UP में 257 गांवों की जमीन पर बसेगी स्मार्ट सिटी, बदल जाएगा प्रदेश का नक्शा
UP News :उत्तर प्रदेश में लगातार नए नए शहरों का विस्तार किया जा रहा है। अब एक बार फिर से यहां पर एक और नई स्मार्ट सिटी को बसाया जाने वाला है। इस नए शहर (New City in UP) के बनने की वजह से आम लोगों को काफी लाभ होने वाला है। इसकी वजह से यहां पर फिर से लोगों को रोजगार के भी नए नए मौके मिल रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
HR Breaking News (Uttar Pradesh Update)। उत्तर प्रदेश के विकास को नई दिशा देने के लिए योगी सरकार तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश में कई बड़ी परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। इससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी। इसके साथ ही लोगों को बेहतर आवासीय सुविधा (Facilies in New City in UP) भी मिलेगी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों से प्रदेश दिन दोगुनी और रात चौगुनी तरक्की हो रही है। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।
सरकार ने किया मास्टर प्लान तैयार
हाल ही में योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य के सबसे महत्वपूर्ण काम सी शहरी विकास प्रोजेक्ट न्यू नोएडा के प्रस्ताव को पास कर दिया है। सरकार यूपी में एक और स्मार्ट सिटी बसाने की तैयारी कर रही है। इस स्मार्ट सिटी (Smart City in UP) को 257 गांव की जमीन पर डेवलप किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने मास्टर प्लान तैयार किया है।
2041 तक डेवलप होगी न्यू सिटी
दरअसल नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद की मौजूद कमियों को ध्यान में रखते हुए सरकार न्यू नोएडा को संयोजित तरीके से डेवलप करेगी। इस आधुनिक शहर में हर तरह की सुविधा उपलब्ध होगी। स्मार्ट सिटी (Uttar Pradesh New City) को डेवलप करने के लिए दादरी और बुलंदशहर के 84 गांव की जमीन को चिन्हित किया गया है। इस नए शहर का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट में पता चला है कि न्यू स्मार्ट सिटी 2041 तक डेवलप कर दी जाएगी।
चार चरणों में पूरा होगा काम
उत्तर प्रदेश में बसने जा रही स्मार्ट सिटी का कार्य कर चरणों में पूरा किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का नाम न्यू नोएडा मास्टर प्लान 2041 रखा गया है। इस शहर को अलग-अलग चरणों (Smart City in UP) में संयोजित तरीके से बसाया जाएगा। दरअसल सरकार का मकसद है कि इस स्मार्ट सिटी में किसी भी तरह की कोई खामियां ना रहे। इसको लेकर अभी से इस पर काम शुरू हो गया है। पहले चरण में न्यू स्मार्ट सिटी को कर्मबन तरीके से बसाया जाएगा।
पहले चरण का कार्य 2023 से 2027 के बीच पूरा करने का लक्ष्य है।
वहीं दूसरे चरण में 3798 हेक्टेयर भूमि पर आवास की और औद्योगिक क्षेत्र विकसित (Developed industrial area) किए जाएंगे। यह कार्य 2027 से 2032 तक पूरा करने का अनुमान है।
तीसरे चरण में विस्तार से विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। इस कार्य को 2032 से 2037 के बीच पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं चौथे और अंतिम चरण (New Project) में परियोजना को पूर्ण रूप से विकसित किया जाएगा। इस कार्य को 2037 से 41 के बीच पूरा करने का लक्ष्य है।
चौथा चरण 2037 से 2041 के बीच पूरा किया जा सकता है। इस अंतिम चरण में परियोजना को पूर्ण रूप से विकसित कर दिया जाएगा।
इन गांवों की भूमि का होगा अधिग्रहण
इस विस्तार में बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के कई गांव को शामिल किया गया है। जैसे अच्छेजा, अहमदपुर अगवाना, आमका, खटाना, रानौली, गेसूपुर, बिसहाड़ा, प्यावली और ऊंचा अमीपुर। इन गांवों की जमीन अधिग्रहण (Land acquisition) का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा, इसकी वजह से किसानों को जल्द आर्थिक लाभ मिलेगा।
क्षेत्र में बढ़ेंगे रोजगार के मौके
बता दें कि न्यू स्मार्ट सिटी (New Smart City in UP) को बसाने के लिए 157 गांव को चिन्हित किया गया है। इसमें से मास्टर प्लान 2041 141 गांव पर विकसित किया जाएगा। 141 गांव के जुड़ने से ग्रेटर नोएडा का कुल क्षेत्रफल लगभग 55970 हेक्टेयर हो जाएगा, जो पहले 22255 हेक्टेयर था। सरकार ने किसानों से यह भूमि ग्रेटर (Greater Noida)नोएडा फेस 2 के विस्तार के लिए खरीदी जाएगी। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से क्षेत्र में उद्योगों परिवहन और अन्य सुविधाओं का तेजी से विकास होगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
इस तर्ज पर डेवलप होगा न्यूज नोएडा
न्यू नोएडा को विदेशी शेरों की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा। नोएडा अथॉरिटी के सीईओ के मुताबिक यह है नया शहर पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल और ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस होगा यहां पर बनाई जाने वाली बिल्डिंग में सौर ऊर्जा ग्रीन बिल्डिंग तकनीक और ओपन ग्रीन स्पेस (Open Green Space) के कॉन्सेप्ट पर आधारित होगी नागरिकों को सुविधा के लिए अत्यधिक स्मार्ट सेवाएं प्रदान की जाएगी।
स्मार्ट ट्रैफिक और सुरक्षा सिस्टम
इंटीग्रेटेड सर्विलांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को शहर में लागू किया जाने वाला है। इसके तहत लगाए जाएंगे स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल (Smart traffic signals) और हाई-टेक कैमरे, जो भीड़ और ट्रैफिक को रियल-टाइम में मॉनिटर करेंगे। इससे न केवल ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था भी पहले से कहीं बेहतर होने वाली है।
आने वाले समय का शहरी मॉडल
न्यू नोएडा सिर्फ एक शहर ही नहीं, बल्कि भविष्य का भारत है। यह परियोजना लाखों लोगों को रोजगार (Employement in UP) देगी, व्यवसायिक संभावनाओं को बढ़ाएगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को एक नई गति मिलने चाली है। इसमें सभी वर्गों के लोगों के लिए योजनाएं होंगी- आवास, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की बेहतरीन व्यवस्था होगी।
