home page

Gold Rate : आ गई रिपोर्ट, साल के अंत तक, 2028 और 2030 इतने का हो जाएगा 10 ग्राम सोना

Gold Rate Forecast : सोने के भावों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही थी हालांकि एक दो दिन गिरावट भी दर्ज की गई थी, लेकिन अब इसी बीच सोने के भावों को लेकर रिपोर्ट आ गई है। अगर आप भी इस समय में सोने में निवेश (Gold Investment)करने के बारे में सोच रहे हैं तो आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि साल के अंत तक 2028 और 2030 तक 10 ग्राम सोने के रेट क्या चल रहे हैं।

 | 
Gold Rate : आ गई रिपोर्ट, साल के अंत तक, 2028 और 2030 इतने का हो जाएगा 10 ग्राम सोना

HR Breaking News (Gold Rate)। निवेशकों की निगाहें हमेशा ही सोने के भावों पर टिकी रहती है। कभी एकदम से ही सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की जाती है और कहीं एक ही दिन में सोने की कीमतों में जोरदार उछाल आता है।

 

 

ऐसे में निवेशक इसी चीच के बारे में विचार करते हैं कि क्या आने वाले दिनों में भी सोने के दामों (Gold Rate Forecast ) में तेजी रहेगी या फिर सोने के दामों में नरमी देखी जाएगी। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि साल के अंत तक सोने के दाम क्या हो सकते हैं।

30 महीनों में सोने ने कितना दिया रिटर्न
 

पहले ही जिन्होंने सोने में निवेश (Gold Investment) कर दिया है, उनकी तो बल्ले-बल्ले हैं, क्योंकि सिर्फ 30 महीनों में ही सोने के दाम अब तक अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर 125 प्रतिशत उछल चुके हैं।

इससे पहले अक्टूबर 2022 में सोना $1,500 प्रति औंस के स्तर पर था और अब यह बढ़कर $3,400 से ऊपर पहुंच चुका है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर ही नहीं बल्कि भारतीय वायदा और सर्राफा बाजार में भी सोना खूब उछल रहा है। 

हफ्ते भर में कितने उछले सोने के दाम
 

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion and Jewellers Association) के आंकड़ो के मुताबिक बीते शनिवार 31 मई को सोना 95,355 रुपए पर था, जो मात्र एक हफ्ते यानी 7 जून को 97,145 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।

देखा जाए तो हफ्ते भर में इसकी कीमत 1,790 रुपए बढ़ी है। एकसपर्ट का कहना है कि अभी सोने की चमक अभी और बढने वाली है। उनका कहना है कि जब भी सोने (Sone Ke Bhav) में  गिरावट आए, तब ही सोना खरीदें और 1,06,000 रुपये का दीर्घकालिक लक्ष्य रखें।

किन कारणों के चलते सोने में आई तेजी
 

सोने की मांग (Gold Demand) में वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक तनावों के चलते तेजी आई है। इन्ही कारणों के चलते सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाले महीनों और सालों में भी सोने (Gold Rate) में तेजी जारी रहने की संभावना है। एक्सपर्ट  का कहना है कि सोने में अचानक इस वजह से दिलचस्पी बढ़ी है, क्योंकि इसका सबसे बड़ा कारण वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता है।

10 सालों में सोने ने दिया इतना रिटर्न
 

साल 2022 से ही दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने तेजी से सोने के भंडार बढ़ाए थे। निवेशकों द्वारा इस समय में गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs) में जमकर निवेश किया जा रहा हैं और इसके चलते सोने की मांग ने आपूर्ति को पीछे छोड़ दिया, जिस वजह से सोने की कीमतें बढ़ी है।

जानकारी के अनुसार  पिछले एक साल में सोने (Sone Ke Bhav)में 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ौतरी दर्ज की गई है। पिछले 10 सालों में सोना तकरीबन 180 प्रतिशत रिटर्न दे चुका है। अब एक्सपर्ट का कहना है कि डॉलर में कमजोरी, संभावित मुद्रास्फीति और भू-राजनीतिक तनावों के बीच सोने की कीमतों में तेजी बनी रह सकती है।


एक्सपर्ट का अनुमान
 

ब्रोकरेज हाउस गोल्डमैन के अनुसार केंद्रीय बैंकों (Central Banks)की बढ़ती मांग के चलते सोने के दाम में तेजी जारी रहेगी और इससे सोने की कीमतें नई ऊंचाईयों तक पहुंचेंगी। एक्सपर्ट का कहना है कि 2025 के अंत तक सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस तक जाने के आसार है।

अगर अमेरिका में नरमी आती है तो यह 3,880 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। हाई रिस्क स्थिति में गोल्डमैन ने 4,500 डॉलर प्रति औंस का टारगेट दिया है, जिसका  मतलब है कि 2025 के अंत तक सोना (Gold Rate Updates)71.5 प्रतिशत तक का रिटर्न दे सकता है। 


ऐसे में अभी आप सस्ते में सोना खरीद सकते हैं। एक्सपर्ट ने अनुमान जताया है कि सोना अगले साल $4,000 प्रति औंस तक पहुंचने के आसार है। इसका जरूरी कारण अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और बढ़े हुए अमेरिकी टैरिफ के चलते नरमी की आशंका है। इतना ही नहीं तीन महीने के लिए सोने का मकसद $3,200 से बढ़ाकर $3,500 कर दिया था, जो अब मिल गया  है।

2028, 2030 तक कितने हो सकते हैं सोने के दाम 
 

सोने की चाल को देखते हुए तो यही लग रहा है कि सोने (Gold Prices)की तेजी आने वाले दिनों में भी बरकरार रह सकती है। स्टेट स्ट्रीट ग्लोबल एडवाइजर्स के चीफ गोल्ड स्ट्रैटेजिस्ट जॉर्ज मिलिंग-स्टेनली का कहना है कि मौजूदा अनिश्चितता को देखते हुए सोने (Sone Ke Rate)में जोरदार उछाल जारी रहने वाला है। उनका कहना है कि पिछले साल  का फ्लोर रेट $2,000 था, जो अब $3,000 के ऊपर ट्रेड कर रहा  है। उन्होंने अनुमान जताया है कि सोना $3,900 तक जा सकता है।


उनका मानना है कि जिस हिसाब से अमेरिकी डॉलर (US Dollar) कमजोर होता है और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी के चलते सोना 2028 तक $5,000 प्रति औंस के आस पास रह सकता है। अटलांटिक हाउस फंड मैनेजमेंट के पूर्व हेड ऑफ मल्टी-एसेट चार्ली मॉरिस का अनुमान है कि 2030 तक सोना $7,000 प्रति औंस तक जाने के आसार है। उनके अनुसार बढ़ती मुद्रास्फीति, कमजोर डॉलर, उभरते बाजारों में इक्विटी रैली और विकसित देशों में बांड के प्रति घटती रुचि के चलते सोने (Gold latest Rate) नई ऊचांईयों पर पहुंच सकती है।