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Personal Loan EMI Bounce : नहीं चुका पा रहे हैं पर्सनल लोन तो कर लें ये काम, मिल जाएगी राहत

Personal Loan EMI Bounce : अचानक नौकरी छूटने, व्यवसाय ठप होने या किसी अन्य आर्थिक संकट से EMI न चुका पाने पर घबराएं नहीं। समझदारी से काम लेकर आप इस आर्थिक चुनौती से निकल सकते हैं... बस इसके लिए ये काम जरूर लेना बेहद जरूरी है तुरंत मिल जाएगी राहत-

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Personal Loan EMI Bounce : नहीं चुका पा रहे हैं पर्सनल लोन तो कर लें ये काम, मिल जाएगी राहत

HR Breaking News, Digital Desk- अचानक नौकरी छूटने, व्यवसाय ठप होने या किसी अन्य आर्थिक संकट से EMI न चुका पाने पर घबराएं नहीं। सबसे पहले बैंक (bank) से संपर्क करें और अपनी स्थिति समझाएं। वे आपको EMI कम करने, पुनर्गठन करने या कुछ समय के लिए मोहलत देने जैसे विकल्प दे सकते हैं। समझदारी से काम लेकर आप इस आर्थिक चुनौती से निकल सकते हैं।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि एक लोन चुकाने के लिए दूसरा लोन लेना कर्ज के दुष्चक्र में फंसा सकता है, इसलिए इससे बचना चाहिए। आइए जानते हैं कि जब आप लोन चुकाने में सक्षम न हों तो क्या कदम उठाने चाहिए।

बैंक से समय मांगें-

यदि आप किसी कारण से लोन चुकाने की स्थिति में नहीं हैं, तो सबसे पहले अपने बैंक या एनबीएफसी से संपर्क करें (Contact your bank or NBFC) जहां से आपने लोन लिया है। उन्हें अपनी स्थिति के बारे में सूचित करें। या तो ईमेल (E-MAIL) के माध्यम से या बैंक शाखा में जाकर लोन विभाग के अधिकारी से मिलें। बैंक से कुछ समय के लिए ईएमआई भुगतान (EMI Payment) में राहत का अनुरोध करें। उन्हें स्पष्ट रूप से बताएं कि आप कब तक ईएमआई चुकाने में असमर्थ हैं। बैंक आपकी स्थिति का आकलन करेगा और यह तय करेगा कि आपको अतिरिक्त समय देना है या नहीं। वे आपकी अनुरोधित अवधि (जैसे 1 वर्ष) से सहमत हो सकते हैं या कम समय दे सकते हैं।

लोन की रीस्ट्रक्चरिंग कराएं-

यदि आपके पास ईएमआई चुकाने के लिए पर्याप्त धन नहीं है, तो आप बैंक से अपने लोन को रीस्ट्रक्चर करने का अनुरोध कर सकते हैं। रीस्ट्रक्चरिंग में आमतौर पर ईएमआई की राशि कम हो जाती है, लेकिन लोन चुकाने की अवधि बढ़ जाती है।

उदाहरण के लिए, यदि आपने 5 साल के लिए 5 लाख रुपये का लोन लिया था और 3 साल तक नियमित रूप से ईएमआई का भुगतान किया, तो आर्थिक कठिनाई के मामले में बैंक शेष राशि को चुकाने के लिए अवधि बढ़ा सकता है, जिससे आपकी ईएमआई (EMI) कम हो जाएगी।

बैलेंस ट्रांसफर (BT) कराएं-

कई बैंक आपको अपने मौजूदा लोन को बैलेंस ट्रांसफर (balance tranfer) करने की सुविधा देते हैं। इसमें बैंक आपको एक नया, संभवतः बड़ी राशि का लोन देते हैं। इस नए लोन से आप अपना पुराना लोन चुका सकते हैं और अतिरिक्त धन भी प्राप्त कर सकते हैं। यह अतिरिक्त पैसा आपकी वित्तीय स्थिति सुधारने में मददगार हो सकता है।

कुछ बैंक पुराने बैंक की तुलना में कम ब्याज दर (Lower interest rate than the old bank) पर भी लोन की पेशकश करते हैं, इसलिए बीटी के लिए ऐसे बैंक का चयन करना फायदेमंद हो सकता है। लोन और क्रेडिट कार्ड (credit card) दोनों के लोन को बैलेंस ट्रांसफर (Balance tranfer) किया जा सकता है। हालांकि, ध्यान दें कि कुछ बैंक एनबीएफसी (NBFC) से लिए गए लोन को बीटी में शामिल नहीं करते हैं।

लोन सेटलमेंट कराएं (वन टाइम सेटलमेंट)-

यदि आप बैंक के बार-बार संपर्क (contact) करने के बावजूद EMI का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, तो बैंक आपको वन टाइम सेटलमेंट (OTS) का विकल्प दे सकता है। इसमें बैंक आपकी बकाया ऋण राशि का 10 से 50 प्रतिशत तक एकमुश्त भुगतान स्वीकार करता है और शेष राशि माफ कर देता है। आमतौर पर, बैंक सेटलमेंट (bank settlement) की राशि चुकाने के लिए लगभग एक सप्ताह का समय देते हैं। इन विकल्पों को समझकर आप वित्तीय संकट में भी अपने ऋण का प्रबंधन कर सकते हैं।