Home Loan Pre-payment : समय से पहले होम लोन भरने का फायदा या बड़ा नुकसान, लोन लेने वाले जरूर जान लें ये बात
Home Loan Pre-payment : अक्सर कई लोगों के मन में ये सवाल होता है कि आखिर समय से पहले होम लोन भरने का फायदा होता है या नुकसान. ऐसे में अगर आप भी लोन लेने की प्लानिंग कर रहे है और इन्हीं कुछ सवालों से घिरे हुए है तो इस खबर को पढ़ लेना आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा-
HR Breaking News, Digital Desk- (Home Loan Pre-payment) अपने हाउसिंग लोन के प्रीपेमेंट से पहले, सुनिश्चित करें कि आपके पास अन्य ज़रूरतों जैसे शादी, विदेश यात्रा, या आपातकाल के लिए पर्याप्त पैसा है. होम लोन चुकाने के लिए खुद पर बहुत ज़्यादा बोझ डालने से बचें, क्योंकि इससे आपको ज़रूरत पड़ने पर पैसों की कमी हो सकती है. अपनी जमा राशि से प्रीपेमेंट करने पर, इन ज़रूरतों के लिए आपको कहीं और से उधार लेना पड़ सकता है, जिससे आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
फंडिंग की जरूरत पर जरूर गौर करें-
अपने हाउसिंग लोन का प्रीपेमेंट करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि आपके पास अन्य घरेलू जरूरतों जैसे शादी, विदेश यात्रा, या आपात स्थिति के लिए पर्याप्त धन हो. खुद पर अत्यधिक बोझ डालने से बचें, क्योंकि होम लोन के प्रीपेमेंट के लिए पैसे की कमी होने पर आपको अन्य स्रोतों से उधार लेना पड़ सकता है, जिससे आपकी वित्तीय मुश्किलें बढ़ सकती हैं. सुनिश्चित करें कि आप वित्तीय रूप से सहज स्थिति में रहें.
इन्वेस्टमेंट से इनकम-
प्रीपेमेंट की लागत की तुलना निवेश से मिलने वाले रिटर्न से भी की जानी चाहिए. अगर आपके पास होम लोन के ब्याज से ज्यादा रिटर्न कमाने के मौके हों, तो सरप्लस फंड को होम लोन प्रीपे करने में इस्तेमाल करने के बजाय उसका इन्वेस्टमेन्ट करना ज्यादा बेहतर होगा. चूंकि होम लोन लंबे समय का लोन होता है, ऐसे में बेहतर रिटर्न के लिए आप इक्विटी में लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं. आप इक्विटी में जितने ज्यादा समय के लिए इन्वेस्टमेंट (investment) करेंगे, जोखिम उतना ही कम होता जाएगा और रिटर्न बेहतर मिलने की संभावना होगी.
होम लोन के स्टेज-
आप होम लोन के किस स्टेज में प्रीपेमेंट कर रहे हैं, ये बहुत मायने रखता है. होम लोन के शुरुआती स्टेज में EMI में ब्याज का हिस्सा सबसे अधिक होता है. ऐसे में अगर लोन के शुरुआती समय में ही प्रीपेमेंट कर देते हैं तो लाखों रुपए का इंटरेस्ट बच जाएगा. इससे आपको दोहरा फायदा होगा. आपकी EMI घट जाएगी, साथ ही ब्याज में जाने वाला लाखों का अमाउंट बचेगा. लेकिन मिड-टू-लेट स्टेज में लोन्स के प्रीपेमेंट आपको ब्याज पर बचत का पूरा फायदा नहीं दे सकते. ऐसे में, सरप्लस फंड्स का इन्वेस्टमेन्ट करना ही समझदारी है.
ज्यादा ब्याज वाला लोन पहले निपटाएं-
होम लोन पर ब्याज दर आमतौर पर पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन (credit card loan) जैसे अन्य लोन पर लगी ब्याज दर से कम होती है, इसलिए, अगर आपके पास एक से ज्यादा लोन हैं और आप अपने कर्ज कम करना चाहते हैं, तो ज्यादा ब्याज वाले लोन पहले चुकाना बेहतर है.
होम लोन के लिए टैक्स में छूट-
आप हाउसिंग लोन के प्रिंसिपल अमाउंट की रीपेमेंट पर हर फाइनेंशियल ईयर में ₹1.50 लाख तक की टैक्स छूट क्लेम करने के हकदार हैं. आप हाउसिंग लोन पर चुकाए गए ब्याज पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं. इसके अलावा, 'सभी के लिए आवास' पर सरकार के फोकस की वजह से हाउसिंग लोन (housing loan) पर टैक्स इंसेंटिव आने वाले समय में बढ़ सकते हैं. अगर आप अपने हाउसिंग लोन को प्रीपेमेंट के जरिए खत्म कर देते हैं तो आपको ये टैक्स बेनिफिट्स (tax benefits) मिलने बंद हो जाएंगे; पार्ट प्रीपेमेंट करने पर टैक्स बेनिफिट कम हो जाएगा.
प्रीपेमेंट चार्जेज-
होम लोन के प्रीपेमेंट (pre-payment) पर विचार करने से पहले, इसकी लागत समझना ज़रूरी है. आमतौर पर, एडजस्टेबल रेट (adjustable rate) होम लोन पर कोई प्रीपेमेंट शुल्क नहीं लगता, जबकि फिक्स्ड रेट होम लोन (home loan) पर शुल्क लग सकता है. प्रीपेमेंट का फैसला लेने से पहले अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से सभी नियम और शर्तों की जानकारी ज़रूर लें.
