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Gold Rate Down : सोने की कीमतों में भारी गिरावट, खरीदारों के खिले चेहरे

Gold Rate Down :सोने की कीमतों ने तो इस साल सबको हैरत में डाल रखा है। सोने ने साल 2025 में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। वहीं, अगर रिटर्न की बात करें तो सोना अब तक करीब 65 प्रतिशत तक का रिटर्न दे चुका है। इससे पहले साल 1979 में सोने ने अच्छा रिटर्न दिया था। वहीं, इस बार का जो अब तक रिटर्न दिया है वह सबसे शानदार रहा है। इस बीच एक्सपर्ट का कहना है कि शॉर्ट टर्म में रुपये की चाल का प्रभाव सोने की कीमतों पर जरूर देखने को मिल सकता है। सोने पर दबाव पड़ सकता है।

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Gold Rate Down : सोने की कीमतों में भारी गिरावट, खरीदारों के खिले चेहरे

HR Breaking News (Gold Rate Down) सोने की कीमतों में पिछले काफी दिनों से उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। वहीं, वर्तमान में घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में कुछ नरमी भी देखने को मिल रही है। दूसरी ओर एमसीएक्स पर भी सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इसके पीछे की वजह डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये का मजबूत होना भी है। \

 

इसी के साथ एमसीएक्स पर सोने के दाम (Gold Price Down) अपने ऑल-टाइम हाई से काफी कम हो गए हैं। एमसीएक्स पर सोने के ऑल टाइम हाई रेट 1,35,199 रुपये प्रति 10 ग्राम रहे हैं। वहीं, अब एमसीएक्स (MCX Gold Price) पर सोने के रेट 1,34,206 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहे हैं। सोने में आई गिरावट की बात करें तो बीते 3 कारोबारी सत्रों में 1,000 रुपये की जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है।
 

 

जानें घरेलू बाजार में सोने के रेट
 

घरेलू बाजार में आज 20 दिसंबर को 24 कैरेट सोने के रेट (Gold Rate) 1,34,180 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा घरेलू सरार्फा बाजार में आज 20 दिसंबर को 22 कैरेट सोने के रेट 1,23,000 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा चांदी की कीमतों की बात करें तो आज चांदी के  रेट 2,14,000 रुपये प्रति किलोग्राम रहे हैं। 

वर्तमान में सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार बंद होते समय जो रिकवरी दर्ज की गई है, उसको लेकर भी संशय बना हुआ है। लोगों के मन में सवाल बना हुआ है कि आने वाले हफ्ते में यह रिकवरी ऐसे ही रहने वाली है या नहीं। 


 

जानें क्यों बदल रहे हैं सोने के दाम 
 

सोने की कीमतों (Gold Rates Down) में लगातार बदलाव हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमतों में वर्तमान में जो गिरावट हो रही है उकसे पीछे घरेलू ट्रिगर का अहम रोल है। दूसरी ओर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में भी बीते दिनों काफी बदलाव देखने को मिला है। रुपया अपने अब तक के निचले स्तर 91.07 से ऊपर उठकर 89.59 पर पहुंच गया है।

 
एक विशेषज्ञ के अनुसार बैंक ऑफ जापान (Bank of Japan) की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने का जो निर्णय लिया गया है इससे  डॉलर पर दबाव बढ़ा है। इस फैसले का साफ असर भारतीय रुपये पर भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में इन सब स्थितियों के चलते सोने की बढ़ती  कीमतों पर एक बार ब्रेक जरूर लगा है।  

दूसरी ओर कॉमैक्स (COMEX) पर सोना एक सीमित दायरे में व्यापार कर रहा है। कॉमैक्स (Comex) पर सोने की कीमत 4,330 डॉलर के करीब बनी हुई हैं। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू बाजार में जो रुपये को मजबूती मिल रही है उससे सोने की कीमतों में हो रही तेजी कुछ सीमित रह सकती है।  

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सोने की कीमतें 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार करती हैं तो ऐसे में संभावना यही है कि जल्दी ही सोने के रेट (Gold Latest Rates) 1,37,000 से 1,40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार कर सकते हैं। वहीं, वैश्विक बाजार में भी सोना 4,400 डॉलर के ऊपर बंद हुआ है तो आसार जताए जा रहे हैं कि सोने के रेट 4,500 डॉलर हो सकते हैं।

क्यों बढ़ रहे हैं सोने के दाम
 

सोने की कीमतों (Gold Price Down) पर काफी सारी चीजों का प्रभाव पड़ता है। इसके पीछे घरेलू बाजार की स्थिति के साथ-साथ वैश्विक परिस्थितियों का भी प्रभाव पड़ता है। वहीं, अमेरिका की ओर से जो महंगाई दरों (CPI) के आंकड़ों में नरमी बरती गई है उसका प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि फेडरल रिजर्व की ओर से आगामी समय में ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। वहीं, दूसरी ओर वर्तमान में जो भू-राजनीतिक तनाव बना हुआ है उसके बीच सोने को निवेश का सेफ साधन माना जा रहा है, जिससे सोने की बाजार में मांग बढ़ जाती है।  

जानें इस साल में कितना रिर्टन मिला है
 

साल 2025 में सोने से बेहद शानदार रिर्टन मिला है। इस साल में वर्तमान समय तक लगभग 65 प्रतिशत का रिर्टन मिल चुका है। साल 1979 के बाद से यह सबसे शानदार रिर्टन (Gold Price Update) रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि शॉर्ट टर्म में रुपया जिस हिसाब से कारोबार कर रहा है उसके चलते सोने की कीमतों पर दबाव देखने को मिल सकता है। हालांकि लंबे समय तक यह गिरावट रहती है तो यह निवेशकों के लिए पोर्टफोलियो में सोना जोड़ने का बेहतरीन मौका बन सकती है।