Dairy Farming के लिए मिलेंगे 42 लाख रुपए, सरकार देगी सब्सिडी, ऐसे पाए योजना का लाभ
Dairy Farming Business :आज के समय में बढ़ रही महंगाई की वजह से नौकरी में गुजारा कर पाना काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हर कोई बिजनेस करने का प्लान करता है। अगर आप बिजनेस (Business Idea) करने का प्लान कर रहे हैं तो आप डेयरी फार्मिंग का काम कर सकते हैं। इसके लिए सरकार आपको 42 लाख रुपये की सब्सिडी भी देती है। आइए जानते हैं इस योजना का लाभ कैसे उठाए।
HR Breaking News (Dairy Farming Scheme)। भारत सरकार द्वारा देशभर में बिजनेस को स्पोट करने के लिए कई तरह की स्कीम को चलाया जाता है। सरकार योजना के माध्यम से बिजनेस करने वालों को आर्थिक रूप से मदद करती है।
अगर आप भी अपना बिजनेस (Business Plan) शुरू करने की योजना बना रहे हैं और बजट कम पड़ रहा है तो अब सरकार की मदद से नया कारोबार शुरू किया जा सकता है।
सरकार डेयरी फार्मिंग करने वालों को 42 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दे रही है। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो जान लें इसकी शर्तें और नियम।
उत्पादन में आएगा इजाफा
फिलहाल सरकार कई प्रकार की पशुपालन व डेयरी से संबंधित योजनाएं संचालित कर रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार की ओर से डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming Business) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 42 लाख रुपए तक की सब्सिडी को देने का फैसला लिया है।
ये लाभ डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत दिया जाने वाला है। राज्य सरकार की इस योजना (Dairy Farming Business Yojana) का उद्देश्य राज्य के दुग्ध उत्पादन में योगदान को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक पहुंचाना है।
जानिये योनजा के बारे में पूरी जानकारी
इस योजना की शुरुआत अप्रैल 2025 में की गई थी। इससे पहले इसे मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना (Animal Husbandry Development Scheme) के नाम से जाना जाता था।
सरकार की ये योजना खास तौर पर किसानों, ग्रामीण युवाओं और स्वरोजगार की तलाश कर रहे लोगों के लिए शुरू की गई है, इसकी वजह से वे डेयरी व्यवसाय (Dairy Business) में कदम रख सकते है और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन सकते हैं। राज्य सरकार का मानना है कि दूध उत्पादन ग्रामीण क्षेत्रों में आय बढ़ाने का कारगर माध्यम है।
योजना के तहत मिलेगी इतनी सब्सिडी
डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना (Dr. Bhimrao Ambedkar Kamdhenu Scheme) के पात्र लाभार्थी 42 लाख रुपए तक की डेयरी यूनिट को स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए आप लोन भी ले सकते हैं। योजना के तहत सरकार की ओर से 25 प्रतिशत से 33 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाने वाली है।
एक यूनिट में 25 दुधारू पशु (गाय या भैंस) शामिल होने की जरूरत है। इस योजना (Dr. Bhimrao Ambedkar Kamdhenu Scheme Subsidy) के तहत एक लाभार्थी अधिकतम 8 यूनिट (200 दुधारू पशु) तक योजना का फायदा उठा सकते हैं।
वहीं दूध संघों में पहले से दूध सप्लाई करने वालों को प्राथमिकता दी जाने वाली है। योजना के तहत लाभार्थी का चयन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा।
योजना का आवेदन करने के लिए इन बातों का दें ध्यान
डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना (Yojana News) के तहत आवेदन के लिए कुछ पात्रता व शर्तों को निर्धारित किया गया है। योजना के तहत जो पात्रता शर्तें रखी गई है, वे इस प्रकार से हैं:
- आवेदक होना चाहिए राज्य का स्थायी निवासी।
- कम से कम होनी चाहिए 21 वर्ष की उम्र।
- मान्यता प्राप्त संस्था से डेयरी फार्मिंग का सर्टिफिकेट।
- योजना के तहत प्रत्येक यूनिट के लिए कम से कम 3.5 एकड़ कृषि भूमि होना आवश्यक है।
- यदि भूमि संयुक्त हो तो अन्य परिवारजनों की लिखित सहमति होनी चाहिए।
- योजना के तहत SC/ST वर्ग को 33 प्रतिशत और अन्य वर्गों को 25 प्रतिशत तक मिलेगी सब्सिडी।
- सब्सिडी 3 वर्ष की लॉक-इन अवधि के बाद एकमुश्त प्रदान की जाने वाली है।
- अगर लाभार्थी समय पर कर्ज का भुगतान करता है तो 2 साल बाद फिर से आवेदन किया जा सकता है।
- योजना का फायदा 7 साल तक या ऋण समाप्त होने तक लिया जा सकता है।
ऐसे करें योजना के लिए आवेदन
डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और आधार बेस्ड रहने वाली है। अगर आप मध्यप्रदेश से हैं तो आप इस योजना (Kamdhenu Scheme Subsidy) का लाभ उठा सकते हैं, क्योंकि मध्यप्रदेश सरकार की ओर से ही इस योजना का संचालन प्रदेश के पशुपालकों के लिए किया जा रहा है।
इस पोर्टल पर करें आवेदन
इस योजना के इच्छुक लाभार्थी योजना के लिए निर्धारित पोर्टल पर जाकर सावधि ऋण (Loan for animal husbandry) और यूनिट स्थापना के लिए आवेदन कर सकते हैं। यहां पर योजना से जुड़ी पूरी जानकारी, आवेदन प्रपत्र, गाइडलाइंस और प्रशिक्षण शेड्यूल उपलब्ध कराए जाने वाले हैं।
ट्रेनिंग और मार्गदर्शन शिविर को भी किया जाएगा आयोजित
समय-समय पर राज्य सरकार की ओर से ट्रेनिंग और मार्गदर्शन शिविर को भी आयोजित किए जाने वाला है। जोकि किसान या युवा डेयरी फार्मिंग में करियर (career in dairy farming) बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह योजना सुनहरा मौका हो सकता है। इसके तहत वे न सिर्फ स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं बल्कि राज्य के दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने में सहयोग कर सकते हैं।
