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Gold Rate : जुलाई में इतने का हो जाएगा 10 ग्राम सोना

Gold Rate : सोने के दामों में उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है। सोना कभी गिर रहा है तो कभी तेजी से बढ़ रहा है। सोने के दामों में इस गिरावट ने लोगों को परेशान कर रखा है। गोल्ड में ऐसी तेजी पहले नहीं देखी गई होगी। सोना इस साल लगातार बढ़कर 1 लाख को क्रॉस कर गया था। वहीं, कुछ दिन तगड़ी गिरावट का दौर भी देखने को मिला है।

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Gold Rate : जुलाई में इतने का हो जाएगा 10 ग्राम सोना

HR Breaking News (Gold Rate) सोने के दामों में वैसे तो लगभग रोजाना ही बदलाव आता रहता है, कभी दाम इधर तो कभी उधर। परंतु, 2025 सोने में निवेशकों के लिए गोल्डन पीरियड साबित हुआ है। इस साल निवेशकों ने सोने से जमकर मुनाफा वसूला है। वहीं, आम ग्राहकों के लिए सोना आउट ऑफ रेंज हो गया है। 

 


कितने रुपये बढ़े सोने के दाम
 

2025 में 1 जनवरी से अब तक 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 19,220 रुपये बढ़ चुका है। सोने के दाम (Gold Rate) 1 जनवरी को 76,162 रुपये प्रति 10 ग्राम थे। सोना 95,382 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया है।

 

इसी प्रकार, चांदी का भाव भी 86,017 रुपये प्रति किलो से 11,693 रुपये बढ़ गया है। चांदी 97,710 रुपये प्रति किलो पर आ गई है। इससे पहले 2024 में सोने के दाम 12,810 रुपये बढ़े थे।  

 

 

22 अप्रैल को ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया था सोना
 

सोने के दाम इस साल की शुरुआत में काफी बढ़े हैं। साल की शुरुआत से लेकर अब तक सोना बढ़ता ही गया है। कुछ दिन की गिरावट रही, बाकी हरियाली ही रही है। 22 अप्रैल को सोना ऐतिहासिक अंक 1 लाख को पार कर गया था। वहीं, इसी दिन एमसीएक्स पर भी सोने के दाम (Gold Rate) 99,358 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए थे। 

यह चल रहा है सोने का दाम
 

सोने के दाम (Gold Rate) में 26 मई को गिरावट दर्ज की गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 89 रुपये कम हुआ है। सोने के दाम 95,382 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किए गए हैं। वहीं, इससे पहले सोने के दाम 95,471 रुपये प्रति 10 ग्राम पर थे।


किन कारकों से प्रभावित हो रहा सोना
 

कई कारकों के चलते सोने और चांदी की कीमतों (Gold Silver Rates)पर प्रभाव पड़ता है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही कारणों के चलते सोने-चांदी की कीमतों (Sone Ke Bhav) में लगातार उतार-चढ़ाव होता रहता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया भर में मांग, करेंसी एक्सचेंज रेट, ब्याज दर, सरकारी नीतियां, और ग्लोबल इवेंट्स जैसे कई कारक सोने-चांदी के मूल्य को प्रभावित कर सकते हैं।

क्यों बढ़े इस बार सोने के दाम
 

इस बार सोने के दामों में सबसे बड़ा कारण निवेशक रहे हैं। निवेश के लिए सोने की मांग बढ़ी तो सोने के दाम बढ़े हैं। निवेशकों ने सोने (Gold Rate) का रूख टैरिफ वॉर के चलते बाजार में अनिश्चित्ता होने के कारण किया। बाजार की हालत खराब होते देख निवेशकों ने गोल्ड की खरीद की है। 


जुलाई तक कितने का होगा सोना
 

सोने के दाम (Gold Rate) फिलहाल एक स्थिर स्थिति में चल रहे हैं। सोना 92 हजार से 96 हजार के बीच चल रहा है। इन दिनों निवेशकों की नजर बाजार व टैरिफ को लेकर किए गए फैसलों पर है। टैरिफ को 90 दिन के लिए हॉल्ड किया गया है। जुलाई में सोना फिर से बढ़ सकता है, क्योंकि टैरिफ वॉर में अनिश्चित्ता आएगी। ऐसे में सोना 98 हजार से 1 लाख के बीच पहुंच सकता है।