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UP News : यूपी का ये है सबसे लंबा पुल, एक से दूसरे छोर पर पहुंचने में बदल जाता है जिला

UP News :उत्तर प्रदेश में हाईवे के नेटवर्क को लगातार मजबूत किया जा रहा है। एक से बढ़कर एक हाईवे और बिना ब्रेक लगे क्रॉस हो जाए ऐसे एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। यूपी में एक्सप्रेसवे के नेटवर्क के साथ यहां इतना लंबा पुल भी बना है जो एक छोर से दूसरे छोर तक जाने पर ही जिला बदल जाता है।

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UP News : यूपी का ये है सबसे लंबा पुल, एक से दूसरे छोर पर पहुंचने में बदल जाता है जिला

HR Breaking News (largest flyover UP) उत्तर प्रदेश में सड़कों के नेटवर्क में कई फ्लाईओवर शामिल है। इसी कड़ी में एक सबसे लंबा पुल भी उत्तर प्रदेश में बनाया गया है। इस पुल के बन जाने से घंटे का सफर जल्दी ही पूरा हो जाता है और पहले यहां पर जोखिम भरा सफर होता था, अब जोखिम भी नहीं है। 

 


वेब सीरीज की हो चुकी पुल के पास शूटिंग 
 

उत्तर प्रदेश के पुल (New bridge in UP) के पास वेब सीरीज की भी शूटिंग हो चुकी है। यहां सुबह-शाम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। सैकड़ो की संख्या में लोग पुल पर आते हैं और सेल्फियां लेकर सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं। कई वेब सीरीज इस पुल के पास बन चुकी हैं। 

 


पहले नाव या स्टीमर से पार करते थे रास्ता 
 

यह पुल (Chahlari Valley Bridge) बनने से पहले लोग रास्ता पार करने के लिए स्टीमर या नाव का सहारा लेते थे। तब लोगों को इसे पार करने में काफी घंटे लग जाते थे और जोखिम भरा सफर रहता था। उस समय लोगों के पास दूसरा विकल्प नहीं था। 

यहां बना है सबसे लंबा पुल 
 

उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे पुल की लंबाई 3260 मीटर है। यह पुल भारत का सबसे लंबा पुल होने के मामले में 10वें स्थान पर है। चहलारी घाटी सेतु (Chahlari Valley Bridge) इस पुल का नाम है। पुल का उद्घाटन 2017 में अखिलेश यादव द्वारा किया गया था। 

यह पुल उत्तर प्रदेश के बहराइच (bahraich) शहर से 30 किलोमीटर और सीतापुर (Sitapur) शहर से 70 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके बनने के बाद बहराइच में रोजगार बढ़ा है। आसपास के जिले के लोग भी इस पुल के बनने के बाद बहराइच में आकर सीधे व्यापार कर रहे हैं। यह बहराइच और सीतापुर को आपस में जोड़ता है और सरयू नदी पर बना हुआ है। 

10 साल में तैयार हुआ था पुल 
 

इस नदी में बाढ़ का प्रकोप हर साल रहता है। इस वजह से पुल (New Flyover in UP) को बनाने में इंजीनियरों को काफी मेहनत करनी पड़ी थी। सबसे पहले एक हिस्सा बहराइच की तरफ से बनाया और दूसरा हिस्सा सीतापुर की तरफ, फिर धीरे-धीरे बीच का हिस्सा बनाया गया। इसको बनने में करीब 10 साल लग गए थे। इस पुल पर लागत लगभग 300 करोड़ रुपए की आई थी। 


2017 में किया गया था उद्घाटन 
 

पुल के निर्माण (flyover) का कार्य 2016 में किया गया था और इस पुल के उद्घाटन का काम 2017 में हुआ था। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस पुल का शुभ आरंभ किया था। इसके बाद यहां से आवागमन लगातार चालू है।