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CBI : सीनियर अफसर के घर मिला कुबेर का खजाना, बोरों में ठूस-ठूस कर भर रखे थे पैसे

CBI : हाल ही में आए एक अपडेट के मुताबिक ये कहा जा रहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी केसी जोशी के घर से 2.61 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि बोरों में ठूस-ठूस कर भर रखे थे पैसे...
 
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CBI : सीनियर अफसर के घर मिला कुबेर का खजाना, बोरों में ठूस-ठूस कर भर रखे थे पैसे

HR Breaking News, Digital Desk- केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी केसी जोशी के घर से 2.61 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। फिलहाल अधिकारी को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर के प्रधान मुख्य सामग्री अधिकारी के.सी. जोशी को मंगलवार शाम को एक ठेकेदार से कथित तौर पर तीन लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था।

ठेकेदार ने सीबीआई से संपर्क कर शिकायत की थी कि उसकी कंपनी पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) को उत्पाद और सेवाएं प्रदान करती है और उसे अनुबंध के आधार पर तीन ट्रकों की आपूर्ति का ठेका मिला था। जिसके लिए उसे प्रति ट्रक प्रति माह 80,000 रुपये मिलने थे।

सीबीआई ने जाल बिछाकर जोशी को पकड़ा-

अधिकारियों के मुताबिक, ठेकेदार ने आरोप लगाया कि जोशी सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GEAM) वेबसाइट से उनकी फर्म का पंजीकरण रद्द करने और उनका अनुबंध खत्म करने की धमकी देकर सात लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आरोप का सत्यापन किया और एक जाल बिछाया। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में जोशी को पकड़ लिया गया। इसके बाद गोरखपुर औरमें उनके घर की तलाशी ली गई जहां 2.61 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रेलवे स्टोर्स सर्विस (आईआरएसएस) 1988 बैच के अधिकारी को कथित तौर पर सीबीआई ने एक गुप्त ऑपरेशन में 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था।

आरोपी रेलवे अधिकारी को लखनऊ की एक अदालत में पेश किया गया है-

दरअसल, जोशी के गोरखपुर आवास पर कल CBI ने छापा मारा था। सीबीआई के छापे में जोशी के घर से कई बोरों में भरा हुआ पैसा मिला। जोशी पर रेलवे के ठेकों में अग्रिम घूस लेने का आरोप है। सीबीआई ने आरोपी आधिकारी को रिश्वत लेते समय रंगे हाथों पकड़ लिया। मामले में आगे की आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए रेलवे अधिकारी को लखनऊ की  एक अदालत में पेश किया गया है।