Success Story: सिर्फ 21 साल की इस खूबसूरत लड़की ने खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी, जाने कैसे
HR Breaking News, Digital Desk- आज हम आपको ऐसी लड़की से मिलाते हैं जिसने सिर्फ 21 साल की उम्र में कंपनी शुरू कर दी थी। वह यूपी के आगरा से ताल्लुक रखती हैं। उनका नाम है हरितिमा मिश्रा (Haritima mishra)। महज 18 साल की उम्र में उन्होंने बिजनेसवुमन बनने का सपना देखना शुरू कर दिया था। हरितिमा ने अपने भाई शिवम मिश्रा और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) से ग्रेजुएट स्नेह वर्मा के (sneha verma success story) साथ 2020 में 'एटीट्यूडिस्ट' की नींव रखी थी। यह कंपनी ऐसे जूते बनाती है जिसमें जानवरों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाता है। इस कंपनी का मकसद फैशन इंडस्ट्री में टिकाऊ और क्रूरता-मुक्त प्रथाओं को बढ़ावा देना है। एटीट्यूडिस्ट वेगन लेदर फुटवियर (Attitudist Footwear brand) ब्रांड है।
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कंपनी को अलग क्या बनाता है-
हरितिमा मिश्रा ने अपने भाई शिवम मिश्रा और भाभी स्नेह वर्मा के साथ 2020 में वेगन लेदर शू कंपनी ATTITUDIST की शुरुआत की थी। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) से ग्रेजुएट स्नेह वर्मा की विशेषज्ञता ने कंपनी की सफलता में अहम भूमिका निभाई। वेगन लेदर शूज (vegan leather shoes) के कॉन्सेप्ट ने कारीगरों और ग्राहकों दोनों को समान रूप से प्रभावित किया। इसमें जानवरों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाता है। न ही जानवरों के चमड़े का इस्तेमाल (attitudist sandals) होता है। एटीट्यूडिस्ट को अलग करने वाले प्रमुख फैक्टर्स में से एक लोगों को सशक्त बनाने और पूरी सप्लाई चेन में टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता है।
पहले मेडिकल में बनाना चाहती थीं करियर
हरितिमा ने शुरुआत में मेडिकल फील्ड में करियर बनाने की सोची थी। लेकिन, उन्हें जानवरों के चमड़े से जुड़ी नैतिक चिंताओं के साथ इंडस्ट्री ((attitudes footwears) में कारीगरों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उनकी कंपनी बिना किसी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट (aatitudist brand) के ऑपरेट करती है। उत्पादों को तैयार करने और ग्राहकों तक भेजने में लगभग 20 दिन लगते हैं। रिटर्न रेट लगभग 3-5 फीसदी होता है।
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कारीगरों के साथ गठजोड़
कंपनी का 100 से ज्यादा कारीगरों के साथ कोलैबरेशन है। सीईओ के रूप में हरितिमा मिश्रा ने सप्लाई चेन (attitudist company) में टिकाऊ प्रथाओं को शामिल किया है। एटीट्यूडिस्ट ने सफलतापूर्वक तीन लाख से ज्यादा ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 25 करोड़ रुपये का (attitudist company revenue) रेवेन्यू दर्ज किया है।
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आगे क्या है टारगेट?
हरितिमा मिश्रा के आगे के भी टारगेट साफ हैं। उनका लक्ष्य वर्ष 2025 तक 50 करोड़ रुपये की बिक्री हासिल करने का है। आगे विस्तार की भी योजना है। एटीट्यूडिस्ट की सीईओ ऐसे भविष्य की कल्पना करती हैं जहां हाई क्वालिटी शूज (high qualityb eco friendly shoes) पर्यावरण के प्रति जागरूक मूल्यों के साथ अडजस्ट हों। साथ ही ये किफायती दामों पर मिलें।
