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FD और SIP में निवेश करने वालों के लिए जरूरी खबर, जानिए कहां जल्दी बन जाएंगे करोड़पति

FD vs SIP - अगर आप भी एफडी या एसआईपी में निवेश करने की प्लानिंग कर रहे है तो ये खबर आपके लिए है. दरअसल आज हम आपको अपनी इस खबर में ये बताने जा रहे है कि आखिर एफडी या एसआईपी में कहां पैसा निवेश करने पर आप जल्दी करोड़पति बन सकते है-
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FD और SIP में निवेश करने वालों के लिए जरूरी खबर, जानिए कहां जल्दी बन जाएंगे करोड़पति

HR Breaking News, Digital Desk- (FD vs SIP) जिन लोगों के पास बचत के लिए बड़ी रकम होती है, वे अक्सर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को प्राथमिकता देते हैं। यह एक सुरक्षित विकल्प है जहां आपका पैसा एक निश्चित अवधि के लिए लॉक हो जाता है और उस पर तय ब्याज मिलता है। वहीं, जो लोग नियमित रूप से छोटी रकम बचाते हैं, उनके लिए सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक बेहतर विकल्प है।

लेकिन असल सवाल यह है, अगर लक्ष्य 1 करोड़ रुपये का है, तो कौन-सी स्ट्रैटेजी वहां पहले पहुंचाएगी। ₹10 लाख की FD या हर महीने ₹5,000 की SIP? आइए इसका पूरा कैलकुलेशन समझते हैं।

फिक्स्ड डिपॉजिट: क्या है, और इसके फायदे-नुकसान-

FD, या फिक्स्ड डिपॉजिट, एक सुरक्षित और पारंपरिक निवेश विकल्प है। इसमें आप एक निश्चित अवधि के लिए एकमुश्त राशि जमा करते हैं। बैंक आपको इस जमा राशि पर पहले से तय ब्याज दर के अनुसार निश्चित रिटर्न देता है। FD की अवधि तय होने के कारण, इसकी ब्याज दर बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होती, जिससे यह एक भरोसेमंद निवेश माध्यम बन जाता है।

इसके कुछ खास फायदे हैं। जैसे कि आपका पैसा सुरक्षित रहता है और ब्याज दर पहले से तय रहती है। इसमें शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का रिस्क नहीं रहता है। वरिष्ठ नागरिकों (senior citizen) को अतिरिक्त ब्याज दर का लाभ भी मिलता है। अगर नेगेटिव प्वाइंट की बात करें, तो FD में रिटर्न सीमित होता है, औसतन 6-7% तक। यह महंगाई दर को मात देने में अक्सर नाकाम रहता है। फिर ब्याज पर भी टैक्स देनदारी बनती है। इसकी लंबी अवधि में ग्रोथ बहुत धीमी रहती है।

FD से 1 करोड़ में कितने समय में बनेगा?

अब मान लीजिए कि आपने ₹10 लाख एकमुश्त FD में जमा किए हैं और ब्याज दर 7% सालाना है। आइए देखते हैं कि इस दर पर कंपाउंडिंग के साथ यह रकम कितने वर्षों में ₹1 करोड़ होगी।

साल - मैच्योरिटी अमाउंट

10 साल ₹19.67 लाख

15 साल ₹27.59 लाख

20 साल ₹38.70 लाख

25 साल ₹54.23 लाख

30 साल ₹76.12 लाख

33.5 साल ₹1 करोड़ (लगभग)

इसका मतलब यह हुआ कि ₹10 लाख की FD को ₹1 करोड़ बनने में लगभग 33.5 साल लगते हैं। वो भी तब, जब ब्याज पर कोई टैक्स न लगे और पूरी अवधि में कोई निकासी न की जाए।

SIP: कम निवेश, लेकिन ज्यादा संभावना-

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक निवेश मॉडल है जहां आप हर महीने एक निश्चित राशि म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। यह राशि ₹100 जितनी कम या हजारों तक हो सकती है। SIP शेयर बाजार से जुड़ा होता है, इसलिए इसमें उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। हालांकि, लंबी अवधि में इक्विटी-आधारित SIP ने औसतन बेहतर रिटर्न दिए हैं।

अगर SIP के फायदों की बात करें, तो छोटे निवेश से शुरुआत मुमकिन है। इसमें कंपाउंडिंग का असर ज्यादा दिखता है। इसमें FD जैसा लॉक-इन पीरियड का झंझट नहीं रहता। इसे कभी भी शुरू या बंद किया जा सकता है। लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर कुछ टैक्स राहत मिलती है। वहीं, जोखिम की बात करें, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड की स्कीम (Equity Mutual Fund Schemes) वाली SIP पूरी तरह से बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर रहती है। साथ ही, तय रिटर्न की कोई गारंटी नहीं। आपको अनुशासन और धैर्य के साथ निवेश करना होगा।

5000 रुपये की SIP से कितने समय में बनेगा ₹1 करोड़?

SIP में औसतन लॉन्ग टर्म 12% सालाना का रिटर्न मिलता है। अब मान लीजिए आप हर महीने 5,000 रुपये की SIP करते हैं और औसतन 12% सालाना रिटर्न मिल रहा है। नीचे बताया गया है कि इस रफ्तार से 1 करोड़ रुपये बनने में कितना समय लगेगा:

वर्ष कुल निवेश मैच्योरिटी अमाउंट

20 साल ₹12 लाख ₹34.88 लाख

25 साल ₹15 लाख ₹67.28 लाख

29 साल ₹17.4 लाख

₹1 करोड़ (लगभग)

30 साल ₹18 लाख ₹1.53 करोड़-

इसका मतलब है कि 5,000 रुपये की मासिक SIP से आप लगभग 29 वर्षों में 1 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंच सकते हैं, वो वह भी बिना एकमुश्त बड़ी रकम लगाए। वहीं, अगर आप FD की तरह 5000 की SIP 33.5 साल तक जारी रखते हैं, तो कंपाउंडिंग की ताकत से आपका कुल रिटर्न 2.71 करोड़ रुपये हो जाएगा। वहीं, इस अवधि में 10 लाख रुपये की FD को सिर्फ 1 करोड़ रुपये ही बना पाएगी।

FD vs SIP: कौन-सा विकल्प बेहतर?

आपका लक्ष्य पूरी तरह से आपकी जोखिम सहनशीलता पर निर्भर करता है। यदि आप पूंजी सुरक्षा चाहते हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव से बचना चाहते हैं, तो एफडी (Fixed Deposit) एक अच्छा विकल्प है। हालांकि, 1 करोड़ रुपये तक पहुंचने में 33.5 साल लगेंगे, जो एक बहुत लंबी और धीमी प्रक्रिया है। इतनी लंबी अवधि तक एफडी को बनाए रखना भी अक्सर व्यावहारिक नहीं होता है।

दूसरी ओर, SIP कम पूंजी से शुरू होती है, लेकिन अनुशासन और धैर्य के साथ 29 साल में 1 करोड़ रुपये का लक्ष्य संभव बनाती है। इसमें बेहतर रिटर्न (return) की गुंजाइश भी रहती है। जैसे कि कुछ म्यूचुअल फंड (mutual fund) की स्कीम औसतन 15% से 20% तक रिटर्न भी दे सकती हैं। हालांकि, इनमें जोखिम भी अधिक रहता है।

अगर आपके 5000 की SIP पर 15 प्रतिशत सालाना रिटर्न मिलता है, तो आप 1 करोड़ का फंड (fund) 21 साल 4 महीने में ही बना लेंगे। यानी FD से करीब 12 साल पहले।