home page

Success Story : नौकरी के साथ तैयारी कर बनी IAS अफसर, बताए सफलता के टिप्स

Success Story : आज हम आपको एक ऐसी महिला की सफलता की कहानी बताने वाले हैं। जिन्होंने यूपीएससी UPSC की परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा किया। नीचें खबर में जानिए पूरी कहानी विस्तार से-
 | 

HR Breaking News (नई दिल्ली)। हर साल यूपीएससी की द्वारा सिविल परीक्षा का आयोजन होता है. लाखों उम्मीदवार आंखों में सपने लिए इस परीक्षा को देते हैं. कई लोगों के सपने पूरे होते हैं तो कई लोगों का सफर लंबा हो जाता है. यूपीएससी UPSC परीक्षाओं में महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. महिलाओं का आगे बढ़ना समाज के लिए एक पॉजिटिव ग्रोथ की तरह देखा जाता है. एक महिला की सफलता से कई महिलाओं का रास्ता खुलता है. आज भी हमारे भारत में ऐसे हिस्से भी हैं जहां पर महिलाओं को पढ़ने तक नहीं दिया जाता है. ऐसे में अगर कोई महिला आईएएस और आईपीएस ऑफिसर बनती हैं तो ये देश की हर महिला के लिए गर्व की बात है. हर बार इंडिया.कॉम सक्सेस स्टोरी लेकर आता है, जिसे पढ़कर प्रेरणा मिलती है. आज हम बात करने जा रहे हैं ऐसी ही महिला की जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा किया.


MBBS के बाद शुरू की तैयारी-

होनहार उम्मीदवारों में एक अंशू प्रिया जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल किया था. UPSC सीएसई 2021 के लिए चयनित टॉप 50 उम्मीदवारों में से, वह इंटरव्यू मार्क्स में टॉपर बनकर उभरी थी. अंशू प्रिया शिक्षकों के परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता गर्ल्स मिडिल स्कूल के हेडमास्टर हैं और उनकी मां हाउसवाइफ हैं. उनके दादा जी भी टीचर रह चुके हैं. प्रिया जॉइन्ट फैमिली में रहती हैं. उनका परिवार बिहार के मुंगेर जिले का रहने वाला है.

अंशू ने अपनी शुरुआती पढ़ाई बिहार के मुंगेर से पूरी की थी. 12वीं के बाद प्रिया नीट की तैयारी करने लगीं. नीट परीक्षा क्लियर करने के बाद उन्होंने एम्स पटना में एमबीबीएस में एडमिशन लिया. साल 2019 में उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री ली और फिर एम्स पटना में रेजिडेंट डॉक्टर के पद पर कार्य किया. कुछ समय बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने की सोची रेजीडेंसी पूरी करने के बाद यूपीएससी सीएसई की तैयारी शुरू कर दी थी.


अंशु प्रिया ने कैसे की तैयारी?

प्रिया ने तीन प्रयास दिए तीसरी बार में अंशु प्रिया ने परीक्षा पास कर ली और 20वीं रैंक हासिल की. अंशू प्रिया बायोलॉजी की छात्रा थी, ऐसे में उन्होंने मेडिकल साइंस को एक ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना था. प्रीलिम्स में अपनी पहली असफलता के बाद, वह तैयारी करने के लिए दिल्ली चली गई थी.दिल्ली में वह यूपीएससी की पढाई के साथ नौकरी भी करती थी. हालांकि अपने तीसरे प्रयास के लिए, उन्होंने नौकरी छोड़ दी और केवल परीक्षा पर ध्यान दिया. जिसके बाद उन्होंने अच्छे अंकों के साथ तीसरे प्रयास में UPSC परीक्षा को क्वालीफाई कर लिया.

ये थी UPSC परीक्षा की स्ट्रेटजी-

UPSC की तैयारी के लिए उन्होंने NCERT किताबों से पढ़ाई शुरू की थी.अन्य सभी टॉपर्स की तरह उन्होंने भी परीक्षा के प्रीलिम्स और मेन्स दोनों चरणों के लिए मॉक टेस्ट देती थी. अपने मॉक टेस्ट पर उन्होंने ध्यान दिया कहां कमी रह गई है. प्रीलिम्स में बैठने के बाद, उन्होंने आधा समय रिवीजन करने और बाकी समय मॉक टेस्ट देने में बिताया.मैथेमेटिक्स के प्रश्नों को हल करने पर अधिक फोकस किया और CSAT पेपर के लिए 8-10 मॉक टेस्ट दिया करती थी.