House Buying vs Renting : घर खरीदने की बजाए किराए पर रहने में बड़ा फायदा, फैसला करने से पहले जान लें ये जरूरी बात
House Buying vs Renting : घर खरीदने में ज़्यादा पैसे लगते हैं और अक्सर लंबे समय तक लोन चुकाना पड़ता है. अगर घरों की कीमतें बहुत ज़्यादा हैं और आपके पास कम पैसे हैं, तो ऐसी स्थिति में किराए (rent) पर रहना ज़्यादा सस्ता और आसान विकल्प हो सकता है. आइए नीचे खबर में समझते है विस्तार से-
HR Breaking News, Digital Desk- (House Buying vs Renting) एक आम आदमी के लिए घर का मालिक होना एक तरह की सुरक्षा और स्थिरता देता है, लेकिन इसके साथ ही घर खरीदने में ज़्यादा पैसे लगते हैं और अक्सर लंबे समय तक लोन चुकाना पड़ता है. अगर घरों की कीमतें बहुत ज़्यादा हैं और आपके पास कम पैसे हैं, तो ऐसी स्थिति में किराए (rent) पर रहना ज़्यादा सस्ता और आसान विकल्प हो सकता है. आज हम इसी बारे में बात करेंगे कि कब किराए पर रहना समझदारी भरा फैसला हो सकता है.
घर खरीदना एक भावनात्मक फैसला हो सकता है, खासकर जब आप इसे अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक विरासत के रूप में देखते हैं. यह सच है कि 10% डाउन पेमेंट के साथ, शुरुआत में आपके पास घर का केवल 10% हिस्सा ही होता है, और बाकी के लिए आपको लोन लेना पड़ता है. इसके बाद आप शायद शेष 90% लागत का भुगतान करने के लिए लोन लें.
यहां समझिए गणित-
अब चलिए उदाहरण से समझते हैं. मान लीजिए दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) में किसी लोकेशन पर एक 3बीएचके फ्लैट, जिसका साइज 1200 स्क्वायर फीट है और उसका प्रति स्क्वायर फीट का रेट 10,000 रुपए है. इस हिसाब से उस फ्लैट की कीमत 1.2 करोड़ रुपए हो जाएगी. अगर आप 20% डाउन पेमेंट (Down payment) करके यह फ्लैट खरीदते हैं, तो आपको बैंक से लगभग 1 करोड़ रुपए का लोन लेना पड़ेगा. इस लोन के लिए आपको 89,973 रुपए की ईएमआई (EMI) चुकानी होगी. इसका मतलब है कि अगर आप 1 करोड़ रुपए का होम लोन लेते हैं, तो आप बैंक (Bank) को कुल मिलाकर 2.15 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान करेंगे.
कितना आएगा रेंट का खर्च-
यदि आप ₹25,000 मासिक किराए पर 3बीएचके फ्लैट (flat) लेते हैं, तो वार्षिक किराया ₹3 लाख होगा. औसतन 10% वार्षिक वृद्धि के साथ, अगले वर्ष यह ₹3,30,000 हो जाएगा. इस दर से, 20 वर्षों में आप किराए के रूप में लगभग ₹1.72 करोड़ का भुगतान करेंगे. इस गणना (calculation) के अनुसार, घर खरीदना किराए पर रहने की तुलना में अधिक महंगा प्रतीत होता है क्योंकि आप किराए के बजाय अतिरिक्त राशि खर्च करेंगे.
