Personal Loan Rule : पर्सनल लोन लेने से पहले बैंक वालों से जरूर पूछ लें ये सवाल, बाद में नहीं होगी परेशानी
Personal Loan Rule : मौजूदा समय में पर्सनल लोन एक अहम फाइनेंशियल टूल बन गया है, जिसका इस्तेमाल आप बिजनेस, यात्रा या अन्य किसी भी व्यक्तिगत काम के लिए कर सकते हैं. लोन लेने से पहले बैंक से सवाल पूछना जरूरी है. जिसके चलते आपको किफायती ब्याज दर पर लोन मिलेगा -

HR Breaking News, Digital Desk- (Personal Loan) आज पर्सनल लोन एक अहम फाइनेंशियल टूल बन गया है, जिसका इस्तेमाल आप बिजनेस, यात्रा या अन्य किसी भी व्यक्तिगत काम के लिए कर सकते हैं. लोन लेने से पहले बैंक से सवाल पूछना जरूरी है. इससे आपको किफायती ब्याज दर पर लोन मिलेगा और कर्ज के जाल में फंसने का खतरा भी कम होगा.
फिक्स्ड या फ्लोटिंग ब्याज दर?
पर्सनल लोन लेने से पहले ब्याज दर (फिक्स्ड या फ्लोटिंग) जानना ज़रूरी है. फिक्स्ड ब्याज दर पूरे लोन पीरियड में एक समान रहती है, जबकि फ्लोटिंग ब्याज दर RBI के रेपो रेट बदलने पर बदल जाती है. इससे आपकी मंथली पेमेंट प्रभावित होती है, इसलिए अपनी वित्तीय स्थिति के हिसाब से सही विकल्प चुनें.
फ्लोटिंग ब्याज दर (floating interest rate) का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर रेपो रेट में कमी आती है तो ब्याज दर कम हो जाती है. वहीं, रेपो रेट बढ़ने पर ब्याज दर बढ़ जाती है. वहीं फिक्स्ड ब्याज (fixed interest) पर बाजार के उतार चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता, पूरे लोन की अवधि के दौरान ये समान रहती है.
लोन अवधि -
अपने लेंडर से उपलब्ध लोन अवधि विकल्पों के बारे में पूछें कि लोन चुकाने की मैक्सिमम और मिनिमम टेन्योर (minimum tenure) क्या है? पर्सनल लोन अलग-अलग लोन (loan) शर्तों के साथ आते हैं, जो कुछ महीनों से लेकर कई वर्षों तक होती हैं. लंबी अवधि के लिए लोन लेने का मतलब है कि आपकी EMI की राशि कम हो जाएगी. लेकिन इसके लिए आपको पूरी अवधि के दौरान लोन चुकाना होगा.
फीस और चार्जेस-
ब्याज दर के अतिरिक्त, पर्सनल लोन में कई अन्य शुल्क जैसे कि प्रोसेसिंग फीस (processing fees), प्रीपेमेंट पेनल्टी, और देर से भुगतान शुल्क शामिल हो सकते हैं. लोन लेने से पहले इन सभी शुल्कों को समझना महत्वपूर्ण है.
लोन सुरक्षित है या असुरक्षित -
निर्धारित करें कि लोन सुरक्षित है या असुरक्षित. सुरक्षित लोनों पर ब्याज दरें कम हो सकती हैं लेकिन यदि आप चूक करते हैं तो आपकी कॉलेटरल (collateral) खोने का जोखिम भी हो सकता है. असुरक्षित लोनों पर आमतौर पर ब्याज दरें अधिक होती हैं लेकिन उन्हें कॉलेटरल की आवश्यकता नहीं होती है.
लोन प्रीपेमेंट-
कई बैंक और NBFCs पर्सनल लोन तय अवधि से पहले चुकाने पर प्रीपेमेंट चार्जेस लगाते हैं। यदि आप समय से पहले लोन बंद करने की सोच रहे हैं, तो प्रीपेमेंट पेनल्टी (prepayment penalty), प्री-क्लोजर प्रक्रिया और शुल्क के बारे में बैंक से पहले ही जानकारी ले लें। यह आपको अतिरिक्त लागत से बचने में मदद करेगा।