UP News : एक्सप्रेसवेज किनारे बसाए जाएंगे नए ओद्यौगिक शहर, प्रोपर्टी की कीमतों में आएगा उछाल
यूपी में पिछले काफी समय से नए नए शहरों का निर्माण हो रहा है। यहां पर अब एक नया ओद्यौगिक शहर बनाया जाने वाला है। इस शहर में कई खास तरह की सुविधाएं दी जाएगी। इसके अलावा इस नये ओद्यौगिक शहर (industrial town) में रोजगार के भी कई नए नए मौके बनने वाले हैं। वहीं शहर का निर्माण होने की वजह से यहां पर प्रॉपर्टी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिलेगी। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
HR Breaking News (Expressway in UP)। यूपी में अब एक्सप्रेसवे के किनारे एक नया शहर बसाने की प्लानिंग की जा रही है। यहां पर इस नए शहर के बनने कही वजह से रोजगार के भी नए नए मौके बन रहे हैं।
इस नए शहर के बनने की वजह से प्रोपर्टी की कीमतों (Property price in UP) में तेजी देखने को मिलेगी। जिसकी वजह से उन लोगों को लाभ होगा, जिनकी यहां पर पहले से ही जमीन थी। खबर में जानिये यूपी इस नए ओद्यौगिक शहर के बारे में पूरी जानकारी।
इतनी जनसंख्या को होगा लाभ
प्राधिकरण ने 66 लाख की अनुमानित जनसंख्या को ध्यान में रखकर पुनरीक्षित महायोजना-2031 से लागू की जाने वाली है। इसमें एक्सप्रेस-वे के किनारे नए औद्योगिक क्षेत्र, नमो भारत ट्रेन व मेट्रो कॉरिडोर (Metro Corridor) के पास टीओडी नीति, 4200 हेक्टेयर भूमि पर विकास, दो ट्रांसपोर्ट नगर, लॉजिस्टिक पार्क और ट्रक पार्किंग से विकास को पंख लगाया जाने वाला है।
रियल एस्टेट को मिलेगा बूम
इस महायोजना के तहत 2031 गाजियाबाद को निवेश व रियल एस्टेट का बड़ा हब बनाने में सहायक सिद्ध होने वाला है। वहीं यह योजना प्राधिकरण क्षेत्र के विकास का स्पष्ट रोड मैप रहने वाला है।
इसकी वजह से न सिर्फ यहां के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा बल्कि शहर को भविष्य के निवेश (Real estate price in UP) के लिए भी और अधिक आकर्षक बनाया जाएगा। इसकी वजह से औद्यौगिक क्षेत्र विकसित होने के साथ ही रियल एस्टेट में निवेश को रफ्तार मिलने वाली है।
रियल एस्टेट की संभावनाएं होंगी प्रबल
महायोजना-2031 में ट्रांजिट ओरिएंटेड डवलपमेंट (टीओडी) नीति को बढ़ावा दिया गया है। इसकी वजह से तहत नमो भारत ट्रेन मेट्रो कॉरिडोर के आसपास के क्षेत्र में सुलभ आवास, व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स और मनोरंजन की सुविधाएं विकसित (UP Devlopment) की जाने वाली है।
इन क्षेत्रों में एफएआर को 1.5 से बढ़ाकर 5.0 कर दिया गया है, इसकी वजह से डवलपर्स को हाई राइज बिल्डिंग और मिक्स्ड यूज प्रोजेक्ट्स विकसित करने का बड़ा अवसर मिलने वाला है।
निवेशकों और डवलपर्स के लिए नए अवसर
महायोजना में दो ट्रांसपोर्ट नगर, दो लाजिस्टिक पार्क, दो औद्योगिक क्षेत्र और चार ट्रक पार्किंग क्षेत्र शामिल हैं। इससे रोजगार और राजस्व में बढ़ोतरी के साथ लाजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेक्टर (Warehousing Sector in UP) में नए मौके बनने वाले हैं।
नए बिल्डिंग बायलाज में रियल एस्टेट सेक्टर के लिए सबसे अहम प्रविधान हुआ है, इसमें अब 24 मीटर रोड से लगे भूखंड में नीचे दुकान और ऊपर भवन निर्माण किया जा सकेगा।
यूपी सरकार का ऐतिहासिक कदम
बायलाज को अपनाने से विकास के मानदंडों में क्रांतिकारी बदलाव दर्ज किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) सरकार द्वारा विभिन्न विकास प्राधिकरणों में लागू किए गए इन ऐतिहासिक कदमों से न सिर्फ बेहतर विकास को प्रोत्साहन मिलेगा, हालांकि विदेशों के प्रमुख महानगरों से प्रतिस्पर्धा करने में भी सक्षम होने वाला है।
एक्सपर्ट्स का ये हैं मानना
66 लाख जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए ही तैयार की गई यह महायोजना संतुलित विकास का माडल है। हाई-राइज बिल्डिंग, (High-Rise Building in UP) मिक्स्ड यूज़ प्रोजेक्ट और सुलभ आवास योजनाएं गाजियाबाद को दिल्ली-एनसीआर का नया हाट स्पाट बनाएगा।
इसके अलावा गाजियाबाद औद्योगिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध है। आज भी यहां औद्योगिक एवं आवासीय दोनों क्षेत्रों में अपार संभावनाएं बन रही है।
यहां पर नमो भारत ट्रेन, मेट्रो प्रोजेक्ट्स (Metro Projects) और प्रस्तावित लाजिस्टिक पार्क के साथ औद्योगिक के साथ आने वाले समय में गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का सबसे प्रमुख निवेश और रियल एस्टेट हब बनकर सामने आ रहा है।
