Home Loan EMI : सैलरी के हिसाब से इतना लेना चाहिए होम लोन, जान लें कितनी बनेगी मंथली EMI
Home Loan : अकसर लोग घर खरीदने के लिए होम लोन का सहारा लेते है। जो लोग अपनी वित्तीय स्थिति को देखकर सोच समझकर लोन लेते हैं वे आसानी से इसकी EMI चुका देते हैं, पर कुछ जल्दबाजी में बिना प्लान किए लोन ले लेते हैं और बाद में ईएमआई (EMI calculation) चुकाने में मुश्कलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए पहले ही सैलरी या आय का हिसाब किताब लगा लेना चाहिए। आइये जानते हैं कितनी सैलरी वालों को कितना होम लोन लेना चाहिए और हर महीने कितनी ईएमआई (home loan EMI rules) होनी चाहिए।
HR Breaking News : (Loan EMI Rules) जमीन की बढ़ती कीमतों को देख हर कोई लोन लेते वक्त होम लोन का सहारा लेना सही मानते है। होम लोन के जरिये आप खुद का घर होने का सपना पूरा कर सकते हैं। होम लोन (home loan news) सोच समझकर लेना चाहिए, शुरू में ही इसकी ब्याज दरों, ईएमआई व अन्य चार्जेज पर गौर कर लेना चाहिए, ताकि यह सब आपके बजट में आसानी से समा सके।
बिना सोचे समझे लोन लेना आपको बाद में भारी पड़ सकता है। अगर ईएमआई चूक गई और लोन नहीं भर सके तो आप अपनी प्रोपर्टी (property knowledge) भी गंवा सकते हैं। इसलिए पहले ही पूरे बजट का आकलन करने हुए होम लोन की ईएमआई पर भी विचार कर लेना चाहिए।
जरूर करें यह काम-
होम लोन लेने से पहले आप डाउन पेमेंट (down payment rules for home) पर विचार करें। यह जितनी ज्यादा भर देंगे तो ईएमआई का बोझ उतना ही कम होगा। आप जितनी कीमत का घर खरीदने जा रहे हैं, उसके लिए जितना पैसा जुटा सकें वह जुटा लें।
शुरू में घर की कीमत का 20 फीसदी हिस्सा तो आप डाउन पेमेंट कर सकते हैं। रजिस्ट्री (property registry) व अन्य खर्चों के लिए भी आपको इसी में से राशि चुकानी होगी। इसके अलावा 80 फीसदी रकम होम लोन के रूप में ले सकते हैं।
Cibil Score की भूमिका जरूर देखें-
आप अच्छे सिबिल स्कोर के दम पर कम ब्याज दरों पर सस्ता लोन ले सकते हैं। अच्छे क्रेडिट स्कोर के लिए क्रेडिट हिस्ट्री (credit history) भी अच्छी होनी चाहिए। कोशिश करें कि कम से कम ब्याज दरों पर लोन लें, इसके लिए आप दूसरे बैंकों में भी लोन के लिए ट्राई कर सकते हैं, जहां से कम से कम ब्याज दर पर लोन (home loan interest rates) मिले, वहां से लोन लें।
Loan अवधि का चयन-
लोन लेने से पहले यह आकलन कर लें कि आप लोन की अवधि (home loan tenure) कितनी रखना चाहते हैं। यह आपकी सैलरी, आय व वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है। लोन की अवधि जितनी अधिक होगी ईएमआई (loan EMI repayment rules) की राशि उतनी ही कम बनेगी।
घर किस पर्पज के लिए खरीद रहे हैं, यह भी देख लें। वैसे तो रहने के लिए घर लेना लंबी अवधि का फैसला होता है। यह सब विचार करके आप 30 साल के लिए लोन लेंगे तो जीवन का बड़ा हिस्सा इसे चुकाने में ही चला जाएगा। इसलिए घर खरीदने से पहले अपनी जिम्मेदारियां देखें, उस हिसाब से तय करें कि घर और लोन (loan news) लेना चाहिए या नहीं।
सैलरी का लगाएं पूरा हिसाब-किताब
अपनी सैलरी के हिसाब से होम लोन की ईएमआई (home loan EMI kitni ho) पर विचार कर सकते हैं। आमतौर पर होम लोन की ईएमआई सैलरी का 25 फीसदी हिस्सा ही होना चाहिए। अगर सैलरी 1 लाख रुपये है तो ईएमआई 25 हजार (home loan EMI calculation) ही रहे तो ठीक है।
क्योंकि आपको बाकी के खर्चे भी देखने होते हैं। उसी सैलरी में से आपको घर खर्च व भविष्य और बुढ़ापे के लिए बचत भी करनी है। बच्चों की पढ़ाई और शादी के लिए खर्च भी आपको चुकाना है। इमरजेंसी कब आ जाए, इसके लिए भी पैसों की जरूरत पड़ सकती है, तो यह पैसा भी सैलरी (salary and home loan calculation) से आपको बचाना है।
इस तरह से करें कैलकुलेशन-
सबसे पहले आपको घर की कीमत (property rates) देखनी होगी कि कितनी है। फिर इसके लिए डाउन पेमेंट (down payment rules for home) कितना कर सकते हैं, यह भी तय करना होगा।
हर महीने की ईएमआई अगर सैलरी के 25 फीसदी से अधिक तो नहीं हो रही है तो आपका घर खरीदने (home buying tips) का फैसला सही साबित हो सकता है। अगर यह जोड़ तोड़ बिगड़ रहा है तो फिर आपके लिए कुछ साल रुककर ही घर लेना ठीक रहेगा।
इतनी मिलेगी होम लोन राशि-
अगर आप 1 लाख रुपये हर माह सैलरी (home loan on salary) लेते हैं तो सैलरी का 25 प्रतिशत हिस्सा या एक चौथाई हिस्सा 25,000 रुपये हर माह ईएमआई (home loan EMI) का दे सकते हैं।
इस आपको 20 साल की अवधि के लिए करीब 70 लाख रुपये का होम लोन मिल जाएगा। कुछ डाउन पेमेंट करके आप आप अपने लिए सामान्य आकार का घर खरीद सकते हैं।
