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7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों को कौन-कौन सी मिलती हैं सुविधाएं, जान लें सैलरी और भत्ते से जुड़ी जानकारी

7th Pay Commission : अधिकतर लोगों की आज भी सरकारी नौकरी पहली पसंद बनी हुई है. इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे नौकरी की स्थिरता, भत्ते और सम्मान. इसी कड़ी में आज हम अपनी इस खबर में ये जाननें कि आखिर केंद्रीय कर्मचारियों (central government employees) को कौन-कौन सी सुवधिाएं मिलती है-

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7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों को कौन-कौन सी मिलती हैं सुविधाएं, जान लें सैलरी और भत्ते से जुड़ी जानकारी

HR Breaking News, Digital Desk- भारत में प्राइवेट सेक्टर लोगों को आकर्षित करता है, फिर भी सरकारी नौकरी अधिकतर लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे नौकरी की स्थिरता, भत्ते और सम्मान. रिपोर्ट के अनुसार, 120 करोड़ की आबादी में केवल 3.75 प्रतिशत लोग सरकारी नौकरियों में हैं, जो इसकी लोकप्रियता को दर्शाता है. (facilities central employees get in their job)

यानी अगर बात की जाए तो 10000 में से सिर्फ 375 लोग ही सरकारी नौकरी करते हैं.  इसमें आंकड़ा यह नहीं दर्शाता की कितने लोग अप्लाई कर रहे हैं. हर साल करोड़ों लोग सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई करते हैं लेकिन उनमें से सिर्फ कुछ को ही सरकारी नौकरी मिल पाती है. सरकारी नौकरी में लोग सेन्ट्रल की नौकरी करना पसंद करते हैं. क्योंकि उसमें सुविधाों की भरमार होती है. आइए जानते हैं केंद्रीय कर्मचारियों को क्या-क्या सुविधाएं मिलती है. 

डीए की सुविधा-

केंद्रीय कर्मचारियों  को हर साल महंगाई भत्ता भी बढ़ाकर दिया जाता है. यानी अगर बाहर महंगाई बढ़ भी रही है तो सरकारी कर्मचारियों (Government employees) को उस हिसाब से महंगाई भत्ता भी बढ़ा दिया जाता है. पेंशन भोगियों (pensioners) को भी मिलता है. 

बेस्ट मेडिकल सुविधा वो भी फ्री-

लगभग हर केंद्रीय कर्मचारियों  कर्मचारी और उसके परिवार को सरकार की और से फ्री मेडिकल इंश्योरेंस f(ree medical insurance) दिया जाता है. इसके साथ ही बड़े बड़े सरकारी अस्पतालों में उनका फ्री इलाज होता है. कहीं कहीं डिपार्टमेंटल हॉस्पिटल्स (departmental hospitals) होते हैं. जहां इलाज की बेहतरीन फैसिलिटी मिलती है.

घर,कार और सहायक मिलते हैं-

केंद्रीय कर्मचारियों को अनेक सुविधाएं प्राप्त होती हैं। केंद्र सरकार के हर कर्मचारी को आवास दिया जाता है, जबकि ग्रुप ए लेवल के अधिकारियों को विशेष लाभ मिलते हैं. इनमें आवास के साथ कार और हमेशा एक ड्राइवर (driver) शामिल होता है. इसके अलावा, उन्हें एक सहायक भी प्रदान किया जाता है, जो उनके कार्यों में मदद करता है.

जॉब सिक्योरिटी रहती है-

केंद्रीय कर्मचारियों नौकरी जॉब (job) छिन जाने का डर नहीं होता. जिस तरह प्राइवेट कंपनियां (private companies) अलग बहानों से जॉब से निकल देती हैं. केंद्रीय कर्मचारियों नौकरी 58 साल तक फिक्स है. हालांकि कई पदों पर 58 की उम्र के बाद भी बने रह सकते है.

वर्किंग ऑवर बढ़ते नहीं है-

केंद्रीय कर्मचारियों  नौकरी करने वालों के वर्किंग ऑवर यानी काम करने घंटे लगभग फिक्स होते हैं. किसी सरकारी कर्मचारी को सिर्फ़ 8-9 घंटे ही काम करना होता है. जहां प्राइवेट नौकरी में ये 10-12 भी हो जाते हैं. कई मौक़ों पर एक्स्ट्रा काम (extra work) भी करना पड़ता है.