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Supreme Court Decision : बड़ी बेंच का फैसला मान्य होगा या 7 जजों का, सुप्रीम कोर्ट ने कर दिया साफ

Supreme Court Decision : अक्सर कोर्ट के सामने यह दुविधा रहती है कि बड़ी बेंच का फैसला मान्य होगा या जो ज्यादा संख्या में जजों का दिया फैसला। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कर दिया है कि हर स्थिति में बड़ी बेंच का फैसला ही मान्य होगा। आइए नीचे खबर में विस्तार से जाने कोर्ट की ओर से आए इस फैसले को। 
 
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Supreme Court Decision : बड़ी बेंच का फैसला मान्य होगा या 7 जजों का, सुप्रीम कोर्ट ने कर दिया साफ

HR Breaking News, Dgital Desk- सुप्रीम कोर्ट ने जजमेंट को लेकर सबसे बड़ी दुविधा दूर कर दी है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि हमेशा बड़ी बेंच का फैसला मान्य होगा। इसे सरल शब्दों में समझिए तो अगर किसी मामले में पांच जजों की बेंच ने कोई फैसला दिया है और उसी मामले में सात जजों की बड़ी बेंच ने 4:3 के अनुपात से फैसला दिया है तो बहुमत से 7 जजों की बड़ी बेंच का फैसला ही मान्य होगा। इसका अर्थ यह हुआ कि पांच जजों की बेंच पर 7 जजों का फैसला प्रबल माना जाएगा और वही मान्य होगा।

सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने यह फैसला सुनाया। जस्टिस इंदिरा बनर्जी की अगुआई वाली पांच जजों की बेंच ने एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और दिल्ली सरकार के बाद में उठे इस सवाल के जवाब में उक्त फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अनुच्छेद-145 (5) के मुताबिक बड़ी बेंच का फैसला मान्य होगा।

सुप्रीम कोर्ट के सामने 2017 में यह सवाल आया था। तब जस्टिस आरएफ नरीमन और जस्टिस एसके कौल की बेंच ने यह सवाल रेफर किया था।

सवाल यह था कि अगर पांच जजों की बेंच ने एक मत से कोई फैसला दिया है और फैसला सात जजों द्वारा खारिज कर दिया जाता है और सात जजों की बेंच में चार जज एक मत से पांच जज के फैसले को खारिज करते हैं जबकि तीन जज अलग मत रखते हैं। तो क्या पांच जज के फैसले को 4 बनाम 3 के बहुमत से खारिज किया जा सकता है। यह एक ऐसा सवाल है जिस पर उत्तर की जरूरत है।

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दिए फैसले में उक्त सवाल का जवाब दिया। SC ने कहा कि अगर 7 जजों की बेंच बहुमत से फैसला देते हैं और वह फैसला 4 बनाम 3 के बहुमत से दिया जाता है तो वह फैसला पांच जजों की बेंच पर प्रबल होगा।