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कौन-सा है देश का सबसे पुराना Bank, अब बदल चुका है नाम, जानें किसने किया था शुरू

Oldest Bank : आज के समय में देशभर में कुल 33 बैंक है, जिसमे सभी प्राइवेट और सरकारी बैंक का नाम शामिल है, लेकिन कभी आपके मन में यह सवाल आया है कि देश का सबसे पहला बैंक कौन सा था। यह जानना आपके लिए रूचिमय हो सकता है। आज हम आपको देश के ऐसे पहले बैंक के बारे में बताएंगे, जो देश का सबसे पुराना बैंक (Oldest Bank In India) है और आज के समय में उस बैंक का नाम भी बदल गया है।
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कौन-सा है देश का सबसे पुराना Bank, अब बदल चुका है नाम, जानें किसने किया था शुरू

HR Breaking News (Oldest Bank) आज के समय में वित्तीय कामों को पूरा करने के लिए बैंक की एक अलग ही पहचान बन गई है। यानी की देशभर में बैंकिंग सेक्टर खूब तरक्की तर रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश का एक ऐसा बैंक भी है, जो बेहद पूराना है और आज के समय में इस बैंक (First Bank of India) की पहचान दूसरे नाम से की जाती है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि देशभर में सबसे पुराना बैंक कौन सा है।

कौन सा है देश का पहला बैंक 


आपके मन में भी यह जानने की इच्छा जरूर होती होगी कि आखिर ये बैंक  कौन सा है तो बता दें कि देश का सबसे पहला बैंक द मद्रास बैंक था। इस बैंक की शुरुआत 1683 में यूरोपीय कारोबारियों द्वारा की गई थी।  इतने सालों के बाद 1806 में द मद्रास बैंक (The Madras Bank News) बंद हो गया है और उस बैकं को बंद करके मद्रास बैंक के नाम से ही दोबारा शुरू किया गया।

पहले यह था SBI का नाम 


बाद में इस बैंक को 1843 में बैंक ऑफ मद्रास (Bank of Madras) में मर्ज किया गया। उसके बाद बैंक ऑफ मद्रास का मर्ज 1921 में बैंक ऑफ कलकत्ता और बैंक ऑफ बॉम्बे के साथ हुआ और उसके बाद इन तीनों केा मर्ज करके इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया बना। उसके बाद सन 1955 में इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का नाम एसबीआई कर दिया गया। अब इस नाम को बदले लगभग 70 साल हो गए हैं और 70 साल से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) के नाम से ही यह बैंक जाना जाता है। 

यहां है मद्रास बैंक का हेडक्वार्टर


मैनेजमेंट यूरोपियन कारोबारियों की ओर से द मद्रास बैंक को बनाया गया था।ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ मैनेजमेंट यूरोपियन कारोबारी काम करते थे। इस बैंक में काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारी ब्रिटिश ही थे, जो खासतौर से ईस्ट इंडिया कंपनी से आए थे। बता दें कि इसमे ऑफिस और ब्रांच मद्रास प्रेसिडेंसी (Branch Madras Presidency) में थे और बता दें कि इस बैंक का हेडक्वार्टर चेन्नई के जॉर्ज टाउन में मौजुद था। 

जानिए क्या है इस बैंक का पूरा इतिहास 


अगर आसान शब्दों में इसका इतिहास समझे तो देखा जाए सन 1806 में द मद्रास बैंक (The Madras Bank News) बंद होने की कगार पर था तो उस समय में इसे पूरी तरह से बंद कर दोबारा मद्रास बैंक नाम से ही इसकी शुरुआत की गई। उसके बाद इसमे अन्य बैंक जुड़कर यह बैंक इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया बना और बाद में इसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का नाम रखा गया है।