SIP में इतने साल तक 10 हजार के निवेश करने पर बन जाएंगे 32,54,567 रुपये, जानिये पूरी कैलकुलेशन
PPF vs. SIP : आज के समय में हर कोई कम निवेश से बड़ा रिटर्न चाहता है। आजकल निवेश के भी कई विकल्प मौजूद हैं, ऐसे में अच्छा रिटर्न देने वाले निवेश के विकल्प को तलाशना जरूरी होता है। अगर आप पीपीएफ और एसआईपी में हर महीने 10,000 रुपये 15 साल के लिए निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि कहां आपको सबसे ज्यादा मुनाफा मिल सकता है। इसे आप यहां पर बताई गई कैलकुलेशन से आसानी से समझ सकते हैं, आइये जानते हैं पूरी कैलकुलेशन।

HR Breaking News - (PPF and SIP scheme)। आमतौर पर शॉर्ट टर्म के बजाय लंबी अवधि के लिए किया गया निवेश अधिक फायदेमंद रहता है। यदि आप 15 साल की अवधि के लिए हर महीने 10,000 रुपये की राशि को पीपीएफ या एसआईपी में निवेश करते हैं, तो यह एक लंबा सफर तय करेगा। 15 साल बाद, आपके निवेश से जो रिटर्न मिलने की संभावना है, वह बेहद आकर्षक हो सकती है।
इस अवधि में आपके द्वारा किए गए नियमित निवेश पर कंपाउंड इंटरेस्ट (Compound interest scheme) का असर दिखेगा, जो धीरे-धीरे आपके पैसे को बढ़ाने में मदद करेगा। हालांकि, रिटर्न की राशि अलग-अलग निवेश विकल्पों के हिसाब से बदल सकती है, इसलिए यहां पर दी गई कैलकुलेशन को जरूर जान लें।
लॉन्ग टर्म में निवेश का बड़ा फायदा -
लोगों की निवेश प्राथमिकताएं अलग-अलग होती हैं। कुछ लोग ऐसे विकल्पों को चुनते हैं, जो निश्चित लाभ (Guaranted return benefits) प्रदान करते हैं। वहीं, कुछ अन्य लोग बाजार के जोखिम को समझते हुए, उच्च लाभ की उम्मीद में निवेश करते हैं। दोनों ही प्रकार के निवेशकों का उद्देश्य अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करना होता है, चाहे वह सुरक्षित रिटर्न हो या जोखिम लेकर अधिक लाभ की संभावना। अगर आप इनमें से किसी भी स्कीम में निवेश करने का सोच रहे है, तो आपके पास इन दोनों स्कीम की पूरी जानकारी होनी चाहिए और यह दोनों स्कीम एक दूसरे से कैसे अलग हैं, इसकी जानकारी भी आपको होनी चाहिए।
सही फैसला लेना जरूरी -
निवेश के लिए सही फैसला लेने के अलावा सही जानकारी होना बहुत जरूरी है। 15 साल की अवधि में, आपके पैसे की बढ़ोतरी और रिटर्न (Maximum return scheme) पर असर डालने वाले कई कारक हो सकते हैं। ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपके निवेश से किस योजना में आपको ज्यादा फायदा मिलेगा। लेकिन इतना जरूर है कि यह निवेश भविष्य में एक मजबूत वित्तीय सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
PPF और SIP को लेकर जरूरी बातें -
· पीपीएफ एक सुरक्षित और विश्वसनीय विकल्प है, जिसमें गारंटीड रिटर्न (PPF guaranted return scheme) यानी निश्चित लाभ मिलता है। यह सरकारी योजना होने के कारण जोखिम कम रहता है। दूसरी ओर, एसआईपी म्युचुअल फंड (Mutual funds investment) का हिस्सा है, जहां रिटर्न बाजार की स्थिति के आधार पर बदलते हैं। एसआईपी में जोखिम अधिक होता है, लेकिन सही रणनीति से अच्छे लाभ की संभावना होती है। दोनों विकल्पों के अपने फायदे और नुकसान हैं।
· पीपीएफ की अवधि 15 साल होती है और इसमें स्थिर ब्याज दर से रिटर्न मिलता है। सरकार द्वारा निर्धारित दर पर यह रिटर्न निर्धारित होता है, जिससे मैच्योरिटी (Maturity period of PPF) पर मिलने वाली राशि का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है। वर्तमान में इसमें ब्याज की दर 7.1 प्रतिशत (SIP interest rate) है, जो निवेशकों को निश्चित लाभ प्रदान करती है। यह एक सुरक्षित और अनुमानित विकल्प है।
· पिछले कुछ वर्षों में एसआईपी (SIP investment scheme) ने निवेशकों को अच्छा लाभ दिया है, लेकिन इसमें रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती। बाजार की स्थिति और उतार-चढ़ाव के आधार पर लाभ में बदलाव आ सकता है। हालांकि, सही समय और रणनीति से इसमें अच्छे रिटर्न की संभावना होती है। यह विकल्प जोखिमपूर्ण होते हुए भी उच्च लाभ प्रदान कर सकता है, यदि सही तरीके से निवेश किया जाए।
· एसआईपी (Systematic Investment Plan) को कभी भी शुरू या बंद किया जा सकता है, जिससे इसमें लचीलापन मिलता है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, लंबी अवधि में इस विकल्प में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। जब आप इसे लंबे समय तक जारी रखते हैं, तो इसका रिटर्न बढ़ सकता है और आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं, खासकर बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद।
पीपीएफ की कैल्कुलेशन -
अगर आप हर महीने 10 हजार रुपये की एक निश्चित राशि जमा करते हैं, तो एक साल में कुल निवेश बढ़कर 1.2 लाख रुपये की एक अच्छी राशि तक पहुंच सकता है। इस प्रक्रिया को लंबे समय तक जारी रखने से, 15 सालों में निवेश की रकम और अधिक बढ़कर 18 लाख (PPF calculation) रुपये हो सकती है। इस तरह से नियमित निवेश से भविष्य में वित्तीय सुरक्षा मिल सकती है।
पीपीएफ में ब्याज की राशि -
पीपीएफ में 7.1 प्रतिशत की ब्याज दर से 15 साल के मैच्योरिटी पीरियड़ में आपके 14,54,567 रुपये की ब्याज राशि का लाभ मिलेगा, जो सच में एक बड़ी राशि है। ब्याज की राशि जुड़ने के बाद आपको कुल 32,54,567 रुपये (PPF scheme benefits) मिलेंगे।
एसआईपी की कैलकुलेशन -
यह निवेश एक जोखिमपूर्ण विकल्प है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें सालाना लाभ की दर 12 प्रतिशत (SIP interest rate) तक हो सकती है। इसमें कई निवेश योजनाओं में अच्छे रिटर्न देखने को मिलते हैं, जो औसत से ऊपर हो सकते हैं। ऐसे निवेशों में बाजार के उतार-चढ़ाव का असर जरूर होता है, फिर भी सही योजना और समय पर निवेश करने से अच्छे लाभ की संभावना होती है। यह विकल्प उन लोगों के लिए अच्छा हो सकता है जो जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं।
एसआईपी में ब्याज दरें-
एसआईपी में आमतौर पर 12 प्रतिशत की एक निश्चित दर मिल सकती है। अगर इस हिसाब से निवेश किया जाए, तो समय के साथ ब्याज की राशि बढ़ सकती है। सही रणनीति और धैर्य से कुल धन में वृद्धि होती है। 12 प्रतिशत के हिसाब से औसत रिटर्न 32,45,760 रुपये (SIP average return) होगा और आपको बता दें की यह केवल ब्याज की राशि है। इसकी कुल रकम तो 50,45,760 रुपये है।इस प्रकार के निवेश से फायदा होता है और लंबी अवधि में वित्तीय स्थिति मजबूत हो सकती है। मूलधन और लाभ दोनों मिलकर राशि को और अधिक बढ़ाते हैं।
ब्याज दर का आंकड़ा बढ़ने पर लाभ -
एसआईपी में कई बार 12 प्रतिशत से भी आगे बढ़ते हुए 18 प्रतिशत तक की ब्याज दर भी मिल सकती है। इसकी ब्याज दरें अप-डाउन होती रहती हैं। हालांकि इसमें जोखिम भी है, इसलिए कई मायनों में पीपीएफ में निवेश (investment in PPF)करने को अधिक पसंद किया जाता है। अगर हर साल आपको 18 प्रतिशत (SIP interest rate benefits) की अच्छी ब्याज दर मिलती है, तो 15 साल बाद आपका निवेश 18 लाख रुपये के एक बड़े आंकड़े तक पहुंच सकता है। इस अवधि में लगातार बढ़ते हुए लाभ से आपका कुल धन बढ़कर एक महत्वपूर्ण राशि तक पहुँच सकता है। यह निवेश की प्रक्रिया लंबे समय में अच्छे फायदों को दर्शाती है, यदि सही तरीके से किया जाए।