हरिद्वार जा रहे गृह मंत्री अनिल विज को किसानों ने यमुनानगर में दिखाए काले झंडे

HR BREAKING NEWS. सालभर पहले अस्तित्व में आए 3 खेती कानूनों के विरोध का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा। भाजपा और इसके सहयोगी दल जजपा के नेताओं को आए दिन प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है। सोमवार को प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल चिज को भी किसानों ने काले झंडे दिखाए। वाकया उस वक्त का है, जब विज यमुनानगर के रास्ते हरिद्वार जा रहे थे। सूचना पाकर जमा हुए किसानों ने उनका कड़ा विरोध किया। हालांकि इस दौरान ऐहतियात के तौर पर पुलिस बल भी तैनात था, जिसके साथ प्रदर्शनकारियों की धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। आखिर कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह गृह मंत्री अनिल विज कैल-कलानौर बाईपास से होकर हरिद्वार के लिए निकले थे। सुरक्षा के लिहाज से हर चौक पर पुलिस तैनात रही। रोड़ छप्पर मोड़ पर भी पुलिस बल सुबह से तैनात थे। इसी बीच इसकी भनक किसानों को भी लग गई। भाकियू के डायरेक्टर मनदीप सिंह रोडछप्पर की अगुवाई में किसान मोड़ पर पहुंच गए। गृहमंत्री का काफिला आते देख किसान काले झंडे दिखाने के लिए काफिले की ओर बढ़े तो पुलिस ने मनदीप रोड़छप्पर को जबरदस्ती उठाकर रोड से दूर ले जाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई। किसान काले झंडे दिखाने की जिद पर अड़े थे, लेकिन पुलिस का प्रयास था कि गृह मंत्री को काले झंडे न दिखाए जाएं। नतीजा यह हुआ कि दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। हालांकि पुलिस इन्हें पीछे हटाने में कामयाब रही।
उधर इस बारे में मनदीप रोड़ छप्पर ने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर किसान लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है, इसलिए इनको वापस लिया जाना चाहिए, लेकिन सरकार उनकी मांग को मानने के लिए तैयार नहीं है। किसानों ने ऐलान किया हुआ है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक भाजपा के हर कार्यक्रम का विरोध किया जाएगा।