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SBI से 30 लाख का होम लोन लेने पर कितनी बनेगी EMI, जानिये कुल कितना चुकाना होगा ब्याज

SBI Home Loan EMI Calculation : खुद का घर खरीदना अकसर हर किसी का सपना होता है। लेकिन बढ़ती महंगाई के चलते इस सपने को पूरा करना हर किसी के बस की बात नही है। ज्यादातर लोग घर खरीदते वक्त लोन का सहारा लेना सही मानते है। अगर आप भी होम लोन लेने की तैयारी कर रहे है तो आइए जानते है कि SBI से 30 लाख का होम लोन लेने पर कितनी बनेगी EMI...
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SBI से 30 लाख का होम लोन लेने पर कितनी बनेगी EMI, जानिये कुल कितना चुकाना होगा ब्याज

HR Breaking News : (Home Loan EMI) हर किसी का सपना होता है कि उसका खुद का घर हो, लेकिन मिडिल क्लास के लिए यह आसान नहीं है। पिछले कई सालों से रियल एस्टेट में तेजी से ग्रोथ देखने को मिल रही है जिसके चलते प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान को छू रही हैं। ऐसे में लोग घर खरीदने के लिए होम लोन का सहारा लेते हैं। आज बैंकों से आसानी से होम लोन मिल जाता है। लेकिन होम लोन बड़ा और लंबी अवधि का कर्ज होता है। इसलिए होम लोन लेने से पहले सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। यदि आप होम लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो कर्ज लेने से पहले अन्य बैंकों के साथ इंटरेस्ट की तुलना जरूर कर लें। आज इस खबर में हम जानेंगे कि 30 लाख रुपये का होम लोन लेने पर मंथली कितनी ईमआई बनेगी। चलिए विस्तार से समझते हैं - 


SBI Home Loan EMI Calculation


SBI की वेबसाइट पर उपलब्‍ध जानकारी के मुताबिक 750 या उससे ज्‍यादा के सिविल स्‍कोर होने पर कस्‍टमर(Home Loan EMI Calculation) को शुरुआती 9.15 फीसदी पर होम लोन ऑफर कर रहा है। अब मान लेते हैं कि आपको 30 लाख रुपये का लोन 20 साल के लिए लेना है, तो मौजूदा शुरुआती ब्‍याज दर पर आपकी EMI कितनी बनेगी। साथ ही अगर लोन की ब्‍याज दरे पूरे टेन्‍योर औसतन इतनी ही रहती हैं, तो आप कुल कितना ब्‍याज चुकाएंगे।  


लोन अमाउंट: 30 लाख रुपये 
लोन टेन्‍योर: 20 साल 
ब्‍याज दर: 9.15% सालाना 
EMI: ₹27,282 
कुल टेन्‍योर में ब्‍याज: ₹35,47,648
 


कुल पेमेंट: ₹65,47,648 


इस तरह, अगर लोन की अवधि(Loan period) पूरी होने तक आपका कुल भुगतान 65,47,648 रुपये होगा। इसमें करीब आधा से ज्‍यादा रकम 35,47,648 रुपये आप बतौर ब्‍याज चुकाएंगे। हालांकि, यह जान लें कि अपने सिबिल स्‍कोर और लोन रिपेमेंट की कैपेसिटी के आधार पर आप होम लोन की ब्‍याज दरों (home loan interest rates) में बार्गेन कर सकते हैं। फ्लोटिंग रेट पर ब्‍याज दरें मौजूदा रेट से कम हो सकती हैं।


रेपों रेट के घटने-बढ़ने का होता है असर 


SBI जैसे शेड्यूल बैंकों से होम लोन का सीधा संबंध रिजर्व बैंक के रेपो रेट (RBI repo rate) से होता है। रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर कमर्शियल बैंक RBI से कर्ज लेते हैं। रिजर्व बैंक ने अक्टूबर 2019 से बैंकों को फ्लोटिंग रेट पर दिये जाने वाले पर्सनल लोन, ऑटो लोन और होम लोन आदि को रेपो रेट से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। अधिकांश बैंक होम लोन रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) पर ऑफर कर रहे हैं। इसे एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट (EBR) भी कहते हैं।