सीएम सिटी में सरकार व अनिल नागर के खिलाफ प्रदर्शन, सीबीआई जांच की मांग

करनाल। हरियाणा के करनाल जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं ने सरकार व एचसीएस अनिल नागर के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर सभी ने अपना मांगपत्र जिला सचिवालय में पहुंचकर प्रदेश मुख्यमंत्री के नाम अधिकारियों को सौंपा। इसमें युवाओं द्वारा मांग की गई है कि एचसीएस अनिल नागर के खिलाफ सीबीआई जांच हो।
साथ ही उसकी संपत्ति जब्त की जाए और उसके साथियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए। इतने बड़े घोटाले के बाद सरकार द्वारा इस प्रकार क्लीन चिट दे देना गलत है। यदि ऐसे ही होता रहा तो पिछले 5-7 सालों से कोचिंग व अन्य माध्यमों से तैयारी करने वाले बच्चों का सरकार से विश्वास उठ जाएगा और योग्य पात्रों का नौकरी के लिए कभी भी नंबर नहीं आ पाएगा।
युवाओं ने बताया कि अनिल नागर HCS ने पैसे लेकर कई बच्चों को भर्ती करवाया। उस पर कार्रवाई चल रही थी। अब उसको क्लीन चिट दे दी। विधानसभा में बनाए कानून के आधार पर कार्रवाई की जाए। ऐसा ही सोनीपत से सामने आया है। ऐसे तो वो भी छुट जाएगा। इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
घर और कार्यालय से मिले पैसे
छात्रा सपना ने कहा कि नागर HCS है। उन्होंने कबूला है कि पैसे लेकर लोगों को लगाया। घर और कार्यालय से पैसे मिले हैं। फिर भी सरकार कह रही है कि नहीं ऐसा नहीं हो रहा है। सिंगल प्रश्न कभी भी इतना बड़ा काम नहीं कर सकता है। सरकार फिर भी क्लीन चिट दे रही है। इनकी सीबीआई जांच हो। संपत्ति को जब्त किया जाए। पिछले तीन साल से काम कर रहे हैं फिर भी एक-दो नंबर से हर पेपर में रह जाती है।
यूपी की तर्ज पर हो कार्रवाई
गुलशन कुमार ने कहा कि यूपी में पेपर लीक हुआ, तो उन्होंने ऐसा करने वालों की प्रोपर्टी जब्त कर ली। जिसका समय और पैसा बर्बाद हुआ है। वो वापस नहीं आ सकता। सरकार को ऐसा कदम उठाना चाहिए, जिससे आगे पेपर लीक न हो। निष्पक्ष नौकरी मिले। सभी कंपीटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं।
कौन है HCS अनिल नागर
HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर को विजिलेंस की टीम ने 18 नवंबर को कार्यालय से 90 लाख रुपये के साथ पकड़ा था। इसके बाद जांच के दौरान 3 करोड़ 50 लाख रुपये बरामद किए गए। गर्वनर के आदेश के बाद अनिल नागर को बर्खास्त किया गया था।