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Income Tax विभाग लाखों टैक्सपेयर्स को धड़ाधड़ भेज रहा नोटिस, परिवार के सदस्यों की भी मांगी जानकारी

Income tax notice :  इनकम टैक्स की नजरें वहां पर टेढ़ी हो जाती हैं, जहां पर कमाई और  खर्चे का मेल नहीं होता। जहां कमाई से अधिक खर्च होता हो वहां भी विभाग कड़ी निगरानी रखता है और जहां कमाई अधिक और खर्चे कम हों, वहां भी। ऐसे में इनकम टैक्स विभाग (income tax department) ट्रांजेक्शन से भी जान लेता है कि गड़बड़ कहां हो रही है। ऐसा होने पर लोग विभाग के रडार पर आ जाते हैं और कार्रवाई का सामना करना पड़ता है। इस समय विभाग लाखों टैक्सपेयर्स को दबादब नोटिस भेज रहा है। नोटिस (IT notice rules) में साफ तौर से इन लोगों को अपने परिवार के सदस्यों की जानकारी देने की बात भी कही है।

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Income Tax विभाग लाखों टैक्सपेयर्स को धड़ाधड़ भेज रहा नोटिस, परिवार के सदस्यों की भी मांगी जानकारी

HR Breaking News - (IT notice)। आपकी पाई-पाई का हिसाब आप बेशक न रखते हों, लेकिन इनकम टैक्स विभाग कई तरीकों से जान लेता है कि आप कितना कमा रहे हैं और कितना खर्च कर रहे हैं। जैसे ही कहीं विभाग को लगता है कमाई को छिपाकर टैक्स चोरी (tax evasion) की जा रही है या कमाई का असली स्रोस छिपाया जा रहा है तो विभाग नोटिस भेजकर कार्रवाई करने में देर नहीं करता। 

फिलहाल ऐसे ही कुछ मामलों को देखते हुए इनकम टैक्स विभाग ने संज्ञान लेते हुए टैक्सपेयर्स (taxpayers news) को नोटिस भेजे हैं। अब इन टैक्सपेयर्स से विभाग ने छोटे से छोटे खर्चों का हिसाब भी टैक्सपेयर्स से मांग लिया है। विभाग की इस कार्रवाई के बाद इन टैक्सपेयर्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं।


इन लोगों से मांगी विभाग ने डिटेल-

इनकम टैक्स विभाग ने टैक्स चोरी की आशंका के चलते व टैक्स चोरी पर रोक लगाने के लिए हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNI) से नोटिस भेजकर हर महीने किए जाने वाले खर्चों की डिटेल मांग ली है। ये नोटिस (income tax notice) उन लोगों को भेजे हैं जिनकी कमाई ज्यादा है और खर्चे कहीं दिखाई ही नहीं दे रहे और लग्जरी लाइफ भी जी रहे हैं।


 इन लोगों ने अपने  खातों से बेहद कम पैसों की निकासी (cash transaction rules) की है। इसी कारण वे विभाग की नजरों में चढ़ गए। अब विभाग ने संज्ञान लेते हुए नोटिस भेजकर हर छोटा-छोटा खर्चा होने का ब्योरा मांगा है।

अब इन खर्चों का देना होगा ब्योरा -


इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस भेजकर टैक्सपेयर्स से ब्योरा मांगा है कि आप हर महीने कपड़ों, जूतों, बाल कटवाने व रेस्टोरेंट में कितना खर्च करते हैं। नोटिस भेजकर विभाग ने कई टैक्सपेयर्स (notice to taxpayers) से जवाब मांगा है कि घर में हर महीने आटा, चावल, मसाले, तेल, गैस, जूते, कॉस्मेटिक्स, पढ़ाई पर कितना खर्च किया गया है।  

अधिकारिक जानकारी के अनुसार इन लोगों ने आईटीआर (income tax return) में आय ज्यादा दिखाई है लेकिन खर्चों के लिए खाते से पैसों की निकासी बेहद कम हुई है। विभाग ने इसका मतलब निकाला है कि ये लोग असली कमाई को छिपा रहे हैं। या उनके पास कोई अन्य कमाई का जरिया है।

विभाग ने पूछा- परिवार में कितने सदस्य-


इनकम टैक्स विभाग ने असलियत जानने के लिए नोटिस देकर इन लोगों के परिवार के सदस्य तक पूछ लिए हैं। इतना ही नहीं, परिवार के लोगों का प्रोफाइल कैसा है, उनका पैन नंबर (PAN card) और सालाना इनकम का ब्यौरा भी मांग लिया गया है। ये लोग विभाग की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब नहीं देंगे तो सालभर में 1 करोड़ की नकद निकासी किया जाना विभाग की ओर से माना जाएगा।

उच्च कमाई वालों पर है विभाग की नजर -


विभाग ने ये नोटिस लग्जरी लाइफ जीने वाले हाई इनकम यानी मोटी कमाई वालों को भेजे हैं। विभाग का मानना है कि ये लोग जीते तो हाई प्रोफाइल लाइफ हैं लेकिन बैंक (bank news)से निकासी की रकम बहुत कम है। ऐसे में कमाई और खर्चे मेल नहीं खा रहे हैं। ये पैसा कहां से आता है, इसी सवाल पर विभाग की सूई घूम गई है। टैक्स अधिकारियों का कहना है कि कमाई का कोई और स्रोत होने के कारण ऐसा हो सकता है। या फिर उन्होंने कमाई को छिपाया है। तीसरा कारण उनके नकद लेन देन का भी हो सकता है।

पहले भी अभियान चला चुका विभाग -


करीब ढाई साल पहले इनकम टैक्स विभाग ने ऐसे बेमेल कमाई व  खर्च (notice on Mismatched income) वाले लोगों के खिलाफ अभियान छेड़ा था। इन लोगों में वे लोग शामिल थे जो विदेशी आय को छिपाए हुए थे। विभाग ने दूसरे देशों से ही जानकारी जुटाकर नोटिस भेजने की कार्रवाई कर डाली थी।


 बता दें कि विभाग अब टैक्स चोरी रोकने के लिए अब तकनीक का सहारा भी ले रहा है। इसके लिए विशेष रूप से डेटा एनालिटिक्स (data analytics) का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए  आईटीआर (how to fill ITR) में कमाई से जुड़ी सभी जानकारी देते हुए कुछ भी छिपाना परेशानी का कारण बन सकता है।

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