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1990 बैच के IPS के नाम से कांपते हैं खूंखार अपराधी, योगी का भरोसेमंद अफसर

IPS Prashant kumar : आज हम आपको इस आर्टिकल में 1990 बैच के IPS प्रशांत कुमार के बोर में बताने जा रहे हैं। एक रिपोर्ट में पता चला है कि IPS प्रशांत कुमार योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अफसरों की लिस्ट में शामिल हैं। कहते हैं कि IPS प्रशांत कुमार का नाम सुनते ही अपराधी कांपने लगते हैं। 

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HR Breaking News (ब्यूरो)। स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (Prashant kumar promotion) का पुलिस महानिदेशक के पद पर प्रमोशन का आदेश जारी कर दिया गया है। 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार तेजतर्रार अधिकारी होने के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अफसरों की लिस्ट में शामिल है। इसके साथ ही नए साल से पहले ही 2009 और 2010 बैच के आईपीएस अधिकारियों को भी प्रमोशन का तोहफा मिल गया है।

2009 बैच के आईपीएस रोहन पी कनव के साथ ही 2010 बैच के आईपीएस वैभव कृष्ण, कलानिधि नैथानी, प्रभाकर चौधरी, संजीव त्यागी, पूनम और कुंतल किशोर का प्रमोशन हो गया है। इसके अलावा हरीश चंदर, सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, राठौर किरीट कुमार हरिभाई, शिव हरि मीना, शैलेश कुमार यादव, राहुल राज, शफीक अहमद और राधे श्याम भी डीआईजी के पद पर प्रमोट हो गए है।

पदोन्नति के क्रम में 2010 बैच की आईपीएस अधिकारी कल्पना सक्सेना, सुरेश्वर, रामजी सिंह यादव, संजय सिंह, राम किशुन, राज कमल यादव और राकेश पुष्कर का भी प्रमोशन हो गया है। इसके साथ ही मनोज कुमार सोनकर, कुलदीप नरायन, मनिराम सिंह, किरण यादव, प्रमोद कुमार तिवारी, शहाब रशीद खां और एस. आनंद को भी डीआईजी के पद पर प्रमोशन मिल गया है।

इस लिस्ट में राजीव नारायण मिश्रा, सुनील कुमार सिंह, अशोक कुमार चतुर्थ, प्रदीप गुप्ता और डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह का भी नाम शामिल है। यह प्रमोशन 1 जनवरी 2024 या कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी। इस संबंध में प्रमुख सचिव ग्रह संजय प्रसाद ने आदेश जारी कर दिया है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इन सभी अधिकारियों की पदोन्नति पर सहर्ष मंजूरी दे दी है।

यूपी पुलिस में स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था के पद पर तैनात प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी है। बिहार के सिवान जिले में जन्मे प्रशांत कुमार का चयन तमिलनाडु कैडर में हुआ था। लेकिन निजी कारणों के चलते साल 1994 में उनका ट्रांसफर यूपी कैडर में हो गया था। प्रशांत कुमार को खासतौर पर क्राइम में अंकुश लगाने के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि योगी सरकार में उन्हें बेहद महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसपर प्रशांत कुमार खरे भी उतर रहे हैं।

कहा जाता है कि प्रशांत कुमार ने अबतक 300 से अधिक एनकाउंटर को अंजाम दिया है, जबकि एक हजार से ज्यादा अपराधियों का एनकाउंटर उनकी निगरानी में हुआ है। अपनी वीरता के लिए प्रशांत कुमार कई अहम पदकों से भी सम्मानित किए जा चुके हैं। प्रशांत कुमार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की रूपरेखा तैयार करने के साथ ही सिंघम टाइप मूछों के लिए भी चर्चा में आ चुके हैं। इसके साथ ही कावड़ियों पर पुष्पवर्षा करने के लिए वो काफी सुर्खियों में रहे हैं