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RBI ने गोल्ड लोन के नियमों में किया बड़ा बदलाव, जानिए ग्राहकों को क्या होगा फायदा

RBI - घर में रखा सोना मुसीबत में काम आता है, और इसी सोने को गिरवी रखकर बैंक से लोन मिलता है. आपको बता दें कि आरबीआई (Reserve Bank of India) जल्द ही गोल्ड लोन के नियमों में बदलाव करेगा.  नए नियम इस प्रक्रिया को प्रभावित करेंगे. ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि ग्राहकाें को इससे फायदा होगा या नुकसान-

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RBI ने गोल्ड लोन के नियमों में किया बड़ा बदलाव, जानिए ग्राहकों को क्या होगा फायदा

HR Breaking News, Digital Desk- आरबीआई (Reserve Bank of India) 1 अप्रैल 2026 से गोल्ड लोन के नियमों में बदलाव करेगा. घर में रखा सोना मुसीबत में काम आता है, और इसी सोने को गिरवी रखकर बैंक से लोन मिलता है. नए नियम इस प्रक्रिया को प्रभावित करेंगे. ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि आम आदमी को इससे फायदा होगा या नुकसान?

हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा (Reserve Bank of India Governor Sanjay Malhotra) ने जब मौद्रिक नीति समीक्षा पेश की, तो उस दौरान कहा कि गोल्ड लोन की ये नई गाइडलाइंस (gold loan guidelines), असल में उसके अलग-अलग आदेशों को एक ही जगह पर लाने का काम है. वहीं ये बैंकों से लेकर नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (एनबीएफसी) तक के गोल्ड लोन नियमों (gold loan rules) को एक जैसा बनाने का काम करेंगी.

नए गोल्ड लोन नियमों रखा ये ध्यान-

आरबीआई (Reserve Bank Of India) का कहना है कि गोल्ड लोन से जुड़े नए नियमों में कुछ विशेष बातों पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया है. ये गोल्ड लोन के सेक्टर में कर्ज लेने वाले का प्रोटेक्शन (protection) करेंगे. गोल्ड लोन सेक्टर में ट्रांसपरेंसी लाएंगे, साथ ही कर्ज देने वाले फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस (financial institutes) की जवाबदेही तय करेंगे जैसे कि कमर्शियल बैंक (commercial bank) की होती है.

ग्राहकों को होने वाले फायदे-नुकसान-

आरबीआई ने गोल्ड लोन (RBI Gold Loan) पर जो नए नियम बनाए हैं, उसमें कई प्रावधान किए गए हैं. ऐसे में चलिए आइए जान लेते है कि ये आपके लिए फायदेमंद हैं या नहीं?

- नए नियमों में साफ कहा गया है कि अब आप 2.5 लाख रुपये तक के गोल्ड लोन पर गिरवी (Pledge on gold loan) रखे सोने की 85 प्रतिशत वैल्यू तक का लोन ले पाएंगे. इसमें ब्याज भी शामिल होगा. पहले यह 75% था और ब्याज शामिल नहीं था. इससे पहले कई NBFCs केवल 65% ही लोन देते थे, जिससे अब ग्राहकों को काफी फायदा होगा.

- नए नियमों के हिसाब से 2.5 लाख रुपये से कम के लिए गोल्ड लोन लेने वालों का अब इनकम एसेसमेंट या क्रेडिट चेक (Income assessment or credit check) करने की जरूरत नहीं होगी. इससे कम आय वर्ग के लोगों या छोटे लोन लेने वालों को फायदा मिलेगा.

- जिन गोल्ड लोन में प्रिंसिपल अमाउंट (principal amount on gold loan) और ब्याज एक साथ चुकाया जाएगा, उनके लिए 12 महीने की ही किस्त होगी. यानी एक साल के अंदर लोन को पूरा चुकाना होगा.

- आरबीआई (RBI Update) ने ये भी साफ किया है कि आप गोल्ड लोन के लिए कितना सोना गिरवी रख सकते हैं और उसमें कितना कंपोनेंट किसका होगा. मसलन सोने के 1 किलो जेवर तक ही गोल्ड लोन (gold loan) के लिए गिरवी रखे जा सकते हैं, इसमें सोने के सिक्कों की मैक्स लिमिट 50 ग्राम ही शामिल होगी.

- गोल्ड लोन के साथ-साथ अब आपको चांदी पर भी लोन ऑफर (loan offer on silver) होगा. यानी आप चांदी के गहनों, सिक्कों के बदले भी कैश लोन अफॉर्ड कर पाएंगे.

- RBI ने गोल्ड लोन बांटने वाली कंपनियों की भी जिम्मेदारियां तय की हैं. जैसे लोन बंद होने के बाद उन्हें एक फिक्स टाइमफ्रेम (Fix time frame) में गिरवी रखा सोना या चांदी लौटाना होगा, नहीं तो मुआवजा देना होगा. अगर गिरवी रखा सोना खो जाता है या उसमें कोई टूट-फूट हो जाती है, तो उसकी जिम्मेदारी कंपनी की होगी और उसे उसका हर्जाना देना होगा.

- सोने के बदले लोन देने वाली कंपनियों को अब पारदर्शिता बरतनी होगी. लोन के अनुबंध में सोने का कैरेट, मात्रा, और उसमें लगे रत्नों का वजन स्पष्ट रूप से बताना होगा. डिफॉल्ट (Default) होने पर कर्जदार को नीलामी से पहले नोटिस (notice) देना अनिवार्य होगा, ताकि उसे पूरी जानकारी मिल सके.