Income Tax Return : टैक्सपेयर्स हो जाएं सावधान, अब इन लोंगों पर सख्त एक्शन लेगा इनकम टैक्स विभाग
Income Tax Return : आईटीआर फाइल करने का सीजन शुरू हो चुका है। एक करोड़ से ज्यादा टैक्सपेयर्स रिटर्न फाइल कर चुके हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि अंतिम तारीख का इंतज़ार न करें... और साथ ही आपको बता दें कि इनकम टैक्स विभाग अब इन लोगों पर सख्त एक्शन लेगा-

HR Breaking News, Digital Desk- (Income Tax Return) आईटीआर फाइल करने का सीजन शुरू हो चुका है। एक करोड़ से ज्यादा टैक्सपेयर्स रिटर्न फाइल कर चुके हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि अंतिम तारीख का इंतज़ार न करें। दूसरा, टैक्स घटाने के लिए नकली कटौतियों का दावा करने से बचें, यह आपको मुश्किल में डाल सकता है।
फर्जी डिडक्शन क्लेम करने वालों के खिलाफ आयकर विभाग (Income tax Department) सख्त कदम उठा रहा है। 14 जुलाई को डिपार्टमेंट ने इनकम टैक्स एक्ट के अलग सेक्शन में फर्जी डिडक्शन क्लेम करने वालों पर रेड डाला है।
फर्जी डिडक्सन क्लेम करने में मदद करने वालों पर भी कार्रवाई-
आयकर विभाग ने उन लोगों पर छापेमारी की है जिन्होंने फर्जी कटौती का दावा किया है या इसमें टैक्सपेयर्स की मदद की है। इसमें धारा 80GGC के तहत किए गए फर्जी राजनीतिक चंदे के दावे शामिल हैं। कई टैक्सपेयर्स (taxpayers) ने ट्यूशन फीस (tution fees) और मेडिकल इंश्योरेंस (medical insurance) पर भी गलत कटौती का दावा किया था। विशेषज्ञों का मानना है कि फर्जी दान के दावों में पकड़े जाने पर फायदा होने के बजाय नुकसान हो सकता है।
सेक्शन 80जीजीसी के तहत फर्जी डिडक्शन क्लेम किए गए-
इनकम टैक्स एक्ट (Income tax act) का सेक्शन 80जीजीसी रजिस्टर्ड पॉलिटिकल पार्टी या इलेक्टोरल ट्रस्ट्स को किए गए डोनेशन पर टैक्सपेयर्स को डिडक्शन क्लेम (Taxpayers can claim deduction) करने की इजाजत देता है। सूत्रों का कहना है कि कई टैक्सपेयर्स इस सेक्शन के तहत डिडक्शन क्लेम करने के लिए फर्जी बिल का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ टैक्सपेयर्स अनरजिस्टर्ड को किए गए डोनेशन पर डिडक्शन क्लेम (Deduction claim) कर रहे हैं। इससे सरकार को रेवेन्यू (revenue) का बड़ा नुकसान हो रहा है।
फर्जीवाड़ा के 200 मामलों की पहचान करने के बाद मारे गए छापे-
आयकर विभाग ऐसे करदाताओं, अकाउंटेंट और बिचौलियों पर शिकंजा कस रहा है जिन्होंने फर्जी बिलों के ज़रिए गलत तरीके से टैक्स कटौती का दावा किया या इसमें सहायता की। विभाग ने लगभग 200 ऐसे मामलों की पहचान कर छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि इससे पहले विभाग ने इन करदाताओं को संशोधित रिटर्न दाखिल करने के लिए कई रिमाइंडर भेजे थे।
रिवाइज्ड रिटर्न फाइल करने के लिए डिपार्टमेंट ने कहा था-
आयकर विभाग ने यह पाया कि कई टैक्सपेयर्स (taxpayers) ने निर्देश के बावजूद रिवाइज्ड या अपडेटेड रिटर्न फाइल (updated return file) नहीं किए। सूत्रों का कहना है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई आगे भी फर्जी डिडक्शन क्लेम (fake deduction claim) करने वालों के खिलाफ जारी रहेगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि डिपार्टमेंट अब आईटीआर की प्रोसेसिंग (ITR Processing) में एआई सहित नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। इससे फर्जीवाड़ा के मामले आसानी से पकड़ में आ रहे हैं।