Haryana को यूपी के शहरों से सीधे जाड़ेंगे दिल्ली एनसीआर के ये प्रोजेक्ट, करोड़ों रुपये होंगे खर्च
Haryana New Expressway : हरियाणा और यूपी के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब हरियाणा को यूपी के साथ कनेक्ट करने के लिए एक नये प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा। ये प्रोजेक्ट दिल्ली एनसीआर के रहेंगे। वही प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए करोड़ों रुपये का खर्च आने वाला है। खबर के माध्यम से जानिये इस नए प्रोजेक्ट के बारे में।
HR Breaking News - (New Expressway)। हाल ही में दिल्ली सरकार ने एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। बता दें कि अब हरियाणा को यूपी के साथ क कनेक्ट करने के लिए एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। इसकी वजह से आम लोगों को काफी लाभ होगा। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से इस प्रोजेक्ट के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी डिटेल।
नए साल के साथ मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी-
फरीदाबाद शहर में दिल्ली-नोएडा-गाजियाबाद (Delhi-Noida-Ghaziabad) के बीच नए साल में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली है। इसके साथ ही साथ मंझावली पुल, ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, एफएनजी कॉरिडोर, ईस्ट-वेस्ट कनेक्टिविटी और स्वास्थ्य-शिक्षा से जुड़ी योजनाएं फरीदाबाद को न सिर्फ नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली के और करीब लाएंगी, बल्कि क्षेत्र को आर्थिक, औद्योगिक और सामाजिक रूप से भी मजबूती प्रदान करने वाली है।
बता दें कि मंझावली पुल: यमुना पर बनेगा विकास का सेतु यमुना नदी (Yamuna River) पर बन रहा मंझावली पुल फरीदाबाद और नोएडा के बीच सीधा और तेज संपर्क स्थापित करने वाला है। वहीं फरीदाबाद की ओर पुल का निर्माण पहले ही पूरा किया जा चुका है। हालांकि चुका है, हालांकि नोएडा की ओर सड़क निर्माण कार्य शुक्रवार से शुरू किया जाने वाला है।
मिनटों में पूरा होगा फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा का सफर -
बता दें कि ये प्रोजेक्ट नए साल पर तेजी से काम करने वाला है। इसके लिए पुल के चालू होने की वजह से फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा की दूरी मिनटों में ही सिमट जाएगी। फिलहाल लोगों को दिल्ली या अन्य वैकल्पिक मार्गों से लंबा चक्कर लगाकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा आवाजाही करनी पड़ती है, इससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी होती है। मंझावली पुल से रोजाना हजारों नौकरीपेशा लोगों, व्यापारियों और विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। साथ ही साथ ये पुल औद्योगिक इकाइयों और लॉजिस्टिक्स सेक्टर के लिए भी गेमचेंजर साबित होने वाला है।
60% पूरा हुआ इस एक्सप्रेसवे का कार्य -
जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) से सीधा जुड़ाव सेक्टर-59 से जेवर एयरपोर्ट तक प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और लगभग 60 फीसदी कार्य अब पूरा हो गया है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद फरीदाबाद और नोएडा क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीधा और तेज संपर्क मिलने वाला है।गा।
दिल्ली-मुंबई के सेक्टर-59 स्थित साहूपुरा चौक से जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) तक करीब 31 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाने वाला है। इसकी दिल्ली मुंबई से कनेक्टिविटी के लिए सेक्टर-59 में फ्लाईओवर का निर्माण तेजी से जारी रहने वाला है। इसके साथ साथ छांयसा के समीप एलिवेटेड पुल का निर्माण कार्य दिन रात जारी रहने वाला है। इससे इस परियोजना के छह माह में पूरे होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
सफर होगा आसान उद्योग, निर्यात और निवेश को मिलेगा बढ़ाव -
आईएमएसएमई ऑफ इंडिया (IMSME of India) के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया है कि एयरपोर्ट कनेक्टिविटी बेहतर होने की वजह से उद्योग, निर्यात और निवेश को जबरदस्त बढ़ावा मिलने वाला है। खासतौर पर ऑटोमोबाइल, आईटी, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को इसका सीधा लाभ मिलने वाला है। इसके साथ साथ आम यात्रियों के लिए भी हवाई सफर पहले से कहीं ज्यादा सुविधाजनक होने वाला है।
30 दशक के इंतजार क बाद शुरू होगी परियोजना -
तीन शहरों की मजबूत होगी कड़ी फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (FNG) कॉरिडोर को एनसीआर की सबसे महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी परियोजनाओं में शामिल की गई है। इस परियोजना का इंतजार लगभग 30 दशक से किया जा रहा है। फिलहाल लोक निर्माण विभाग की ओर से परियोजना की डीपीआर तैयार कर मंजूरी के लिए सरकार को भेज दी गई है।
लगभग एक साल से सरकार के पास फाइल लंबित रहने वाली है। मंजूरी के मिलते ही नए साल में परियोजना पर काम शुरू कर दिया जाने वाला है। इस परियोजना पर लगभग 950 करोड़ रुपये का खर्च आने वाला है। एफएनजी कॉरिडोर (FNG Corridor) के पूरा होने से तीन बड़े शहरों के बीच यातायात सुगम होने वाली है। साथ ही साथ दिल्ली पर निर्भरता भी कम होने वाली है। ये कॉरिडोर न सिर्फ ट्रैफिक दबाव को कम करने वाला है, बल्कि एनसीआर में संतुलित विकास को भी बढ़ावा देने वाला है।
ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए अहम है ईस्ट-वेस्ट परियोजना -
शहर के भीतर ट्रैफिक से राहत मिलेगी। इसकी शहर के अंदर आवागमन को आसान बनाने के लिए ईस्ट-वेस्ट कनेक्टिविटी परियोजना (East-West Project) काफी जरूरी रहने वाली है। इसके तहत सैनिक कॉलोनी से ग्रेटर फरीदाबाद तक एलिवेटेड फ्लाईओवर का प्रस्ताव पैश किया गया है। इस फ्लाईओवर के निर्माण से शहर के व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होने वाला है। ग्रेटर फरीदाबाद तक पहुंचने में लगने वाला समय भी कम होने वाला है। रोजाना ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों, छात्रों और व्यापारियों को भी इसका सीधेतौर पर लाभ होगा।
परियोजना के लिए सरकार ने पास किया बजट -
इस परियोजना के लिए सरकार की ओर से लगभग 1600 करोड़ का बजट पहले ही मंजूर किया जा चुका है। आने वाले बजट सत्र में बजट मिलने से योजना को रफ्तार मिलने की उम्मीद लगाई जा रही है। रोजगार, व्यापार और रियल एस्टेट को बढ़ावा इन सभी परियोजनाओं का संयुक्त प्रभाव फरीदाबाद की अर्थव्यवस्था पर साफ दिखने वाला है। वहीं बेहतर कनेक्टिविटी मिलने की वजह से जहां उद्योगों को लॉजिस्टिक्स में आसानी होने वाली है। वहीं व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी देखने को मिलने वाला है।
रियल एस्टेट एक्सपर्ट ने दी राय -
रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स ने बताया है कि मंझावली पुल, एक्सप्रेसवे और एफएनजी कॉरिडोर (FNG Corridor) के आसपास आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाओं की मांग बढ़ने वाली है। इसकी वजह से निवेशकों के साथ-साथ आम लोगों को भी लाभ होने वाली है। फरीदाबाद बनेगा एनसीआर का मजबूत केंद्र फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण के तत्कालीन शहरी विकास परियोजना अधिकारी सुधीर चौहान ने बताया कि उम्मीदें-2026 के तहत प्रस्तावित और प्रगति पर चल रही है।
ये परियोजनाएं फरीदाबाद को NCR के विकास मानचित्र पर और मजबूती से स्थापित करने वाला है। इसके अलावा सड़क, पुल, एक्सप्रेसवे, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी ये योजनाएं शहर को आधुनिक, तेज और सुविधाजनक बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। नए साल में इन परियोजनाओं के आगे बढ़ने से फरीदाबाद के लोग न सिर्फ बेहतर कनेक्टिविटी का अनुभव करने वाला है। हालांकि रोजगार, व्यापार और जीवन स्तर में भी सकारात्मक बदलाव देखेंगे।
