Home Loan Prepayment Calculator: कब भरना चाहिए समय से पहले लोन, लोन लेने वाले जरूर जान लें ये बात
Home Loan Prepayment Calculator: आजकल घर खरीदने के लिए होम लोन लेना आम है, जिसकी अवधि आमतौर पर 20-30 साल होती है. लंबी EMI चुकाना सिरदर्द हो सकता है, इसलिए होम लोन प्रीपेमेंट एक बेहतरीन विकल्प है. आपको बता दें कि सोच-समझकर प्रीपेमेंट करने से आप बैंक को लाखों के ब्याज का भुगतान करने से बच सकते हैं-
HR Breaking News, Digital Desk- (Home Loan Prepayment Calculator) आजकल घर खरीदने के लिए होम लोन लेना आम है, जिसकी अवधि आमतौर पर 20-30 साल होती है. लंबी EMI चुकाना सिरदर्द हो सकता है, इसलिए होम लोन प्रीपेमेंट एक बेहतरीन विकल्प है. यह आपको समय से पहले लोन चुकाकर ब्याज का बोझ कम करने और वित्तीय आजादी पाने में मदद करता है. यह आपकी जेब पर लंबे समय के दबाव को कम करने का एक प्रभावी तरीका है.
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि प्रीपेमेंट कब करना चाहिए?
सोच-समझकर प्रीपेमेंट करने से आप बैंक को लाखों के ब्याज का भुगतान करने से बच सकते हैं. इसका सबसे ज़्यादा फ़ायदा तब मिलता है, जब आप इसे लोन की शुरुआती स्टेज में करते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि शुरुआत में बैंक (bank) सबसे ज़्यादा ब्याज वसूलता है. आपकी EMI का शुरुआती हिस्सा ज़्यादातर ब्याज का होता है, और मूलधन (प्रिंसिपल) बहुत धीरे-धीरे घटता है. इसलिए, जल्दी प्रीपेमेंट करके आप अपना कुल ब्याज का बोझ काफी कम कर सकते हैं.
इसलिए अगर आपके पास एक्स्ट्रा पैसा है, तो शुरुआती वर्षों में प्रीपेमेंट करना समझदारी है. इससे आपकी मूल राशि तेजी से घटेगी और ब्याज के लाखों रुपये बचेंगे. लोन की मिड या एंड स्टेज में प्रीपेमेंट का असर इतना प्रभावी नहीं पड़ता है.
मान लीजिए आपने 75 लाख रुपये का होम लोन (home loan news) 9.55 प्रतिशत की ब्याज दर पर 10 साल के लिए लिया. आपकी शुरुआती EMI होगी करीब 97,254 रुपये. इसमें से सिर्फ 37,566 रुपये आपकी मूलधन पर जाएगा जबकि 59,688 रुपये ब्याज के रूप में कटेगा. यानी शुरुआती वर्षों में आपका ज्यादातर पैसा बैंक की जेब में ब्याज के रूप में जाएगा.
सीधे मूलधन पर असर डालता है प्रीपेमेंट-
होम लोन का प्रीपेमेंट सीधे आपके बकाया मूलधन को कम करता है. जैसे, ₹28 लाख के लोन पर ₹2 लाख का प्रीपेमेंट उसे ₹26 लाख कर देगा. इससे आपकी EMI में ब्याज का हिस्सा घट जाता है और आपके लोन की अवधि भी कम हो जाती है, जिससे आप जल्दी कर्ज मुक्त हो सकते हैं.
अब सवाल यह है कि प्रीमेंट कैसे करने चाहिए? प्रीपेमेंट (pre-payment) करने के कई तरीके होते हैं, जो आपकी वित्तीय स्थिति पर निर्भर करते हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) जैसी संस्थाएं सुझाव देती हैं कि आप प्रीपेमेंट की शुरुआत एक छोटी राशि से करें और हर साल इस रकम को थोड़ा-थोड़ा बढ़ाएं. इसके लिए हर साल थोड़ी-थोड़ी बचत करना होगी. धीरे-धीरे इस तरीके से आप अच्छा खासा प्रीपेमेंट कर सकते हैं.
प्रीपेमेंट के क्या हैं ऑप्शन?
होम लोन जल्दी चुकाने के दो प्रभावी तरीके हैं. हर साल अपनी आय और खर्चों के हिसाब से एक तय प्रीपेमेंट कर सकते हैं. इससे आपके लोन का मूलधन तेज़ी से घटेगा और आप इसे जल्दी चुका पाएंगे. दूसरा तरीका है अपनी EMI से थोड़ा ज़्यादा भुगतान करना. उदाहरण के लिए, ₹20,000 की EMI के बजाय ₹23,000 या ₹25,000 चुकाएं. यह अतिरिक्त राशि सीधे आपके मूलधन को कम करेगी, जिससे आपके लोन की अवधि कम हो जाएगी और ब्याज की बचत होगी.
इसके अलावा अगर आपकी इनकम (income) बढ़ी है या किसी और तरीके से मोटी रकम हाथ में आई है, तो आप लोन की बची हुई पूरी राशि एक साथ चुका सकते हैं. इससे आप ब्याज के भारी खर्च से बचेंगे और मानसिक रूप से भी राहत मिलेगी.
इन बातों को रखें ध्यान-
हालांकि, प्रीपेमेंट का फैसला लेने से पहले यह जरूर समझ लें कि क्या आपके लोन पर प्रीपेमेंट चार्ज लगेगा? आमतौर पर फ्लोटिंग रेट होम लोन (Floating Rate Home Loans) पर कोई चार्ज नहीं होता, लेकिन फिक्स्ड रेट लोन (fixed rate loan) पर बैंक शुल्क वसूल सकते हैं. इसलिए लोन की टर्म्स एंड कंडीशन्स अच्छे से पढ़ें और अपने लेंडर से खुलकर बात करें, तभी कोई कदम उठाएं.
