टॉयलेट में भ्रूण फंसने से गैंगरेप के मामले का हुआ खुलासा, पुलिस ने सीसीटीवी खंगाल लगाया युवती का पता
HR BREAKING NEWS. हरियाणा के हिसार जिले के अग्रोहा खंड की काजलां पीएचसी की नाली में फंसे मिले भ्रूण ने गैंगरेप की घटना का राज उजागर किया है। टॉयलेट की नाली में भ्रूण का मिलना कोई हादसा नहीं, बल्कि साजिशन रची गई एक वारदात है। पूरे खुलासे के बाद पुलिस भी हैरान रह गई है। पुलिस ने इस मामले में CCTV के आधार पर उस युवती की पहचान कर ली, जिसका यह भ्रूण था। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। मामला खुलने के बाद उसने सच्चाई बताई। उसके बयान पर पुलिस ने सतबीर, कुलदीप, मनोज के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया है।
ऐसे खुला पीएचसी की नाली बंद होने से गैंगरेप का राज
27 जुलाई को काजलां पीएचसी के बंद पड़े टॉयलेट की सफाई करवाई जाती है। सफाई के दौरान टॉयलेट की नाली में एक भ्रूण फंसा हुआ मिलता है। पीएचसी इंचार्ज डॉ. संजीव की शिकायत पर पुलिस अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू करती है। पुलिस पीएचसी में पिछले 4 दिनों में आने वाली महिलाओं का रिकॉर्ड खंगालती है।
इस दौरान CCTV फुटेज से उस युवती की पहचान हो जाती है, जिसका टॉयलेट में गर्भपात हुआ था। पुलिस पूछताछ में युवती बताती है कि उसका जबरदस्ती गर्भपात करवाया गया है। उसके साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया था, जिससे वह गर्भवती हो गई। आरोपियों ने अपना बचाव करने के लिए उसे गर्भपात की गोलियां दी थी, जिसके कारण यह सब हुआ।
युवती ने बताया कि वह सतबीर के घर पर साफ-सफाई का काम करती थी। एक दिन मौका पाकर सतबीर ने उसके साथ दुराचार किया और उसकी वीडियो बना ली। इसके बाद आरोपी उसकी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर हिसार के एक होटल में ले गया। वहां पर सतबीर, कुलदीप व मनोज ने उसके साथ दुराचार किया।
इसके बाद जब वह 4 महीने की गर्भवती हो गई तो आरोपियों ने उसको गोलियां खिला दी, जिससे उसका गर्भपात हो गया। अगर यह भ्रूण पीएचसी की नाली में नहीं फंसता तो शायद ही इस गैंगरेप की घटना का खुलासा हो पाता।
