Gold Rate : जून में कितना महंगा या सस्ता हुआ सोना, जान लें पूरी रिपोर्ट
Gold Rate Review : सोने के दाम जून में लगातार उतार चढ़ाव के दौर से गुजर रहे हैं। सोने के दामों में कभी बहुत तेजी तो कभी रिकॉर्ड गिरावट का दौर आया है। ऐसे में सोने के दामों ने जून महीने में ऑवरओल कैसी परफोर्मेंस दी है, आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में-

HR Breaking News (Gold Rate) सोने के दाम कभी तेजी से बढ़ रहे हैं तो कभी उससे भी तेजी से ढलान पर आ रहे हैं। सोने के दामों में ये बदलाव निवेशकों व आम ग्राहकों को बेचैन भी कर रहे हैं। जून महीने में ही सोने ने अपने ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया है। जून महीने में सोने के दामों का अप्रैल का रिकॉर्ड टूट गया है।
इन वजहों से आया सोने चांदी में उतार चढ़ाव
सोने चांदी के दामों में काफी उतार चढ़ाव आया है। सोने चांदी के दामों में उतार चढ़ाव का कारण इरान इजराल युद्ध रहा है। युद्ध शुरू हुआ तो सोने के दाम बढ़ गए और युद्ध शांत होते ही सोने के दाम काफी तेजी से गिर गए। सोने के दामों (Gold Rate) में ये गिरावट जारी है।
कितना उतार चढ़ाव आया सोने के दामों में
जून महीने में सोने के दाम (Gold Rate) काफी तेज बढ़ गए हैं। सोने की तुलना में चांदी तो और आगे बढ़ गई है। जून में सोने की कीमत 2103 रुपये बढ़ गई है। वहीं, चांदी के दाम साढ़े चार गुणा के लगभग 9624 रुपये बढ़ गए हैं।
क्यों बढ़ गए सोने के दाम
सोने के दामों (Gold Rate) की धातुओं में तेजी का कारण ईरान-इजरायल युद्ध रहा है। दुनिया भर में जियो पॉलिटिकल टेंशन, डॉलर का के दाम गिरना, अमेरिका का ट्रेड वॉर और फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें रही हैं। सोने के ऑनलाइन स्वरूप को भी खूब खरीदा जा रहा है।
कहां से कहां पहुंच गए सोने के दाम
आईबीजेए की ओर से जारी गोल्ड के दामों (Gold Rate)की बात करें तो 30 मई को 24 कैरेट सोना बिना जीएसटी के 95355 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं इस दौरान चांदी 97458 रुपये प्रति किलो पर थी।
30 जून को सोना 95355 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 97458 रुपये (Gold Rate) पर पहुंच गया। यानी एक महीने में ही सोने के दाम 2103 रुपये बढ़ गए। वहीं चांदी के दाम 30 जून को 105510 रुपये प्रति किलो दर्ज किए गए। यह 30 दिन में 9624 रुपये बढ़ गई।
चांदी के दामों में इसलिए आई बढ़ौतरी
एक्सपर्ट अजय केडिया के अनुसार चांदी के दाम बढ़ने का कारण वैश्विक आर्थिक हालात और राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण आई है। अमेरिका में अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है। यहां पर मंदी का डर सता रहा है। इससे डॉलर कमजोर हो रहा है। तनाव ने निवेशकों में सुरक्षित चीजों में निवेश के लिए उत्सुकता लाई है।
चांदी को दी जा रही ज्यादा तरजीह
निवेशकों की ओर से सोने की बजाय चांदी में ज्यादा निवेश किया जा रहा है। हालांकि चांदी की चर्चा कम है। यह अनुपात 107 से गिरकर 95 पर आ गया है। जो बताता है कि चांदी की खरीद ज्यादा हो रही है और दाम ज्यादा बढ़ रहे हैं।
अक्सर ऐसा होने पर चांदी की कीमतें सोने से बेहतर प्रदर्शन करती हैं। चांदी की सोलर एनर्जी , इलेक्ट्रिक वाहनों और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में तेज वृद्धि की वजह से मांग बढ़ रही है।