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UP new metro line : उत्तर प्रदेश में बिछाई जाएगी 44 किलोमीटर की नई मेट्रो लाइन, इन 39 जगहों पर बनेंगे मेट्रो स्टेशन

Metro Line in UP : उत्तर प्रदेश में लगातार नए नए मेट्रो लाइन का विस्तार हो रहा है। यहां पर 44 किलोमीटर लंबी लाइन का विस्तार होने वाला है। यहां पर 39 जगहों पर मेट्रो स्टेशन (UP Metro Station) का निर्माण होगा। इसकी वजह से यूपी के प्रगति कार्य को रफ्तार मिलने वाली है। वहीं रोजगार के भी नए नए मौके बनने वाले हैं। खबर में जानिये यूपी में बनाएं जाने वाली इस नई मेट्रो लाइन के बारे में।

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UP new metro line : उत्तर प्रदेश में बिछाई जाएगी 44 किलोमीटर की नई मेट्रो लाइन, इन 39 जगहों पर बनेंगे मेट्रो स्टेशन

HR Breaking News (metro line)। यूपी में पिछले काफी समय से मेट्रो लाइन का विस्तार हो रहा है। अब यहां पर एक और नई मेट्रो लाइन बनाई जाएगी। इस मेट्रो लाइन के बनने की वजह से यूपी के लोगों को रोजगार के भी नए नए मौके मिलने वाले हैं।

 

इस मेट्रो के संचालन के लिए भूमि अधिग्रहण (Land acquisition for metro) की प्रकिया को शुरू कर दिया है। ऐसे में अब यहां पर मेट्रो परियोजना को भी गति मिलने वाली है। आइए जानते हैं यूपी में बनाई जाने वाली इस नई मेट्रो लाइन के बारे में पूरी जानकारी।

 


यहां पर होगा मेट्रो लाइन का निर्माण


स्मार्ट सिटी प्रयागराज में लाइट मेट्रो को साकार रूप देने की कवायद तेज हो चुकी है। स्टेशन बनाने का स्थान पहले से निर्धारित कर दिये गए है। ऐसे में अब ट्रैक (Metro Track) और स्टेशन बनाने के लिए जल्द भूमि अधिग्रहण की प्रकिया को भी शुरू किया जाएगा।

 

इसके लिए मेट्रो काउंसिल का गठन किया जाने वाला है। काउंसिल भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेगी। गठित होने वाली मेट्रो काउंसिल (Metro Council) में 30 सदस्य होने वाले हैं। इसमें प्रमुख सचिव नगर विकास और राज्य निर्वाचन आयुक्त सहित 10 संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। 

 


इतने किलोमीटर की लाइन का होगा संचालन


प्रयागराज में लाइट मेट्रो के संचालन को लेकर गुरुवार को लखनऊ में बैठक की गई है। नगर आयुक्त साईं तेजा और नगर निगम के मुख्य अभियंता दिनेश चंद्र सचान ने बैठक में हिस्सा लिया जाएगा।

 

बैठक में सीएम ग्रिड योजना (CM Grid Scheme) के तहत बनने वाले सड़कों पर मंथन किया जा चुका है। शहर में 44 किलोमीटर की दूरी में लाइट मेट्रो का संचालन दो रूट पर किया जाएगा।

 


दोनों रूटों को मिलाकर बनाये जाएगा 39 स्टेशन का निर्माण


लाइट मेट्रो के लिए दोनों रूटों को मिलाकर 39 स्टेशन (Light Metro Station) का निर्माण होने वाला है। इसमें मुख्य स्टेशन परेड मैदान में बनेगा। लाइट मेट्रो के संचालन में 8747 करोड़ रुपये तक का खर्च आने वाला है।

इसका संचालन बमरौली से सिटी लेक झूंसी तक 23 किलोमीटर और शांतिपुरम से छिवकी (Light Metro in UP) 21 किलोमीटर तक किया जाने वाला है। लगभग 100 गांव के काश्तकारों से जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। काश्तकारों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
 

इन क्षेत्रों की भूमि होगी अधिग्रहित


एक्सपर्ट्स द्वारा बताया जा रहा है कि ट्रैक और स्टेशन बनाने की जद में जो मकान आएंगे उसकी कीमत का दो गुना मुआवजा दिया जा रहा है। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि बमरौली, झूंसी, (jhunsi Metro Station) फाफामऊ और नैनी क्षेत्र में ट्रैक और स्टेशन बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। लाइट मेट्रो का संचालन दो फेज में कराया जाने वाला है।


यहां पर बनेंगे 20 स्टेशन


पहले फेज में बमरौली से झूंसी सिटी लेक तक 20 स्टेशन को बनाया जा रहा है। इसके अलावा शांतिपुरम से छिवकी तक 19 स्टेशन (Light Metro Station) का निर्माण होने वाला है। एक स्टेशन पर एक से दो मिनट तक लाइट मेट्रो का स्टापेज होगा।


बमरौली से सिटी लेक झूंसी तक का रूट


बमरौली, शमीम मार्केट, ट्रांसपोर्टनगर, गयासुद्दीनपुर, मीरापट्टी, धूमनगंज, वसुंधरा विहार कालोनी,सूबेदारगंज, एल रोड, प्रयागराज जंक्शन, (prayag junction) सिविल लाइंस, मेडिकल कालेज चौराहा, मधवापुर, संगम, आजाद नगर, झूंसी, त्रिवेणीपुरम, सिटी लेक फारेस्ट स्टेशन बनाये जाने वाले हैं।


शांतिपुरम से छिवकी रूट


इस एक्सप्रेसवे के लिए शांतिपुरम, गंगानगर, फाफामऊ, प्रीतमनगर, एमएनएनआईटी, तेलियरगंज, मजार चौराहा,इवि,यूनिवर्सिटी रोड, कर्नलगंज, प्रीतमगंज, (Pretamganj metro station) परेड मैदान, मिंटो पार्क, महेवा पट्टी, अंबेडकर नगर, अरैल, नैनी बाजार रोड, नैनी, छिवकी स्टेशन को तय किया गया है। इन स्टेशनों से होकर मेट्रो गुजरेगी। 


जानिये क्या है लाइट मेट्रो


लाइट मेट्रो, मेट्रो से छोटी होती है। इसमें तीन कोच को बनाया जाता है। तीनों डिब्बों 200 से 300 यात्री एक साथ बैठ कर सफर कर सकते हैं। लाइट मेट्रो (Light Metro Kya h) का ट्रैक सड़क के समानांतर जमीन पर ही होता है।

जहां पर सड़क और फुटपाथ की चौड़ाई कम की जाती है उस स्थान के लिए लाइट मेट्रो का संचालन बेहतर होता है। लाइट मेट्रो का स्टेशन बस स्टेशन की तरह होता है। लाइट मेट्रो (Light Metro News) के स्टेशन का दायरा छोटा होता है।