home page

CIBIL Score खराब हुआ तो ऑफर लेटर मिलने के बाद भी नहीं मिली SBI में नौकरी, High Court ने भी नहीं दी राहत

CIBIL Score : आपने जानते हैं कि सिबिल स्कोर बैंक से लोन लेने के लिए कितना जरूरी है। परंतु, सिबिल स्कोर खराब होने पर लोन न मिलने की ही नहीं। सिबिल स्कोर खराब होने से हाथ आई नौकरी तक जा सकती है। कम सिबिल स्कोर से आपको और भी नुकसाना हो सकते हैं। 

 | 
CIBIL Score खराब हुआ तो ऑफर लेटर मिलने के बाद भी नहीं मिली SBI में नौकरी, High Court ने भी नहीं दी राहत

HR Breaking News (CIBIL Score) सिबिल स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है जोकि हमारे बैंकिंग के व्यवहार को दर्शाती है। सिबिल स्कोर खराब होने पर आपको काफी नुकसाना का सामना करना पड़ सकता है।

 

 

बहुत बार केस आते हैं कि शादी भी सिबिल स्कोर खराब होने पर टूट जाती है। आजकल तो रिस्ते वाले भी सिबिल स्कोर से इंसान की क्रेडेबिलिटी का अंदाजा लगाने लगे हैं। 

ऑफर लेटर मिला, नौकरी हाथ नहीं आई


सिबिल स्कोरी खराब होने के कारण एक व्यक्ति को नोकरी नहीं मिली। दरअसल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने नौकरी के लिए ऑफर लेटर भी दे दिया था। टेस्ट इंटरव्यू पहले ही क्लियर था।

परंतु, ज्वाइनिंग के दिन नियुक्ति नहीं हुई। बैंक ने सिबिल स्कोर (CIBIL Score) बेहद खराब देखा तो नौकरी नहीं दी। इसके बाद SBI से नौकरी न मिलने पर व्यक्ति ने हाई कोर्ट का रुख किया। 


हाईकोर्ट से भी नहीं मिली राहत


व्यक्ति को SBI ने नौकरी नहीं दी। एसबीआई को  नियुक्ति रद्द करने के लिए सिबिल स्कोर (CIBIL Score) खराब मिला था। व्यक्ति की सिबिल (CIBIL Score) रिपोर्ट में वित्तीय अनुशासन में कमियां मिली।

इसको ही नौकरी न देने का आधार बनाया गया। नौकरी न मिलने पर व्यक्ति मद्रास हाई कोर्ट पहुंचा। इसके बाद हाईकोर्ट ने कोई राहत नहीं दी। कार्तिकेयन ने पहले भी कई प्राइवेट बैंकों में बड़े पद पर नौकरी की थी। 


ऐसे खराब हुआ सिबिल स्कोर


जिस इंसान को सिबिल स्कोर (CIBIL Score) खराब होने पर नौकरी नहीं मिली, उस शख्स ने  छोटे भाई के बिजनेस में मदद के लिए पर्सनल लोन ले रखे थे। भाई की हादसे में जिंदगी चली गई। इसके बाद बिजनेश में नुकसान से लोन भरने में दिक्कत आई और 2016 से 2021 तक क्रेडिट प्रोफाइल में कई बार लोन चुकाने में देरी देखी गई।

ऐसे में पेमेंट अटकी रही और कई लोन राइट-ऑफ हो गए। राइट-ऑफ का मतलब है कि बैंक ने मान लिया कि अब ये लोन वापस नहीं मिलने वाला है। व्यक्ति के सिबिल के बारे में भी 50 से ज्यादा बार जांच की गई थी। रिपोर्ट्स है कि किसी बैंक ने तो मामला भी डाल दिया था।

इस पद के लिए हुआ था चयन

व्यक्ति ने सर्कल बेस्ड ऑफिसर की परीक्षा और इंटरव्यू पास किया था। परंतु सिबिल स्कोर खराब होने पर नौकरी से हाथ धोना पड़ा। हाईकोर्ट ने भी बैंक के फैसले को जायज ठहराया। कोर्ट बोला कि बैंकिंग के कार्य में वित्तीय अनुशासन की जरूरत होती है। जिसका वित्तीय अनुशासन खराब है, उसपर सार्वजनिक धन से संबंधित कार्य करने के बारे में भरोसा नहीं किया जा सकता।