मानसिक दिव्यांग युवती के साथ दुष्कर्म मामले में पिता बना हैवान…

रोहतक। सांपला में मानसिक दिव्यांग युवती के साथ दुष्कर्म केस में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। दरअसल पीजीआई में युवती के गर्भपात के बाद पुलिस और संस्थाओं ने युवती की कस्टडी उसके पिता को ही दे दी थी। उस समय तक पुलिस को उसके ही हैवान होने के बारे में नहीं पता था। जैसे जैसे जांच का दायरा आरोपी पिता के करीब आता गया पुलिस ने आरोपी पर गुप्त तौर पर नजर रखनी शुरू कर दी थी।
अब पुलिस द्वारा आरोपी पिता पर शिकंजा कसा गया तो उसने खुलासा किया है कि उसे पुलिस के उसपर शक होने के बारे में आभास हो गया था। पुलिस ने जिस दिन उसके सैंपल लिए थे उसी दिन वो चौकन्ना हो गया था। यहां तक की अपनी मानसिक दिव्यांग बेटी को पड़ोसियों के भरोसे छोड़ वो घर से कई कई दिन बाहर रहने लगा। वो चाहता था कि पुलिस उसे लाचार समझ उसको शक के दायरे से बाहर करे। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद युवती को महिला आश्रम में विशेष संरक्षण में रखा गया है।
लैब रिपोर्ट आते ही हुआ घर से फरार
पुलिस के अनुसार मानसिक दिव्यांग युवती से दुष्कर्म मामले में एफएसएल रिपोर्ट 11 माह बाद उन्हें शनिवार को ही मिल गई थी। इसमें युवती के पिता के ही हैवान होने की पुष्टि हो गई थी। इसके बाद एक टीम को आरोपी के घर भेजा गया था। लेकिन वो घर पर नहीं मिला। लेकिन आरोपी को पुलिस के घर आने के बारे में पता लग गया। इसके बाद वो कस्बे से फरार हो गया। पुलिस कई जगह छापेमारी की तो वो काबू आया।
युवती का दोबारा हुआ मेडिकल
दूसरी ओर पुलिस ने युवती का फिर से मेडिकल कराया है। इसका मकसद ये जानना था कि 11 माह आरोपी के साथ रहने के दौरान कहीं वो दोबारा उसकी दरिंदगी का शिकार तो नहीं बनी। पुलिस सूत्रों के अनुसार फिलहाल मेडिकल रिपोर्ट में युवती के साथ दोबारा दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।