Rajasthan में ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेस-वे का सर्वे शुरू, जमीन अधिग्रहण से पहले रूट पर लगाए निशान
Rajasthan Greenfield Expressway : देशभर में सरकार की ओर से एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। अब राजस्थान में भी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इस नए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण से पहले रूट डिसाइड किया जा रहा है, जिसको लेकर निशानदेही भी की जा रही है।
HR Breaking News (Rajasthan Expressway Network) देश का सड़क नेटवर्क लगातार मजबूत होता जा रहा है। सरकारों की ओर से लोगों को सुविधाएं देने के लिए लगातार नई-नई सड़क बनाई जा रही हैं। देश में बहुत सारे एक्सप्रेसवे बनाए जा चुके हैं। राजस्थान में भी एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। अब एक और नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, इसके लिए भूमि के अधिग्रहण से पहले सर्वे और चिन्हीकरण का कार्य किया जा रहा है।
किसानों को सता रही चिंता
सर्वे से पहले किसानों को चिंता भी सता रही है। किसानों की चिंता (Farmers Tention) बढ़ रही है कि उनको पर्याप्त मुआवजा मिलेगा या नहीं। वहीं कुछ किसान भूमि अधिग्रहण यानी भूमि अवाप्त को लेकर ही चिंतित है, जोकि किसानों में साफ देखी जा सकती है।
ग्रामीणों की ओर से चेतावनी
वहीं एक्सप्रेसवे को लेकर कुछ जगहों पर ग्रामीणों की ओर से आक्रोश भी जताया गया है। ग्रामीणों की ओर से दक्षिणी सागर बांध एवं बिनोरी सागर बांध को छोड़कर सर्वे करने की मांग की जा रही है। ग्रामीणों के लिए जलापूर्ति के ये प्रमुख सोर्स हैं।
कहां से कहां तक बनेगा एक्सप्रेसवे
एक्सप्रेसवे का निर्माण राजस्थान के ब्यावर से भरतपुर के बीच होना प्रस्तावित है। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण (Land) से पहले सर्वे और चिन्हीकरण का काम किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लालसोट उपखंड क्षेत्र के रूट पर सर्वे टीम की ओर से मार्ग का चिन्हीकरण किया गया है। गांवों से एक्सप्रेस-वे के रास्ते के लिए प्रत्येक एक किलोमीटर पर चिन्ह लगाए गए हैं।
कहां पर लगाग गए हैं चिह्न
इस एक्सप्रेसवे के लिए पक्काधोरा व बिनोरी मोड़ के बीच किशनपुरा, बिनोरी, गूदड़िया तालावगांव, कोठ्या वाली श्रीमा, गोविंदपुरा, कर्णपुरा, देवली समेत अन्य गांवों में चिन्ह लगाए जाने की खबर आ रही है। रिपोर्ट के अनुसार लालसोट-धौलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पक्काधोरा से बिनोरी मोड़ के बीच व लालसोट-कोटा मेगा हाइवे पर गोल्या से बिलौणा कलां के बीच मार्क किए जाने की समाचार है।
कितना बड़ा होगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे ब्यावर से भरतपुर तक प्रस्तावित है। इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए 324 किलोमीटर का रूट बताया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के रूट में लालसोट उपखंड के 28 गांव आ रहे हैं। इसमें प्रशासनिक स्तर पर भूमि अधिग्रहण से पहले रूट पर आने वाले गांवों में भूमि उपयोग परिवर्तन भूमि रूपांतरण, बिक्री, खरीद, निर्माण पर रोक लगाई गई है। ऐसे में 28 गांवों में सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
यहां पर भी होगा भूमि अधिग्रहण
रिपोर्ट के अनुसार ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेस-वे उपखंड के विजयपुरा, लोरवाड़ा, गूदड़िया, श्रीमा, गोविंदपुरा, कर्णपुरा चक 1 से चक 4, मोहब्बतपुरा, खेड़ली, रामपुरा कलां, बिलौणा कलां, देवली, खेमावास, प्रहलादपुरा, खटवा, मालावास, रामपुरा खुर्द, भामूवास, किशनपुरा, टोडा ठेकला, बिनोरी, शाहपुरा महाराजपुरा, थानपुरा, हमीरपुरा, डिवाचली कलां एवं डिवाचली खुर्द गांवों की कुल 260.559 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जा सकती है। हालांकि सर्वे को लेकर स्थानीय प्रशासन ने कोई पुष्टि नहीं की है।
