Gold Rate : बड़ी खुशखबरी, अगले 4 से 6 महीने में इतने हो जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट
Gold Rate : सोने के दामों में इस साल ऐतिहासिक बढ़ौतरी ने लोगों को परेशान कर दिया है। ज्वेलरी खरीद 16 साल बाद पहली बार 25 प्रतिशत तक कम हो गई है। वहीं, दूसरी ओर निवेश के लिए सोने की खरीद बढ़ी है। निवेशकों ने 7 प्रतिशत सोना ज्यादा खरीदा है, यह भी दस साल का इतिहास है। अब आम लोगों के लिए खुशखबरी आ रही है। आने वाले 4 से 6 महीने में सोने के दामों (Gold Rate) में बड़ा बदलाव होने वाला है।

HR Breaking News (Gold Rate) इस साल सोने के दामों में 25 से 28 प्रतिशत की बढ़ौतरी देखने को मिली है। फिलहाल गोल्ड में उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है।
पिछले लंबे समय से सोने के दाम बढ़े तो कुछ दिनों से सोने के दामों में कमी आई है। सोने के दाम पहले से काफी ज्यादा गिर गए हैं। ऐसे में निवेशकों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं और आम खरीदार खुश नजर आ रहे हैं।
एक लाख को क्रॉस कर गया सोना
इस साल सोने ने एक लाख के ऐतिहासिक आंकड़े को भी छू लिया था। सोने के दाम (Gold Rate) अप्रैल महीने की 22 तारीख को एक लाख को क्रॉस कर गए थे। वहीं, एमसीएक्स पर भी सोना एक लाख के बेहद करीब चला गया था। 22 अप्रैल को ही एमसीएक्स पर सोना 99,358 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर चला गया था।
एक लाख से धड़ाम से गिरे दाम
सोने के दाम एक लाख जाने के बाद धड़ाम से गिरे हैं। सोने के दामों में 22 अप्रैल के बाद तगड़ी गिरावट देखने को मिली है। सोना 22 अप्रैल के बाद एमसीएक्स (Gold Rate) पर तो 7 हजार रुपये तक गिर चुका है, वहीं सराफा बाजार में भी गिरावट लगभग बराबर है।
सोने के दाम बढ़ने का कारण
सोने के दाम गिरने के पीछे कईं कारण हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि सोने की कीमतों में साल दर साल के हिसाब से तेजी ही देखने को मिली है। सोने ने जनवरी से अब तक करीब 21 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है। वहीं, सालभर में सोने ने 32 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
सोने के दामों को इंटरनेशनल कारण सपोर्ट कर रहे हैं। दुनिया में अमेरिका की ओर से टैरिफ वॉर के चलते सोने के दामों में तेजी देखने को मिली।
क्योंकि इससे बाजार में अनिश्चित्ता का माहौल उतपन्न हुआ और सोने की कीमतों (Gold Rate) में तेजी आई, क्योंकि निवेशकों ने बाजार में रिश्क लेने की बजाय सोने को सुरक्षित ऐसेट मानते हुए इसमें निवेश किया।
सोने के दाम गिरने के कारण
परंतु, अब गलोब्ल टेंशन कम हुई है। यूएसए की ओर से रूस-यूक्रेन वॉर को रुकवाने की कोशिश है। वहीं, ट्रेड वॉर को लेकर चीन और अमेरिका में भी बातचीत का मोड़ एक्टिव हो रहा है। ऐसे में सोने के दामों (Gold Rate) को सपोर्ट कम हुआ है। इससे सोने की कीमतें गिरी हैं।
अगले 4 से 6 महीने में यह रह जाएंगे दाम
देश में सोने की कीमतों ने 1 लाख तोला का कीर्तिमान छुआ, लेकिन अब सोने में करीब 7-8 हजार रुपये की गिरावट आई है। वहीं एक्सपर्ट का अनुमान है कि आने वाले दिनों में करीब 4 से 6 महीनों में सोना ऑल टाइम हाई से 19000 हजार रुपये गिर सकता है।
मीडियो रिपोर्ट्स में केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय सुरेश केडिया के हवाले से बताया गया है कि 4 से 6 महीने में सोने की कीमत 80 हजार तक आ सकती है। उनके अनुसार दस ग्राम सोना 80 से 85 हजार तक पर रह सकता है।
क्यों कम होंगे सोने के दाम
सोने के दाम (Gold Rate) कम होने के पिछे उन्होंने कारण भी बताया है। एक्सटर्प का कहना है कि ट्रंप की ओर से टैरिफ लगाने के बाद सोना बढ़ा था। अब अमेरिकी राष्ट्रपति का रुख नरम पड़ा है तो ग्लोबल टेंशन स्थिर हो रही है। इसी की वजह से सोना गिर रहा है।