Gold Rate : 3 महीने बाद इतने का होगा 10 ग्राम सोना
Gold Rate : सोने -चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर अब भी जारी है। पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतें बुलेट ट्रेन की रफ्तार से दौड़ लगा रहे थे, लेकिन अब सोने के दामों में इस बड़ी हलचल के बाद स्थिरता जैसा ट्रेंड चल रहा है। बीते आंकड़ों पर गौर करें तो इस हफ्ते में सोने (Sone Ke Bhav )में इस साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि आने वाले महीनो में 10 ग्राम सोने के क्या भाव हो सकते हैं।

HR Breaking News (Gold Rate)। फिलहाल तो सोना एक रेट पर आकर स्थिर हो गया है। इन दिनों सोना एक ही रेंज में कम ज्यादा हो रहा है। एक्सपर्ट भी सोने के दामों को लेकर आने वाले दिनों के लिए असमंझस की स्थिती जताए हुए हैं।
अपडेट के मुताबिक सोने के दाम (Gold Silver Rate Today) में इस वर्ष काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला है। इसी बीच एक्सपर्ट ने आगामी 3 महीने में सोने के रेट कितने हो सकते हैं, इस बारे में बताया है।
फिर बदले सोने के दाम
बता दें कि सोने के दामों (Sone ka taja bhav) में इस हफ्ते में काफी गिरावट दर्ज की गई है। इस सप्ताह में इस साल 2025 की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है। एमसीएक्स पर सोना (gold on mcx)22 मई को 24 कैरेट सोने के दाम 93239 रुपये प्रति दस ग्राम पर चल रहा है।
एक वर्ष में कितना चढ़ा सोना
इस साल 2025 की शुरुआत से सोना 76 हजार रुपये प्रति तोला के आसपास से चला था, जिसके बाद इसकी कीमतों (sone ke rate)में खूब तेजी देखी गई है, जिसकी निवेशकों को आशा नहीं थी। इस साल से सोने के दाम (Gold Rate) रोजाना नए रिकॉर्ड बनाते हुए दिखाई पड़े।
सोने के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस साल 22 मई को एक बार फिर सोने में तेजी आई है। एमसीएक्स पर भी सोना (gold rate on mcx) एक लाख के बेहद करीब 93239 प्रति दस ग्राम पर जा पहुंचा है।
एक बार फिर शुरू हुई सोने की उल्टी गिनती
हालांकि, ताजा आंकड़ों के मुताबिक 30 प्रतिशत तक सोने के बढ़े दाम 10 प्रतिशत तक कम हो गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना (Gold in international market) 3500 डॉलर प्रति औंस के पास गिरावट दर्ज की बई है।
सोने की कीमतों में गिरावट के भी कई कारण बताए गए हैं। इसके साथ ही सोने के दाम बढ़ने का प्रमुख कारण अमेरिकी राजनीति में हुआ बदलाव है।
क्यों आई सोने के दामों में तेजी
इसके साथ ही आपको बता दे कि अमेरिका में इलेक्शन में डॉनाल्ड ट्रंप (donald trump) को जीत मिली और ट्रंप ने मेइ अमेरिका ग्रेट अगेन के तहत टैरिफ विश्वभर में मुद्दा उठाया है। डॉनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैक्स का फॉर्मूला निकाला है, जिसके तहत जो देश जितना टैक्स लगा रहा है।
उस पर भी उतना ही टैक्स लगाया जाएगा। इस टैरिफ वॉर के चलते बाजार में हालत खराब हो गए और जिसके चलते सोने में निवेश बढ़ा। इसी के चलते सोने के दाम (Gold latest Rate) दिन प्रतिदिन बढ़ते चले गए। सोना सातवें आसमान पर जा बैठा।
किन कारणों के चलते सस्ता हुआ सोना
सोने की कीमतों (Gold Rate updtes) में गिरावट के भी कई कारण है। बताया जा रहा है कि मजबूत होते अमेरिकी डॉलर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो टैरिफ वॉर के हालात सुधरे हैं, उसके चलते गिरावट आई है।
इसके साथ ही वर्तमान में जो अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां बनी हैं, उनका प्रभाव भी सोने की कीमतों पर पड़ रहा है और इसके चलते सोना-चांदी सस्ते हो रहे हैं।
3 महीने बाद इतने होंगे सोने के भाव
अभी फिलहाल तो सोने के दाम (Sone Ke Bhav) काफी बढ़ गए हैं, लेकिन अब सोना गिरावट के दौर से गुजर रहा है। इन उतार-चढ़ाव का कारण टैरिफ को हॉल्ड करना भी है। अब बाजार के हालात सुधरे हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि अगले तीन महीने तक सोने की कीमतें 88 हजार से 95 हजार के बीच रह सकती है।
वहीं, तीन महीने बाद फिर से टैरिफ का मुद्दा आने से सोने के दाम (Gold Rate) फिर बढ़ सकते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार तीन महीने बाद सोना फिर रफ्तार पकड़ लाख के पार जा सकते हैं।