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supreme court ने बताया- सास ससुर के घर में बहू का कितना अधिकार

supreme court decision :समाज में पुरानी चली आ रही परंपराओं और रितिरिवाजों के चलते बेटी को पराया धन कहा जाता है। इसका मतलब होता है कि जब लड़की का विवाह होगा तो जहां उसकी शादी होगी वहीं उसका घर होगा। लेकिन, सास ससुर के घर में क्या बहू को सच में वो संपत्ति एवं अन्य अधिकार (supreme court decision) मिलते हैं, जो परंपराओं के हिसाब से माने जाते हैं। वहीं, बहू के अधिकारों पर सुप्रीम कोर्ट (supreme court) का भी एक बड़ा फैसला आया है।

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supreme court ने बताया- सास ससुर के घर में बहू का कितना अधिकार

HR Breaking News (supreme court order) : सुप्रीम कोर्ट की ओर से किया गया फैसला उन बहूओं के लिए सबक भी है जो अपने सास ससुर को तंग करती है। कई बार देखने को मिलता है कि सास ससुर की संपत्ति पर बहू कब्जा जमाने लगती हैं और सास ससुर को ओल्ड एज होम में भेजने की सोचती हैं। लेकिन, ऐसा करना बहू को भारी पड़ सकता है। आइए सुप्रीम कोर्ट (supreme court) के फैसले के बारे में भी जानते हैं। 

 

 

supreme court ने सुनाया ये फैसला
 

सुप्रीम कोर्ट की ओर से एक फैसला आया है। इसमें  एक बहू को अदालत (court decision) ने सख्त आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने बहू को बुढ़े सास-ससुर के मकान को खाली करने का आदेश दिया है। बहू को सास ससुर का घर खाली करना ही होगा। 

 

यह है मामला
 

दरअसल, मामला उत्तराखंड के हरिद्वार का है। हरिद्वार में एक बुढ़े ससुर ने बेटे की बहू की प्रताड़ना से तंग आकर एसडीएम (court decision) के सामने अपील की थी। इसमें बहू को घर खाली कराने की अपील की थी। इस अर्जी में बहू पर काफी गंभीर आरोप लगाए गए थे। 

 

एसडीएम कोर्ट ने दिया ये फैसला
 

एसडीएम की अदालत ने अर्जी पर संक्षान लिया। एसडीएम (court case) ने बुजुर्ग ससुर की दलीलों को मानते हुए बहू को घर खाली करने का आदेश दे दिया था। उन्होंने ससुर के पक्ष में फैसला सुनाया। ससुर को फैसले से राहत मिली। 

हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया मामला
 

जब एसडीएम कोर्ट के फैसले से बहू संतुष्ट नहीं हुईं तो वह हाईकोर्ट के दरवाजे पहुंची। हाईकोर्ट से भी एसडीएम कोर्ट के फैसले को कायम रखा गया। वहीं फिर मामला सुप्रीम कोर्ट (supreme court case) पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट (supreme court decision) ने भी मात-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों भरण पोषण एवं कल्याण कानून के अंतर्गत बहू को घर खाली करने का आदेश दिया। 


बहू रहेगी दूसरे फ्लैट में


वहीं, सर्वोच्च अदालत में जब सुनवाई हुई तो ससुर ने बहू को उनसे अलग दूसरे फ्लैट में रहने का ऑपश्न दिया। इसको सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने माना और कहा कि बहू अपनी बेटी संग दूसरे फ्लैट में रह लें। वहीं, ससुर की जिंदगी में दखल न देने का आदेश भी सुप्रीम कोर्ट ने दिया। कोर्ट ने बहू को भी भरोसा दिया कि कोई अन्य पक्ष उनके फ्लैट पर अधिकार नहीं जमाएगा।