UP के 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा ये नया एक्सप्रेसवे, अगले महीने हो जाएगा शुरू
UP new expressway : उत्तर प्रदेश के विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से जोरो शोरों से काम किया जा रहा है। योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में लगातार एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है। अब फिर उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 518 गांव से होकर एक नया एक्सप्रेसवे गुजरने वाला है। आइए खबर में आपको बताते हैं उत्तर प्रदेश के इस नए एक्सप्रेसवे से जुड़ी पूरी जानकारी।
HR Breaking News - (Uttar Pradesh News) योगी सरकार का मानना है कि उत्तर प्रदेश की अगर दूसरे राज्यों के साथ अच्छी कनेक्टिविटी हो जाए तो यह प्रदेश के लिए काफी फायदेमंद होगा। ऐसे में योगी सरकार (yogi government) नए-नए एक्सप्रेसवे को बनाने पर काफी जोर दे रही है। उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 518 गांव से एक और नया एक्सप्रेसवे गुजर रहा है जिससे प्रदेशवासियों को काफी फायदा होने वाला है।
मेरठ से प्रयागराज तक बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे का 79 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। यूपीडा यानी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण का कहना है कि एक्सप्रेसवे का अर्थ वर्क 99% पूरा हो चुका है। GSB यानी ग्रेन्यूलर सब बेस का कार्य 85% तथा DBM यानी डेंस बिटुमिनस मैकाडम का कार्य 82 फीसदी पूरा हो गया है।
यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा। इनमें मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहाँपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ शामिल हैं।
Ganga Expressway मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज में एनएच 19 पर जुदापुर दादू गांव के पास खत्म होगा। गंगा एक्सप्रेसवे के यातायात के लिए खुल जाने से मेरठ से प्रयागराज केवल 6 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। एक्सप्रेसवे पर कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। फिलहाल इस एक्सप्रेसवे को 6 लेन का बनाया जा रहा है, लेकिन आगे इसे जरूरत पड़ने पर 8 लेन का भी बनाया जा सकता है।
Ganga Expressway पर 28 फ्लाइओवर, 126 छोटे पुल
इस एक्सप्रेसवे पर 28 फ्लाईओवर, 381 अंडरपास और 126 छोटे पुल बनाए गए हैं। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे (UP new expressway) 9 अलग-अलग लोकेशन पर जन सुविधा परिसर डेवलप किए जाएंगे। वहीं, मेरठ और प्रयागराज पर मुख्य टोल प्लाजा की योजना बनाई गई है, जबकि 15 स्थानों पर रैंप टोल प्लाजा प्रस्तावित हैं।
अडानी समूह भी कर रहा काम
गंगा एक्सप्रेसवे (Length of Ganga Expressway) जिसकी लंबाई 594 किलोमीटर होगी तथा इसमें से 464 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण अडानी समूह कर रहा है। इस एक्सप्रेसवे को डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण (DBFOT) मॉडल पर बनाया जा रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में शामिल है। अडानी समूह बदायूं से हरदोई तक 151.7 किलोमीटर, हरदोई से उन्नाव तक 155 किलोमीटर और उन्नाव से प्रयागराज तक 157 किलोमीटर के खंड बना रहा है।
गंगा एक्सप्रेसवे से होंगे कई फायदे
यह एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) न सिर्फ राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को बल देगा, बल्कि छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों को भी राज्य की मुख्यधारा से जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से कृषि, व्यापार, पर्यटन और निवेश के नए अवसर पैदा होंगे। गंगा एक्सप्रेसवे का जमीन पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर में किया था।
