Gold Rate : एक्सपर्ट ने किया खुलासा, 91 हजार से घटकर 55,000 रुपये तोला होगा सोना, गिरावट के बताए ठोस कारण

HR Breaking News : (Gold Price)। इन दिनों बेशक सोने का भाव लोगों के पसीने छुड़ा रहा है, लेकिन आने वाले समय में ये गिरकर आधे रेट के करीब पहुंच जाएंगे। ऐसा कई एक्सपर्ट्स का मानना है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि घरेलू (gold price in india) व वैश्विक कारणों से ही इस समय सोने के रेट सातवें आसमान पर चल रहे हैं।
भविष्य में इन्हीं कारणों में बदलाव होने से सोने में तगड़ी गिरावट भी देखने को मिलेगी। इससे एक ओर जहां ग्राहकों को सस्ता सोना (sone ka taja bhav) खरीदने का मौका मिलेगा, वहीं निवेशकों को तगड़ा झटका भी लग सकता है। हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स यह भी मान रहे हैं कि सोने में तेजी बरकरार रह सकती है।
इस साल में सोने में आई जबरदस्त तेजी-
एक साल के आंकड़ों को देखें तो सोने में जबरदस्त तेजी आई है। 12 महीनों में सोने की कीमतों (sone ki kimat) में 40 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी हुई है। 2025 में पहली तिमाही में ही प्रति तोला सोने के दाम करीब 10 हजार रुपये बढ़ चुके हैं। अब सोने की कीमतें (gold rate latest) सबसे ऊंचे स्तर पर हैं, इससे निवेशकों को तो तगड़ा मुनाफा हो रहा है लेकिन ग्राहकों के पसीने छूट रहे हैं।
ग्राहकों व निवेशकों पर पड़ेगा यह असर
सस्ता सोना (sasta sona) खरीदने की सोच रहे लोगों के लिए राहत की बात यह है कि अगले कुछ महीने में सोने की कीमतों में भारी गिरावट आ सकती है। यह गिरावट 40 प्रतिशत से भी ज्यादा हो सकती है। इससे निवेशकों को आर्थिक नुकसान हो सकता है, इस समय भारत में 24 कैरेट सोने (24 carat gold price) के थोक व खुदरा रेट 90 हजार रुपये प्रति तोला के करीब हैं। वहीं 22 कैरेट सोना भी थोक व खुदरा स्तर पर 83000 रुपये प्रति तोला पर ट्रेड कर रहा है।
फिर आम आदमी की पहुंच में होगा सोना-
एक्सपर्ट के अनुसार ऐसा होने पर प्रति तोला के दाम 91 हजार से गिरकर 55,000 रुपये प्रति तोला होंगे। इस समय हर कोई सोने के दामों (sona chandi ka bhav) को देखकर चौंक रहा है। आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा सोना निकट भविष्य फिर अपनी हद में होगा। एक्सपर्ट का दावा है कि गोल्ड की कीमतों में आने वाले समय में 40 फीसदी से भी ज्यादा गिरावट आएगी और इस समय अमीरों के भी पसीने छुड़ा रहा सोना एक बार फिर से मिडिल क्लास वालों की पहुंच में होगा।
अंतराष्ट्रीय बाजार में भी कम होगी कीमत-
आने वाले समय में सोने के भाव (sone ka bhav) को लेकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अंतराष्ट्रीय कारणों के चलते ग्लोबल लेवल पर भी सोने के रेट (gold rate prediction) गिरेंगे। इसका असर भारतीय मार्केट पर भी पड़ेगा। भारतीय घरेलू बाजार में अभी 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 91,000 रुपये प्रति तोला है और अंतराष्ट्रीय स्तर पर यह 3,200 डॉलर प्रति औंस के करीब है।
मॉर्निंगस्टार के रणनीतिकार जॉन मिल्स के अनुसार अगर इसमें लगभग 40 प्रतिशत की भी गिरावट आती है तो भारत में सोने की कीमत (sone ka bhav kab kam hoga) करीब 55,000 रुपये प्रति तोला होगी। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें घटकर 1,820 डॉलर प्रति औंस हो सकती हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह लंबे समय बाद सोने में बड़ी गिरावट होगी।
इन कारणों से गिरेंगे भाव -
सोने की कीमतों में आने वाले समय में गिरावट (gold decline) के कई कारण रहेंगे। एक्सपर्ट्स के अनुसार इनमें कई राजनीतिक कारण, सरकारी नीतियां भी शामिल होंगी। इस समय भू राजनीतिक तनाव के कारण सोने के दामों में तेजी आई है, क्योंकि लोग सुरक्षित निवेश समझ सोने में निवेश की ओर रुझान किए हुए हैं। जब ये वैश्विक संघर्ष का तनाव कम हो जाएगा तो सोने के दाम गिरने (gold price 2025) की संभावना है। डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान शुरू हुए व्यापार युद्ध की नीतियों के बीच कई फैक्टर हैं जो सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
सोने का उत्पादन और आपूर्ति-
सोने की बढ़ती सप्लाई और उत्पादन (gold production) के कारण निकट भविष्य में दाम गिर सकते हैं। अब डिमांड बढ़ने से सोने का उत्पादन काफी बढ़ गया है। इस समय सोने का वैश्विक भंडार 9 प्रतिशत बढ़कर 2,16,265 टन हो गया है। ऑस्ट्रेलिया में सोने का खूब उत्पादन बढ़ा है और पुराने सोने के रीसाइकिल होने से सोने की सप्लाई में भी तेजी आई है। 2024 में दूसरी तिमाही में सोने के खनन (gold mining) से करीब 950 डॉलर प्रति औंस तक मुनाफा हुआ है। यह 2025 में बदलने की संभावना है।
मांग में आएगी कमी-
फिलहाल दुनिया के कई केंद्रीय बैंकों (central banks) ने सोने की खरीददारी पर जोर दिया हुआ है। आने वाले समय में यह घट सकता है और सोने के दाम गिर सकते हैं। दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने पिछले साल 1,040 टन से अधिक सोना (gold buying rules) खरीदा था। आने वाले समय में यह खरीदारी कम हो सकती है, जिस कारण साने के दाम गिरकर आधे भी हो सकते हैं।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के एक सर्वे में यह सामने आया है कि दुनिया के 70 प्रतिशत केंद्रीय बैंक अपने सोने के भंडार (gold reserves in india) को कम करने की सोच रहे हैं। यानी आगे बढ़ने के बजाय कम या फिलहाल के स्तर को मेंटेन रखने का प्लान कर रहे हैं। इससे सोने की कीमतें गिर सकती हैं।
कीमतें बढ़ने का भी किया जा रहा दावा-
भविष्य में आने वाली संभावित परिस्थितियों के बावजूद कुछ एक्सपर्ट्स (Experts opinion on gold) मान रहे हैं कि सोने की कीमतों में तेजी भी आ सकती है। इस बारे में दावा किया जा रहा है कि आने वाले समय में सोने की कीमतों में गिरावट आएगी, वहीं दूसरी ओर कुछ एक्सपर्ट्स ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि सोने की कीमतों (sone chandi ki kimat) में तेजी बनी रहेगी। बैंक ऑफ अमेरिका (bank of america)ने संभावना जताई है कि अगले दो वर्षों में सोने की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है, जो फिलहाल 3200 डॉलर प्रति औंस के करीब है।