Fixed Deposits : 5 साल वाली FD पर ये बैंक दे रहा है सबसे ज्यादा ब्याज, लोग बिना सोचे कर रहे निवेश

HR Breaking News, Digital Desk - Tax Saving FD: यदि आपने अभी तक टैक्स प्लानिंग शुरू नहीं की है, तो अब यह प्रोसेस शुरू करने का समय आ गया है। टैक्स बचाने के लिए निवेश करने के लिए सिर्फ 6 महीने का समय बचा है। फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के लिए टैक्स बचाने के लिए 31 मार्च 2023 तक निवेश करना होगा।
ज्यादातर नियोक्ता या कंपनी अपने कर्मचारियों से जनवरी या फरवरी में इन्वेस्टमेंट डिक्लेरेशन करने के लिए कहती है। अपने फाइनेंशियल टारगेट को ध्यान में रखते हुए सोच-समझकर निवेश करें। निवेश के ऑप्शन में पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम आदि शामिल है। अगर आप किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते तो टैक्स सेविंग Fixed Deposit (FD) में निवेश कर सकते हैं।
टैक्स सेविंग एफडी-
BankBazaar के डेटा के मुताबिक इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) और यस बैंक (Yes Bank) टैक्स सेविंग एफडी में निवेश कर 7.25 प्रतिशत तक की ब्याज पा सकते हैं। प्राइवेट सेक्टर बैंक में ये दो बैंक सबसे अच्छी ब्याज दर दे रहे हैं। यहां निवेश की गई 1.5 लाख रुपये की रकम पांच साल में बढ़कर 2.15 लाख रुपये हो जाएगी।
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)-
देश का सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंकों की गिनती में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक शामिल हैं, ये बैंक टैक्स सेविंग एफडी पर 7 प्रतिशत तक की ब्याज दे रहे हैं। यहां निवेश की गई 1.5 लाख रुपये की रकम पांच साल में बढ़कर 2.12 लाख रुपये हो जाएगी।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया-
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक टैक्स सेविंग एफडी में 6.7 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहे हैं। पब्लिक सेक्टर बैंकों में 1.5 लाख रुपये की रकम पांच साल में बढ़कर 2.09 लाख रुपये हो जाएगी। फेडरल बैंक टैक्स सेविंग एफडी पर 6.6 प्रतिशत तक की ब्याज दे रहा है। यहां निवेश की गई 1.5 लाख रुपये की रकम पांच साल में बढ़कर 2.08 लाख रुपये हो जाएगी।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया-
पब्लिक सेक्टर बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) टैक्स सेविंग एफडी पर 6.5 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहे हैं। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और आईडीबीआई बैंक भी 6.5 फीसदी का ब्याज दे रहे हैं। यहां निवेश की गई 1.5 लाख रुपये की रकम पांच साल में बढ़कर 2.07 लाख रुपये हो जाएगी।