्रेसवे जयपुर, अजमेर, ब्यावर, टोंक, जोधपुर, बालोतरा और बाड़मेर समेत कुल 7 जिलों को जोड़ेगा। अंत में यह बालोतरा के पटाउ खुर्द के पास जामनगर-अमृतसर एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगा। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 400 किलोमीटर होगी। 

200 से ज्यादा गांव से गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे - 


बता दें कि जयपुर जिले में यह नया एक्सप्रेसवे कोटखावदा, फागी, मौजमाबाद, रेनवाल मांझी, चाकसू, वाटिका, तूंगा, दूदू और साखून समेत 200 से ज्यादा गांवों से होकर गुजरेगा। जिले का लगभग 110 किलोमीटर का दायरा कवर होगा। इससे जयपुर-टोंक और जयपुर-अजमेर हाईवे भी सीधे कनेक्ट हो जाएंगे।

इसके अलावा, यह पुष्कर-मेड़ता, NH-25 (बाड़मेर-ब्यावर) और NH-62 (पिंडवाड़ा) हाईवे से कनेक्ट होगा। फिलहाल, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) से बालोतरा-पचपदरा जाने वाले वाहनों को जयपुर, अजमेर, ब्यावर और जोधपुर से गुजरते हुए अलग-अलग व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्गों का उपयोग करना पड़ता है, जिसमें 10 घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है। 

नया एक्सप्रेसवे बनने से 100km की दूरी होगी कम - 

नया ग्रीन ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे (New Green Greenfield Expressway) बनने से लगभग 100 KM की दूरी कम हो जाएगी। इससे समय की बचत होगी। यह विशेष रूप से पचपदरा रिफाइनरी और बारमेड़ क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए खास होगा। NHAI इस प्रोजेक्ट की डीपीआर (DPR) तैयार कर रहा है। मंजूरी मिलते ही सबसे पहले जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा किया जाएगा। जिलेवार जमीन अधिग्रहण की जिम्मेदारी संबंधित कलेक्टरों को सौंपी जाएगी। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट राजस्थान के उन प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) में शामिल है, जिन्हें तेजी से पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।


रियल एस्टेट में भी आएगा बूम - 


यह नया ग्रीन ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे यातायात को सुगम तो बनाएगा ही, इसके साथ ही जयपुर के दक्षिणी इलाकों में रियल एस्टेट, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। चाकसू, कोटखावदा और फागी जैसे क्षेत्रों में प्रॉपर्टी के रेट बढ़ सकते हैं। यह दिल्ली-मुंबई और जामनगर-अमृतसर जैसे प्रमुख आर्थिक कॉरिडोर को जोड़कर उत्तर भारत से पश्चिमी बंदरगाहों तक माल परिवहन को तेज करेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से स्थानिय लोगों को भी फायदा होगा। 

प्रॉजेक्ट पर शुरू हुआ काम - 


हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, प्रोजेक्ट से जुड़े गांवों में सर्वे का काम शुरू हो चुका है। प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए ग्रीन कॉरिडोर (Rajasthan Green Corridor) के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसमें वन्यजीव क्रॉसिंग और पेड़ लगाने की योजना शामिल है। यह नया एक्सप्रेसवे जयपुर और पूरे शेखावाटी-मारवाड़ क्षेत्र के विकास को पंख लगा देगा। दिल्ली से गुजरात और पंजाब तक की कनेक्टिविटी मजबूत होने से व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।