Income Tax Rule : बैंक खाते में एक साल में इस लिमिट से ज्यादा न करें ट्रांजेक्शन, इनकम टैक्स विभाग घर भेज देगा नोटिस
Income Tax Rule : आजकल हर किसी के पास बैंक खाता तो होता ही है, लेकिन अधिकतर लोग इनमें ट्रांजेक्शन करने के नियमों (income tax notice rules) से अनजान होते हैं। बता दें कि हर खाते में पैसे जमा कराने व निकासी करने के भी आयकर विभाग की ओर से नियम तय किए गए हैं। एक साल में अगर आप लिमिट से अधिक लेनदेन करते हैं तो विभाग आपको नोटिस (income tax notice) भेज देगा। इसका आपको जवाब देना होगा, नहीं तो आप पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

HR Breaking News - (cash transaction rules) इनकम टैक्स विभाग लोगों के हर तरह के लेनदेन पर नजर रखता है। जैसे ही विभाग को किसी गड़बड़ी का अंदेशा होता है या नियमों के उल्लंघन का पता चलता है तो तुरंत कार्रवाई की जाती है। विभाग ने खातों में लेनदेन की लिमिट भी तय की हुई है, इस लिमिट का उल्लंघन करने पर आयकर विभाग (income tax department) नोटिस भेजकर संबंधित व्यक्ति से जवाब तलब करता है।
अगर आप एक साल में खाते में लिमिट से ज्यादा ट्रांजेक्शन करते हैं तो आपको हर हाल में विभाग के नोटिस का सामना करना होगा और जवाब देना होगा। इसलिए पहले ही खाते में ट्रांजेक्शन करने के नियमों (cash transaction new rules) के बारे में जान लेना बेहद जरूरी है।
इन लेनदेन पर आएगा विभाग का नोटिस-
1. एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये या उससे ज्यादा कैश (cash payment limit) खाते में जमा करने पर भी आयकर विभाग से आपको नोटिस मिल सकता है। विभाग को इस बारे में जानकारी देते हुए ये बताना होगा कि यह कैश किस स्रोस से प्राप्त हुआ है।
ये रकम बेशक एक बार में या कई बार में एक या अनेक खाते में जमा कराई हो, इसकी जानकारी विभाग को देनी जरूरी है। वैसे बैंक खुद इसकी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को देते हैं। इसे छिपाने पर आपको नोटिस का जवाब (how to reply IT Notice) देना भारी पड़ सकता है।
2. फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed deposit) के लिए 1 लाख रुपये कैश में जमा करवाते हैं तो भी इनकम टैक्स विभाग आपको नोटिस भेज सकता है। इसका जवाब भी आपको देना होगा।
3. क्रेडिट कार्ड के 1 लाख रुपये का बिल (credit card rules) नकद पे करते हैं तो भी आपको नोटिस मिल सकता है। विभाग के हर नोटिस का जवाब सही से तय समय सीमा के भीतर देना चाहिए। नोटिस (IT notice new rules) मिलने पर पूछे गए सवालों को समझना बहुत जरूरी है। उसी अनुसार इसका उत्तर दें।
4. एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये या उससे ज्यादा का भुगतान किसी भी रूप में करने पर इसकी जानकारी विभाग को देनी जरूरी है। नकद लेनदेन या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (online transaction rules) पर भी आपको इस रकम पर नोटिस (IT notice rules) का जवाब देना पड़ सकता है।
5. संपत्ति की खरीद फरोख्त में मोटी रकम का लेन देन होता है। 30 लाख रुपये से ज्यादा नकद पेमेंट करते ही आपको आयकर विभाग का नोटिस(how to reply IT notice) मिल सकता है। इस लेनदेन की जानकारी आपको आयकर विभाग को जरूर देनी चाहिए, नहीं तो इसे आय छिपाने के अंतर्गत भी माना जा सकता है।
नोटिस में आपसे पूछा जा सकता है कि यह कैश (cash limit rules) कहां से आया और आपको इसका सुबूत सहित संतुष्टिपरक जवाब देना होगा। अगर विभाग आपके जवाब से संतुष्ट नहीं होता है तो अन्य कार्रवाई भी की जा सकती है।